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Law News - अब मां-बाप को नहीं सता पाएंगे बच्चे, नालायक बच्चों के लिए आया नया कानून

मां बाप अपने बच्चों के लिए क्या कुछ नहीं करते। लेकिन जब मां-बाप के लिए बच्चों का कुछ करने का समय आता है तो वे बच्चे अपने मां-बाप को घर से निकाल देते है या उनके साथ बुरा व्यवहार करते है। लेकिन अब इस रोक लग चुकी है। सरकार के नालायक बच्चों के लिए एक नया कानून बनाया है। 

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HR Breaking News, Digital Desk- किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकां आई... मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से में मां आई... मुनव्वर राना का ये शेर आपने आप में ये बताने के लिए काफी है कि आज देश में मां-बाप की हालत क्या है. यही शेर आज के बच्चों में फर्क को भी साफ साफ दिखाता है. एक वो बच्चे हैं जिन्हें मां-बाप नहीं सिर्फ उनकी संपत्ति चाहिए और दूसरे वो जिनके लिए उनके माता पिता किसी भी चीज से ज्यादा बड़े हैं. जिन्हें संपत्ति नहीं, सिर्फ मां बाप चाहिए.

आज के आधुनिक होते भारत की विडंबना यही है कि दूसरे किस्म के बच्चों की तादाद गिर रही है. आज बच्चे अपने माता-पिता को एक बोझ की तरह देख रहे हैं. ऐसा बोझ जिसे वो ढोना नहीं चाहते. शायद इसी लिए श्रवण कुमार के इस भारत में मां-बाप की सेवा करने के लिए भी कानून बनाने की जरूरत पड़ी है. इसकी पहल बिहार सरकार ने कर दी है.


क्या कहता है नया कानून-


1. बच्चों के लिए बूढ़े माता-पिता की सेवा करना जरूरी होगा.
2. ऐसा न करने पर बच्चों को जेल हो सकती है.
3. माता-पिता का अपमान करना भी बच्चों को भारी पड़ेगा.
4. क्योंकि ऐसा करने पर उन पर `5,000 का जुर्माना लगेगा.


5. मां-बाप का अपमान करने पर 3 महीने की जेल भी हो सकती है.
6. जेल होने पर जमानत पर बाहर आना भी संभव नहीं होगा.
7. कानून में माता-पिता की संपत्ति के लिए प्रावधान किए गए हैं.


8. जिसके मुताबिक बच्चों को संपत्ति तब मिलेगी जब माता पिता उनके साथ रहें.
10. संपत्ति अपने नाम होने के बाद माता-पिता को घर से निकाला तो करार रद्द हो जाएगा.


इसे समाज में बढ़ती कुरीति कहें या माता पिता और बच्चों के बीच रिश्तों की कमजोर होती डोर, समझ नहीं आता. लेकिन, आंकड़े बूढ़े मां-बाप का दर्द बखूबी बयां करते हैं.