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चाणक्य नीति: पुरुषों में हों ये 5 गुण तो महिलाएं उनके तरफ आती है भागी चली

चाणक्य ने अपनी नीति में महिलाओं के कुछ गणों के बारे में जिक्र किया है चाणक्य ने बताया है की एक पुरुष को दुश्मानों से हमेशा सर्तक रहना चाहिए. पत्नी के दुख-सुख में उसका साथ देना चाहिए. कभी लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए। आइए नीचे खबर में जानते हैं. 

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चाणक्य नीति: पुरुषों में हों ये 5 गुण तो महिलाएं उनके तरफ आती है भागी चली 

HR Breaking News (ब्यूरो) : भारत ही नहीं दुनिया के पहले अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाजशास्त्री, नीतिशास्त्री के तौर पर अपनी पहचान रखनेवाले आचार्य चाणक्य यानी कौटिल्य को कौन नहीं जनता है. आचार्य चाणक्य के नीति शास्त्र के नियमों को आप पढ़ेंगे तो यह आपके जीवन से जुड़ी हर सच्चाई को बयां करनेवाली है. यह आपके जीवन को बेहतर और बेहतर बनाने के लिए काफी है. ऐसे में आप अपने जीवन में आचार्य चाणक्य की इन नीतियों को स्थापित कर या इसपर चलकर जीवन को बेहतर से बेहतरीन तक बना सकते हैं. आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के जरिए कई कठिन संदेश दिए हैं. जिन्हें जानना, पढ़ना, सीखना और इस पर अमल करना आपके जीवन के लिए जरूरी है।

ऐसे में हम आपको चाणक्य के नीति शास्त्र के उस सिद्धांत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप अपनी स्त्री को हमेशा खुश और संतुष्ट रख सकते हैं. पुरुष के अंदर अगर चाणक्य के बताएं ये गुष हों तो आपके परिवार में खुशियां, शांति और संतुष्टि व्याप्त रहती है. चाणक्य की मानें तो जिन पुरुषों में कुत्ते की तरह के ये 5 गुण होते हैं उनकी स्त्री उनसे संतुष्ट रहती है।

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कम मिले तो भी संतुष्ट रहना


चाणक्य कहते हैं कि पुरुष को उनकी शक्ति के अनुसार काम पर ध्यान लगाना चाहिए. उससे जो धन उसे प्राप्त होता है उसी से उसे संतुष्ट रहना चाहिए. उसके पास अपनी कमाई का जितना धन हो उसी में ही परिवार का पालन पोषण करना चाहिए. जो पुरुष ऐसा कर पाता है वह सर्वश्रेष्ठ पुरुषार्थ का मालिक होता है. ऐसे में पुरुष को कुत्ते की तरह यह गुष अपने अंदर रखना चाहिए. कुत्ते को देखिए उसे जितना खाना मिल जाए उसमें वह संतुष्ट हो जाता है. ऐसे में एक पुरुष को जितना प्यार और धन मिले उसमें संतुष्ट रहे तो उसके परिवार में खुशियां और स्त्री के मन में संतुष्टि बनी रहती है।

पुरुष रहें हमेशा सतर्क 


आपने कुत्ते को ध्यान से देखा होगा वह थोड़ी सी आहट पर भी चौंकन्ना हो जाता है. एक पुरुष में भी कुत्ते की तरह सर्तकता का गुण होना चाहिए. वह अपने परिवार, परिवार की स्त्री और अपने कर्तव्य को लेकर सतर्क रहे तो उसके जीवन में कभी परेशानियां फटकेगी तक नहीं. एक पुरुष को हमेशा दुश्मनों से सतर्क रहना चाहिए उसे अपनी परिवार की रक्षा करने के लिए सतर्क रहने की सबसे ज्यादा जरूरत है. ऐसे पुरुष से उनकी महिलाएं हमेशा खुश रहती हैं।


वह वफादार हो


एक स्त्री हमेशा वफादार इंसान को प्यार करती है. यही गुण एक कुत्ते में होता है इसलिए वह मालिक का प्यारा होता है. उसपर उसका मालिक शक नहीं करता है. ऐसे में पुरुषों को अगर अपने परिवारा को कलह से दूर सुख, शांति से रखना है तो उसको वफादार होने की जरूरत है. खासकर अपनी स्त्री के प्रति, इससे उसकी पत्नी हमेशा संतुष्ट और खुश रहेगी और परिवार का वातावरण हमेशा बेहतर बना रहेगा।

पुरुष के अंदर पुरुषार्थ यानी वीरता बरकरार रहे 


कुत्ते की तरह ही पुरुष के अंदर भी वीरता का गुण होना चाहिए. आपको पता है कुत्ता समय आने पर अपने मालिक की रक्षा के लिए जान तक गंवा सकता है. ऐसे में आप अगर पुरुषार्थी हैं और समय आने पर अपनी स्त्री के लिए जान दाव पर लगाने की क्षमता रखते हैं तो आपकी पत्नी आपसे हमेशा संतुष्ट रहेगी।

पत्नी को हमेशा खुश और संतुष्ट रखे

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कहते हैं कि अगर आपकी पत्नी आपके व्यवहार से खुश और संतुष्ट है तो आपके घर में देवता निवास करते हैं. आप स्त्री की हर तार्किक बातों को मानते हों उसकी भावनाओं का सम्मान करते हों. भावनात्मक रूप से हमेशा उसके साथ खड़े हों और उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की क्षमता रखते हों तो आपका रिश्ता हमेशा अपनी पत्नी के साथ बेहतर रहेगा और आपके परिवार में भी सुख, शांति और समृद्धि का वास होगा।

( यह सभी बातें चाणक्य नीति से मिली जानकारियों पर आधारित हैं. HR Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है)