एक तकनीक ने इस किसान को बनाया करोड़पति, 22 देशों के लोग जानने आए ये तकनीक
farmer success story in hindi :खेती घाटे का सौदा है लेकिन हर खेती घाटे का सौदा नहीं है आज मॉर्डन जामने में मॉर्डन खेती ही किसान को बचा सकती है। बचा सकती है का मतलब है उसे खासा मुनाफा भी दे सकती है। आज आपको इस खबर में ऐसे ही किसान की कहानी आपको बताएंगे। जिसने पारंपरिक खेती छोड़कर मॉर्डन खेती करना शुरू किया और आज करोड़पति बन चुका है।
HR BREKING NEWS । गांव का एक साधारण सा 8वीं पास किसान आज मॉडर्न फार्मिंग (modern farming) के क्षेत्र का बड़ा नाम बन चुका है। 10 साल पहले की गई पहल से खेती करके यह किसान आज करोड़पति बन चुका है।
जिस खेती को लोग घाटे का सौदा मानते थे किसान रामनारायण थाकण (Ramnarayan Thakan) ने उसे बड़े मुनाफे का सौदा बना दिया है। आज उनके मॉडर्न फार्म को देखने देश-प्रदेश से लोग आते हैं। जयपुर जिले की झोटवाड़ा पंचायत समिति के बसेड़ी गांव (Basedi Village) में यह फार्म एग्रो टूरिज्म (Agro Tourism) का सेंटर बन चुका है।
साल 2013 में रामनारायण (Ramnarayan Thakan) ने सरकारी सब्सिडी से दो पॉली हाउस लगाए। उन्हें इसका आइडिया कृषि विभाग की प्रदर्शनी देखकर आया। उस वक्त पॉली हाउस (poly house) लगाने वाले इस क्षेत्र के वे पहले किसान थे।
पहले ही साल 67 टन खीरे का प्रोडक्शन हुआ और बंपर कमाई भी। इसके बाद रामनारायण ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इजराइली तकनीक से पॉली हाउस में खीरे की खेती को और बढ़ाना शुरू किया। हर साल एक पॉली हाउस (poly house) लगाते गए। जिसमें वे ताइवानी खीरा (taiwanese cucumber) उगाते हैं। खीरे की स्थानीय बाजार में अच्छी मांग है।
ग्रीन एनर्जी ( green energy) का इस्तेमाल
रामनारायण के फार्म पर बड़े सोलर पैनल (solar panels) लगे हैं। सोलर पैनल से बिजली की जरूरतें पूरी हो जाती हैं। पॉली हाउस (poly house) में टेंपरेचर कंट्रोल करने से लेकर ड्रिप इरिगेशन में काफी बिजली खर्च (electricity cost) होती है। इसकी सप्लाई दिन में सोलर एनर्जी से हो जाती है। सोलर पैनल से बिजली का एक बड़ा खर्च बच जाता है।
रामनारायण के मॉडल को सफल होता देख बाकी किसानों ने भी उनकी देखा देखी पॉली हाउस (poly house) लगाकर उन्नत खेती शुरू की है। रामनारायण के खेत में खुद के 6 पॉली हाउस है। जबकि उनके परिवार में ही चाचा-ताऊ और अन्य भाइयों को मिलाकर 22 पॉली हाउस (poly house) हैं। रामनारायण की तकनीक (Technique) का फायदा ये है कि आज उनसे सीखकर कई किसान खेती से मुनाफा कमा रहे हैं।
8वीं पास रामनारायण को कृषि वैज्ञानिकों (agricultural scientists) जैसी नॉलेज
रामनारायण (Ramnarayan Thakan) आठवीं तक ही पढ़े लिखे हैं, लेकिन मॉडर्न फार्मिंग का उन्हें कृषि वैज्ञानिकों (agricultural scientists) जैसी नॉलेज है। पॉली हाउस में क्रॉप मैनेजमेंट से लेकर मार्केटिंग तक का पूरा काम खुद संभालते हैं।
फार्म पर रोज दूरा-दराज के किसान, एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (Agriculture University) के स्टूडेंट्स आकर उनसे पॉली हाउस में खेती करने और मुनाफा कमाने के गुर सीखते हैं। रामनारायण की पत्नी भी खेती के काम में उनका हाथ बंटाती हैं। उनका एक बेटा बिजनेस की पढ़ाई कर रहा है, लेकिन साथ-साथ खेती की तकनीक भी सीख रहा है।
बारिश के पानी का भी मैनेजमेंट (rain water management system in hindi)
रामनारायण ने पॉली हाउस में सिंचाई के लिए पानी का मैनेजमेंट ((rain water management system ) भी बहुत खास ढंग से किया है। पॉली हाउस के पास दो बड़े फार्म पोंड बना रखे हैं। 4-4 हजार वर्ग गज के छह पॉली हाउस की छत कैचमेंट एरिया का काम करती है। पॉली हाउस पॉली हाउस की छत पर गिरा पानी सीधे फार्म पोंड में इकट्ठा होता है, यह पानी सिंचाई में काम आता है। पॉली हाउस में ड्रिप इरिगेशन से सिंचाई होती है।