Highway वाहन चालकों को आज से दिल्ली NCR के जाम से मिलेगा छुटकारा, शुरू हुआ ये हाईवे
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, भारतमाला प्रोजेक्ट में हरियाणा को 30 जुलाई से एक और सिक्सलेन ग्रीनफील्ड हाईवे मिल जाएगा। इस हाईवे पर 30 और 31 जुलाई को ट्रायल होगा। उसके बाद 1 अगस्त 2022 से इस हाईवे पर 4 जगह टोल प्लाजा शुरू हो जाएंगे। इस हाईवे से हरियाणा के 8 जिलों खासकर दक्षिणी हरियाणा में पड़ने वाले नारनौल-महेन्द्रगढ़ और भिवानी को सीधे चंडीगढ़ से कनेक्टिविटी मिल जाएगी।
ट्रांस हरियाणा ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट के तहत बने इस 227 किलोमीटर लंबे सिक्सलेन नेशनल हाईवे का नाम NH-152D है। यह नेशनल हाईवे नारनौल बाईपास के मांदी गांव से शुरू होकर सीधे कुरुक्षेत्र जिले के इस्माइलाबाद एरिया के गंगहेड़ी गांव तक पहुंचेगा। अंबाला-कोटपूतली इकॉनोमिक कॉरिडोर के तहत इस हाईवे को बनाने की घोषणा 2018 में हुई थी।
NHAI की ओर से जारी लैटर के अनुसार, सिक्सलेन हाइवे का काम लगभग पूरा हो गया है। 30 और 31 जुलाई तक इस पर बतौर ट्रायल ट्रैफिक शुरू किया जाएगा। उसके बाद 1 अगस्त से हाईवे पर टोल वसूली की जाएगी। 227 किलोमीटर लंबे इस हाइवे पर 4 टोल बूथ बनाए गए हैं। पहला टोल बूथ महेन्द्रगढ़ में बना है।
कोरोना महामारी के चलते NH-152D का काम शुरू होने में देरी हुई। 14 जुलाई 2020 को इसका शिलान्यास हुआ। गंगहेड़ी के बाद यह अंबाला-नरवाना हाईवे में मिल जाएगा। अभी तक दक्षिणी हरियाणा के नारनौल, महेन्द्रगढ़ और भिवानी जैसे जिलों के लोगों के लिए चंडीगढ़ तक सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी। इस हाईवे के बनने से इन इलाकों के लोगों को फायदा होगा।
राजस्थान से आने वालों को बड़ी राहत
अभी तक महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान की तरफ से आने वाले वाहनों को कुरुक्षेत्र, करनाल, अंबाला, चंडीगढ़, कैथल या रोहतक जाने के लिए दिल्ली-जयपुर हाईवे-48 पर रेवाड़ी से होकर गुजरना पड़ता था। आगे उन्हें या तो केएमपी पर चढ़ना पड़ता या फिर वाया दिल्ली जाना पड़ता था। NH-152D बनने से राजस्थान की तरफ से आने वाली गाड़ियां अब राजस्थान के कोटपूतली में पनियाला मोड़ से सीधे नारनौल के मांदी बाईपास होते हुए इस हाईवे के जरिये अंबाला जा सकेंगी।
8 जिलों को सीधा लाभ
नेशनल हाईवे-152डी बनने का सीधा लाभ हरियाणा के 8 जिलों महेन्द्रगढ़, कुरुक्षेत्र, रोहतक, कैथल, भिवानी, करनाल, चरखी-दादरी और जींद जिले को होगा। अभी तक इन आठ जिलों की चंडीगढ़ या राजस्थान के लिए सीधे कोई कनेक्टिविटी नहीं थी।
3 घंटे में 227 किलोमीटर का सफर
लगभग 5 हजार 108 करोड़ रुपए से बनकर तैयार हुए नेशनल हाईवे-152D के बाद नारनौल से कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद की दूरी 265 किलोमीटर से घटकर 227 किलोमीटर रह जाएगी। नारनौल से अंबाला का सफर महज 3 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इस हाईवे पर ट्रैफिक को स्मूथ रखने के लिए लगभग 122 ब्रिज बनाए गए हैं। पर्यावरण का खास ख्याल रखते हुए हाईवे के दोनों तरफ सवा लाख से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए गए हैं।