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Fast Train: दिल्ली से राजस्थान का सफर केवल 3 घंटे में होगा पूरा,160 किमी की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन

रेलवे यात्रियों को जल्द ही सुपर फास्ट रेल सेवा की सौगात मिलने वाली है। जिसके बाद यात्रियों का दिल्ली से राजस्थान का सफर महज 3 घंटे में पूरा होता दिखाई देने वाला है। जानकारी के अनुसार इस ट्रेन की स्पीड 160 किमी स्पीड होगी। 
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Rajasthan News: राजस्थान के रेल यात्रियों (Indian Railways) के लिए एक अच्छी खबर है. अब जयपुर से दिल्ली (Jaipur to Delhi Train) का सफर काफी आसान होने वाला है. रेलवे इस रूट पर ट्रेन की स्पीड बढ़ाने पर काम कर रहा है. ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के बाद अब जयपुर से दिल्ली का सफर सिर्फ 3 घंटे में पूरा किया जा सकेगा. इस रूट पर ट्रेन 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक की रफ्तार से दौड़ सकेगी.


जयपुर. आगरा के बाद अब जयपुर-दिल्ली रूट पर ट्रेन की स्पीड बढ़ाने का काम शुरू हो चुका है. उत्तर पश्चिम रेलवे को जब से गतिशक्ति योजना में शामिल किया गया है तब से ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के काम को आधुनिक तकनीक के सहारे जल्द पूरा करने की योजना शुरू हो चुकी है. स्पीड बढ़ाने के दायरें में वो सभी रेलें शामिल है जो लंबी दूरी पर चल रही है और जिन में यात्रीभार ज्यादा सफर करता है. जयपुर और दिल्ली के बीच में सफर करने वाले रेल यात्रियों की तादाद लाखों में है. जयपुर से दिल्ली के बीच में सबसे लोकप्रिय ट्रेन डबल डेकर चलती है जो सुबह 6 बजे जयपुर से रवाना होकर 10.30 से 11 के बीच दिल्ली पहुंचती है.

यह ट्रेन साढ़े चार से 5 घंटे का समय लेती है. अब गतिशक्ति योजना के बाद जयपुर-दिल्ली रूट पर इन ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए रैक सुधार से लेकर ऑटोमेटिक सिग्नलिंग का काम करने की योजना है. अगर समय रहते इन कामों को पूरी कर लिया जाता है तो जयपुर-दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन जयपुर से दिल्ली पहुंचने के लिए महज 3 से साढ़े तीन घंटे लेगी.


160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन
सिग्नलिंग की वजह से ट्रेनों को अक्सर देरी होती है और दूसरी ट्रेनों को पास देने के लिए अक्सर लंबी दूरी की ट्रेनों को सिग्नल पर आधे घंटे तक का इंतज़ार करना पड़ता है. सिग्नल अगर ऑटोमेटिक होते है तो जयपुर-दिल्ली के बीच चलने वाली रेल की स्पीड को 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक ले जाया सकता है. इस काम को जल्द पूरा करने के लिए केन्द्र से निगरानी के लिए एक अधिकारी को उत्तर पश्चिम रेलवे ज़ोन में भेजा गया है जो यहां से पूरी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को पेश करेंगे. इसके अलावा स्टेशन रि-डवलेपमेंट योजना के तहत भी NWR में काम शुरू हो चुका है.


जयपुर जंक्शन, गांधीनगर रेलवे स्टेशन समेत राज्य के 9 रेलवे स्टेशन गतिशक्ति और स्टेशन रिडवलेपमेंट में शामिल है. इस योजना से जुड़ी सारी रिपोर्ट समय समय पर GM और रेलवे बोर्ड को दी जाएगी. फिलहाल ये तारीख तय नहीं की गई है कि जयपुर-दिल्ली के अधिकतम स्पीड पर रेल कब दौड़ना शुरू कर देगी. लेकिन अधिकारियों के पहुंचने से लेकर रिपोर्ट तैयार करने पर काम तेजी से शुरू हो चुका है. जल्द ही तकनीकी बाधाओं को दूर करके इस सफर को आसान बनाया जा सकेगा. जयपुर से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्री स्पीड़ बढ़ने के बाद एक ही दिन में दिल्ली में अपना काम खत्म करके जयपुर समय पर वापस लौट सकेंगे.