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EPFO Update: 25 हज़ार सैलरी वालों को मिलेंगे 1 करोड़ से भी ज्यादा रूपए, सरकार ने बनाया ये धाकड़ प्लान

आम लोगों को एक बेहतर जीवन देने के लिए सरकार नए नए प्लान लती रहती है और ऐसा ही एक प्लान सरकार ने 25 हज़ार की सैलरी वालों के लिए शुरू किया है जिसमे आपको रिटायरमेंट पर 1 करोड़ से भी ज्यादा पैसे मिलेंगे, क्या है पूरा प्लान, आइये जानते है। 
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HR Breaking News, New Delhi  : देश में जल्दी ही न्यू वेज कोड लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है. सरकार के न्यू वेज कोड लागू करने के बाद प्राइवेट नौकरी करने वालों की टेक होम सैलरी, PF और Gratuity पूरी तरह से बदलाव हो जाएगा. बता दें कि इस नए कोड को लेकर अब तक 90 फीसदी राज्यों ने ड्राफ्ट रूल्स तैयार कर दिए हैं. नए वेज कोड में Cost to Company (CTC) को लेकर देश में काफी चर्चा है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए कोड के आने से लोगों की मंथली सैलरी कम हो जाएगी लेकिन EPF में ज्यादा फंड तैयार होगा. इससे रिटायरमेंट पर आपको ज्यादा पैसा मिलेगा.

सूत्रों के मुताबिक New Wage Code में लोगों की बेसिक सैलरी अगर 25 हजार रुपये महीना होगी तब सालाना इंक्रीमेंट 5 फीसदी के हिसाब से रिटायरमेंट पर EPF की रकम 1,16,62,366 रुपये हो जाएगी. इससे EPF का फंड और ज्यादा बढ़ जाएगा.वहीं अगर किसी की मंथली सैलरी 50 हजार रुपये है और उसका बेसिक पे 15 हजार है तब रिटायरमेंट पर PF की रकम 69,97,411 रुपये होगी.

दरअसल, किसी कंपनी की तरफ से अपने कर्मचारी पर किया जाने वाला खर्च CTC होता है, और यही उस कर्मचारी का पूरा पैकेज होता है. इसमें मंथली बेसिक पे, भत्ते, रीइम्बर्समेंट शामिल होता है. वहीं सालाना आधार पर ग्रेच्युटी, एनुअल वैरिएबल पे, एनुअल बोनस जैसे प्रोडक्ट शामिल होते हैं. आपको बता दें कि CTC की रकम कर्मचारी की टेक होम सैलरी के बराबर कभी नहीं होती. टेक होम सैलरी इससे कम होती है. CTC में कई कंपोनेंट होते हैं- CTC = ग्रॉस सैलरी + PF + ग्रेच्युटी

बेसिक सैलरी


बेसिक सैलरी किसी कर्मचारी की बेस इनकम होती है और बिना टैक्स काटे जो बेसिक पे और भत्तों को जोड़कर सैलरी बनती उसे ग्रॉस सैलरी कहते हैं. इसमें बोनस, ओवर टाइम पे, हॉलिडे पे और अन्य मद के भत्ते शामिल होते हैं, लेकिन ये टेक होम सैलरी नहीं होती है. Gross Salary = बेसिक सैलरी+HRA+अन्य भत्ते

टेक होम सैलरी


टैक्स कटने के बाद जो सैलरी बनती है उसे नेट इनकम कहते हैं. जैसे – Net Salary = Basic Salary + HRA + भत्ते – आयकर – EPF – Professional Tax

ये भत्ते होते हैं शामिल


HRA : हाउस रेंट अलाउंस कर्मचारी को रेंट पर घर के एवज में दिया जाता है.
LTA : LTA कर्मचारी को घरेलू यात्रा पर दिए जाने वाला खर्च है. इसमें फूडिंग, होटल किराया शामिल नहीं होता.
महंगाई भत्ता: DA जीविका से जुड़ा भत्ता है. यह महंगाई की एवज में दिया जाता है. समय-समय पर इसमें बढ़ोतरी होती रहती है.
स्पेशल अलाउंस, मेडिकल अलाउंस व प्रोत्साहन या इंसेटिव शामिल होता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कई कंपनियों में कर्मचारी को इलाज, फोन खर्च, न्यूजपेपर बिल को रीइम्बर्स करने का प्रावधान होता है. यह रकम सैलरी से अलग मिलती है.