8th CPC Salary Hike : नए वेतन आयोग में 40,000 से 45,000 रुपये बढ़ेगी कर्मचारियों की सैलरी, यह रहेगा फिटमेंट फैक्टर
8th CPC Salary Hike : आठवें केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) के गठन की खबर से केंद्रीय कर्मचारियों (central employees) में उत्साह है। इस बीच एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि नए वेतन आयोग में कर्मचारियों की सैलरी 40,000 से 45,000 रुपये तक बढ़ेगी... और ये रहेगा फिटमैंट फैक्टर-
HR Breaking News, Digital Desk- (8th CPC Salary Hike) आठवें केंद्रीय वेतन आयोग (CPC) के गठन की खबर से केंद्रीय कर्मचारियों (central employees) में उत्साह है। सरकार ने संसद में जानकारी देते हुए बताया कि 8वें वेतन आयोग को मंजूरी मिल गई है। यह आयोग सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों (pensioners) के वेतन ढांचे की समीक्षा करेगा।
कर्मचारियों को संभावित वेतन वृद्धि और संशोधित पेंशन (pension) लाभों की उम्मीद है। सरकार ने स्पष्ट किया कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें स्वीकार होने के बाद ही वेतन में बदलाव लागू होंगे, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक लाभ मिलेगा।
केंद्र सरकार (central government) ने अभी तक आठवें वेतन आयोग को लागू करने की कोई निश्चित तारीख घोषित नहीं की है। हालांकि, ऐसी उम्मीद है कि यह 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें देरी हो सकती है और यह 1 अप्रैल 2026 से प्रभावी हो सकता है। आठवें वेतन आयोग के लिए फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक होने की संभावना है। फिटमेंट फैक्टर एक महत्वपूर्ण कारक है जिसका उपयोग सरकारी कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी की गणना करने के लिए किया जाता है।
अलग-अलग फैक्टर-
विभिन्न वेतन आयोगों में फिटमेंट फैक्टर (Fitment factor) अलग-अलग होता है। उदाहरण के लिए, वें वेतन आयोग ने इसे 2.57 तय किया था, जिससे केंद्रीय कर्मचारियों का न्यूनतम मूल वेतन ₹7,000 से बढ़कर ₹18,000 हो गया। इस बार फिटमेंट फैक्टर 2.86 तक होने की उम्मीद है।
जब कोई नया वेतन आयोग लागू होता है, तो महंगाई भत्ता (DA) शून्य हो जाता है क्योंकि सूचकांक नए सिरे से शुरू होता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि कर्मचारियों का वेतन मुद्रास्फीति के अनुरूप बना रहे। फिटमेंट फैक्टर वेतन वृद्धि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सैलरी बढ़ी लेकिन डीए हो गया जीरो-
सातवें वेतन आयोग (7th pay commission news) ने 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू किया, जिससे न्यूनतम बेसिक सैलरी ₹18,000 हो गई। शुरुआत में, DA शून्य कर दिया गया था, इसलिए बेसिक सैलरी (Basic Salary) में वास्तविक वृद्धि 14.3% थी। हालांकि, भत्तों को मिलाकर, कुल सैलरी में पहले साल में 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसकी तुलना में, 6वें वेतन आयोग ने 2006 में सैलरी और भत्तों में लगभग 54% की बड़ी वृद्धि की सिफारिश की थी।
