दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा को मिलने जा रही है नए एक्सप्रेस वे की सौगात, जमीन का अधिग्रहण शुरू
700 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस वे एक किलोमीटर चौड़ा होगा। इसको लेकर एनएचएआई ने कंसलटेंट एजेंसी भी नियुक्त कर दी है। यह एक्सप्रेस वे 22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा।
एक्सप्रेसवे से लाखोंं लोगों को सीधा लाभ होगा। इस एक्सप्रेसवे को 90 से 100 किलोमीटर चौड़ा बनाया जाएगा। इसके अलावा यह 700 किलोमीटर लंबा होगा। यूपी के पूर्वी राज्यों मेंं पहुंचने के लिए यह सबसे अच्छा रूट होगा।
सभी जिलों के डीएम को भेजी सूचना
एक्सप्रेस वे के निर्माण को लेकर कंसलटेंट एजेंसी नियुक्त कर दी गई है। जो डीपीआर बनाने में जुट गई है। संबंधित जिलों के डीएम को भी इसकी सूचना भेज दी गई है।
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भरतमाला परियोजना के अंतगर्त शामली और गोरखपुर एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। यह प्रोजेक्ट पंजाब नार्थ इस्र्ट कॉरिडोर का हिस्सा है। इस एक्सप्रेसवे को 110 किलोमीटर शामली अंबाला हरियाणा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा।
इस प्रोजेक्ट को लेकर भूमि अधिग्रहण की तैयारी शुरू हो चुकी है। अंबाला शामली एक्सप्रेस वे साल 2024 में बनकर तैयार होगा।
इन 22 जिलो से जुड़ेगा एक्सप्रेसवे
अभी गोरखपुर जाने के लिए आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे होकर जाना पड़ता है। यह करीबन 912 किलोमीटर है। लेकिन इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद यह यात्रा 200 किलोमीटर कम होगी। जिससे लोगोंं के समय की बचत के साथ यात्रा भी सुविधाजनक हो जाएगी।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, अयोध्या, गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायू, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, सभल, अमरोहा, बिजनौर, मेरठ, मुजफ्रनगर, सहारनपुर और शामली जिले को जोड़ेगा।
इन तहसीलों का होगा अधिग्रहण
इस एक्सप्रेसवे के लिए गोरखपुर, बस्ती, खजनी, सहजनवा, खलीलाबाद, बस्ती, हरैया, अयोध्या, केसरगंज, लखनऊ का बख्शी का तालाब, सिधौली, मिश्रिख, हरदोई, शाहबाद, संडीला, शाहजाहपुर, दातागंज, फरीदपुर, बरेली, आवला, मीरगंज, शाहबाद, बिलारी, सभल, अमरोहा, धनौरा, चांदपुर, मावना, खतौली, मुज्जफरबाद, देवबंद और शामली तहसील की जमीन अधिग्रहित होगी।