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Parenting tips : लड़की वक्त से पहले हो रही है जवान, इन बातों का रखें ध्यान

अगर आपकी बेटी में शारीरिक बदलाव आ रहे हैं तो माता-पिता को कभी इन बातों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लड़कियों में 12 से 14 की उम्र में दिखने लगते हैं ये लक्षण। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं। पूरी जानकारी

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HR Breaking News (ब्यूरो) : एक उम्र में लड़के और लड़की में शारीरिक बदलाव आते हैं, जिन्हें प्यूबर्टी के नाम से जाना जाता है. प्यूबर्टी यानी किशोरावस्था में शरीर के अंगों में बदलाव आने लगते हैं. वैसे आजकल लड़कियों में अर्ली प्यूबर्टी के मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं. नॉर्मली लड़कियों में प्यूबर्टी के लक्षण 12 से 14 की उम्र में नजर आते हैं, लेकिन अर्ली प्यूबर्टी में लड़कियों में लक्षण 7 साल की उम्र से ही दिखने लग जाते हैं. कई रिसर्च में सामने आया है कि अर्ली प्यूबर्टी में लड़कियों का ब्रेस्ट साइज बढ़ने लगता है. बच्चों में इस तरह के लक्षण देखकर पेरेंट्स डॉक्टर्स(parents doctors) से कांटेक्ट करते हैं. उनका चिंतित होना जायज है, क्योंकि छोटी उम्र में इस संकेतों का नजर आना बच्चे की हेल्थ और सुरक्षा दोनों के लिए ठीक नहीं होता।

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पेरेंट्स को ये बात सताने लगती है कि उनकी बेटी के पीरियड्स कहीं 8 साल की उम्र में ही तो शुरू नहीं हो जाएंगे. यहां हम आपको प्यूबर्टी से जुड़े कुछ अहम संकेत और जानकारियां आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं।

प्यूबर्टी के संकेत


कई बार पेरेंट्स पीरियड्स आने को प्यूबर्टी समझ लेते हैं, जबकि ये इसका संकेत नहीं माना जाता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्रेस्ट साइज का बढ़ना इसका बड़ा संकेत होता है. वैसे आर्मपिट में बदबू, बाल, पिंपल्स इसके लक्षण नहीं है. हालांकि इसे प्यूबर्टी से जोड़ा जाता है. एक समय था जब 8 साल की उम्र में लड़कियों में इन लक्षणों का दिखना असामान्य होता है, लेकिन आज के समय में इस तरह के मामलों का सामना आना कॉमन हो गया है।

अर्ली प्यूबर्टी के कारण


वैसे तो अर्ली प्यूबर्टी के होने की सटीक वजह बताई नहीं जा सकती, लेकिन इसे मोटापे से भी जोड़ा जाता है. एक रिसर्च में सामने आया है अर्ली प्यूबर्टी मोटापे का शिकार भी बना सकती है. मोटापा बढ़ने का कारण फैट है, जो कि एक हार्मोन है. ये हार्मोन बाकी हार्मोन्स को प्रभावित करता है और लड़कियों में फैट टिशू की प्रॉब्लम बढ़ने लगती है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये फैट टिशूज अगर बढ़ जाए, तो भी अर्ली प्यूबर्टी की प्रॉब्लम हो सकती है।

इन पेरेंटिंग टिप्स को करें फॉलो


– अगर आपके बच्चे में अर्ली प्यूबर्टी के लक्षण या संकेत नजर आने लगे हैं, तो आपको इस कंडीशन में पैनिक नहीं होना चाहिए. आप पैनिक होंगे, तो आपकी बेटी की मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर इसका बुरा असर पड़ सकता है. आपको अपनी बेटी से इसके बारे में खुलकर बात करनी चाहिए।


– भले ही आपकी बेटी में प्यूबर्टी के लक्षण नजर आने लगे हैं, लेकिन आपको उसकी उम्र का खयाल रखकर ही व्यवहार करना चाहिए. आप उसे बड़ा समझकर बिहेव करने लगेंगे, तो हो सकता है कि वह नेगेटिव हो जाए. पेरेंट्स बच्ची के पहनावे को लेकर टोकना शुरू कर देते हैं।

– आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि आपकी बच्ची के हाव भाव में क्या बदलाव आ रहे हैं।

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( इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. HR Breaking News इनकी पुष्टि नहीं करता है. किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इस पर अमल करें.)