SUV Price: 23 लाख रुपये की Tata Safari यहां बिक रही 1 करोड़ में, जानें इसका कारण?
HR Breaking News (डिजिटल डेस्क) : हमारे देश में SUV गाड़ियों की काफी मांग है. इसके साथ इन गाड़ियों की मांग पड़ोसी देशों में है. दरअसल, हमारे देश की निर्माता कंपनियां पड़ोसी देशों में निर्यात करती हैं. आज हम अपने पड़ोसी देश नेपाल की करेंगे. यहां भारतीय SUVs की बहुत मांग हैं, लेकिन अगर कीमत पर नजर डालें तो यह हमारे देश के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. ऐसे में सवाल उठता है कि वहां हमारे पसंदीदा गाड़ियों की कीमत वहां क्या है. तो चलिए आपको नेपाल में मिलने वाली हमारी पसंदीदा कारों के बारे में बताते हैं.
इसे भी देखें : फिर सस्ते हुए सोने-चांदी के दाम, जानें आपके शहर के लेटेस्ट रेट
क्यों नेपाल में ज्यादा है कीमत?
HR Breaking News (डिजिटल डेस्क) : नेपाल में निर्यात की गई गाड़ियों की कीमतों के बारे में जानने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर ऐसा क्या है, जिसके कारण नेपाल और भारत में मिलने वाले सेम मॉडल्स की कीमतों में इतना अंतर पाया जाता है. कीमतों में अंतर का सबसे पहला कारण वहां और यहां की करेंसी वेल्यू में पाए जाने वाला अंतर है. भारत का एक रुपया नेपाल के 1.60 रूपैये (नेपाल की करेंसी का नाम ) कें बराबर है. इस वजह से भारत में मिलने वाली गाड़ियां नेपाल जाकर महंगी हो जाती है. इसके अलावा एक्साइज ड्यूटी, कस्टम ड्यूटी, रोड और वैट जैसे टैक्सों को मिलाकर कुल 250 फीसदी से अधिक टैक्स ली जाती है. इस सब कारणों से वहां जाकर इन गाड़ियों की कीमत भारत की तुलना में बहुत बढ़ जाती है.
भारत की ज्यादातर वाहन निर्माता कंपनियां हमारे पड़ोसी देशों में अपनी कारों का निर्यात करते हैं और आपको जानकार हैरानी होगी कि उन देशों में भी इन गाड़ियों को अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है. ऐसे में अगर पड़ोसी देश नेपाल की बात करें तो यहां भारतीय SUVs की बहुत मांग हैं, लेकिन अगर कीमत पर नजर डालें तो यह हमारे देश के मुकाबले कई गुना ज्यादा है. ऐसे में सवाल उठता है कि वहां हमारे पसंदीदा गाड़ियों की कीमत वहां क्या है. तो चलिए आपको नेपाल में मिलने वाली हमारी पसंदीदा कारों के बारे में बताते हैं.
क्यों नेपाल में ज्यादा है कीमत?
नेपाल में निर्यात की गई गाड़ियों की कीमतों के बारे में जानने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर ऐसा क्या है, जिसके कारण नेपाल और भारत में मिलने वाले सेम मॉडल्स की कीमतों में इतना अंतर पाया जाता है. कीमतों में अंतर का सबसे पहला कारण वहां और यहां की करेंसी वेल्यू में पाए जाने वाला अंतर है. भारत का एक रुपया नेपाल के 1.60 रूपैये (नेपाल की करेंसी का नाम ) कें बराबर है. इस वजह से भारत में मिलने वाली गाड़ियां नेपाल जाकर महंगी हो जाती है. इसके अलावा एक्साइज ड्यूटी, कस्टम ड्यूटी, रोड और वैट जैसे टैक्सों को मिलाकर कुल 250 फीसदी से अधिक टैक्स ली जाती है. इस सब कारणों से वहां जाकर इन गाड़ियों की कीमत भारत की तुलना में बहुत बढ़ जाती है.
इसे देखें : मार्केट में आ गया Samsung का सबसे सस्ता स्मार्टफोन, जल्द करें खरीदारी
टाटा सफारी (Tata Safari)
भारत में काफी पसंद की जाने वाली टाटा सफारी के टॉप मॉडल XZA+ Adventure की कीमत 22.60 लाख रुपये है. यही नेपाल में 99,50,000 नेपाली रूपैये में बिकती हैं. इस तरह भारत की तुलना में सफारी नेपाल में चार गुना से भी अधिक कीमत पर बिकती है.
महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio)
इन दिनों भारत में महिंद्रा की गाड़ियां धूम मचा रही है. चाहे XUV700 हो या नई क्लासिक, हर मॉडल को खूब पसंद किया जा रहा है. यही हाल पड़ोसी देश नेपाल में भी है. नेपाल में स्कॉर्पियो की कीमत करीब 44,40,000 नेपाली रूपैये है. वहीं, भारत में नई स्कॉर्पियो-एन की शुरुआती कीमत 11.99 लाख रुपये रखी गई है.
हुंडई क्रेटा (Hyundai Creta)
टाटा और महिंद्रा की तरह ही हुंडई भी नेपाल में अपनी गाड़ियों का निर्यात करती है. नेपाल में हुंडई क्रेटा की शुरुआती कीमत 46.96 लाख नेपाली रूपैये है, जबकि भारत में इसकी शुरुआती कीमत 10.91 लाख रुपये है. इस तरह इनकी कीमत में एक बहुत बड़ा अंतर देखने को मिलता है. यहां ध्यान देने वाली बात है कि क्रेटा का टॉप मॉडल भारत में 20.90 लाख रुपये में बिक्री के लिए उपलब्ध है और यह भी नेपाल में मिल रहे क्रेटा बेस मॉडल की कीमत से कम है.
और देखें : चरित्रहीन महिलाओं में होती ये आदतें, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
मारुति सुजुकी विटारा ब्रेजा (Maruti Suzuki Vitara Brezza)
बाकी मॉडल्स की तरह ही मारुति की विटारा ब्रेजा का भी यही हाल है. मारुति-सुजुकी विटारा ब्रेजा नेपाल में करीब 43 लाख नेपाली रूपैये में बिक्री के लिए उपलब्ध है. वहीं, भारत में विटारा ब्रेजा की कीमत 7.99 लाख से शुरू हो जाती है.
