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Ration राशन कार्ड धारकों को इस महीने से मिलेगा फ्री राशन, नियमों में हुआ ये बदलाव

Online Ration Card: मारामारी के बाद से सरकार की ओर से गरीब लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए फ्री राशन स्कीम (Free Ration Scheme) की शुरूआत की गई थी। जिसके नियमों में अब सरकार की ओर से बड़ा बदलाव किया गया है। आइए नीचे खबर में जानते है नियमों के बदलाव के चलते अब राशन कार्ड (Rashion Card) धारकों को किस महीने से मिलेगा फ्री राशन
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Ration Card: गरीबों के कल्याण के लिए सरकार की ओर से कई कदम उठाए गए हैं. वहीं सरकार की ओर से कई स्कीम भी गरीब वर्ग के लोगों के लिए चलाई जा रही है. कोई भूखा न सोए, इस उम्मीद से सरकार गरीब लोगों को फ्री राशन भी मुहैया करवा रही है. कोरोना के बाद से ही लोगों को आर्थिक स्तर पर कई प्रकार की चुनौतियां देखने को मिली हैं. ऐसे में कई ऐसे लोग भी मौजूद हैं जिन्हें दो वक्त की रोटी भी ठीक से नसीब नहीं हो पाती है. ऐसे ही लोगों के लिए सरकार की ओर से फ्री राशन की स्कीम चलाई जा रही है. वहीं सरकार की ओर से फ्री राशन की स्कीम की डेडलाइन को बढ़ा दिया गया है.


इस महीने तक मिलेगा फायदा
मोदी सरकार की ओर से इस साल मार्च के महीने में फ्री राशन स्कीम की डेडलाइन को बढ़ा दिया था. 80,000 करोड़ रुपये की लागत से गरीबों को 5 किलो अनाज मुफ्त में छह महीने के लिए सरकार की ओर से दिया जा रहा है. पहले इस स्कीम की आखिरी तारीख 31 मार्च 2022 थी. हालांकि मार्च के महीने में ही इसे 30 सितंबर 2022 तक बढ़ा दिया गया था. इसके साथ ही गरीब तबके के लोग इस स्कीम का फायदा इस साल सितंबर महीने तक उठा सकते हैं.


इतना आया खर्च

COVID-19 के कारण गरीब लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकार की ओर से फ्री राशन की स्कीम लाई गई थी. वहीं पिछले दो वर्षों में इस योजना के तहत पहले ही लगभग 2.6 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और मार्च में इस योजना को छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया था. इसके कारण इस योजना में और 80,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

ये मिलता है फायदा
बता दें कि मार्च 2020 में केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत कवर किए गए 80 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो अनाज मुफ्त प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PM-GKAY) की शुरुआत की गई थी. COVID महामारी के दौरान लोगों की कठिनाइयां इस योजना के कारण काफी कम भी हुई.