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कन्यादान करने वाले युवक को महिला ने बना लिया अपना पति! बेडरू में करती है ये काम

Brother Become Husband of Own Sister stay Live in Relationship Sister हिंदू शास्त्रों में भाई बहन के रिश्ते को बड़ा ही पवित्र माना जाता है।  लेकिन आज के समय में युवा सभी मान मर्यादाओं को पार कर वो काम करने में लगे जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते है। ऐसा ही एक मामला आजकल चर्चा में है जिसमें एक महिला कन्यादान करने वाले सख्स को ही अपना पति बना लिया। आइए जानते है क्या है पूरा मामला
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, Brother Become Husband of Own Sister  भारत एक ऐसा देश है, जिसे पूरी दुनिया में तहजीब और संस्कार का देश कहा जाता है। लेकिन बीते कुछ दिनों से भारत में पाश्चात्य सभ्यता ने सेंध लगा दी है, जिसके चलते युवा सभी मर्यादाओं को पार कर वो काम कर गुजर रहे हैं, जिसे समाज मान्यता नहीं देता। जी हां कई बार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जो ये सोचने पर मजबूर कर देते हैं कि हम पुरानी पंरपराओं और नातों को भूलते जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला इन दिनों सुर्खियों में है, जिसकी चर्चा हो रही है।


Brother Become Husband of Own Sister  दरअसल ये मामला सिनेमा जगत यानि टीवी इंडिस्ट्री की है, जहां ’ये रिश्ता क्या कहलाता है’ में ’नौतिक’ का किरदार निभाकर घर-घर में मशहूर हुए करण मेहरा अपनी शादी शुदा लाइफ और अफेयर को लेकर चर्चा में हैं। वहीं, करण ने अलग होने के बाद अपनी पत्नी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।


हाल ही में करण ने रोते हुए कहा था कि निशा उन्हें बेटे मे मिलने नहीं देती हैं और किसी गैर मर्द के साथ उनके ही घर में रह रही हैं। अब करण ने इस गैर मर्द का नाम उजागर कर दिया है, जिसके सुनकर आप भी शॉक्ड रह जाएंगे। करण मेहरा ने मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और निशा के बारे में चौंकाने वाले खुलासे किए। करण ने बताया कि उनकी वाइफ निशा के उसके राखी भाई रोहित साथिया के साथ एक्सट्रामैरिटल अफेयर है। करण ने कहा कि निशा पहले रोहित साथिया को भाई मानती थीं, उसे राखी बांधी थी पर अब उसके साथ ही निशा के नाजायज संबंध हैं। इतना ही नहीं निशा और रोहित उनके ही घर में रहते हैं।


करण ने ये भी कहा कि जिस रोहित के साथ निशा के संबंध है उसने ही शादी में मुंहबोला भाई होने के नाते निशा का कन्यादान किया था। एक्टर ने कहा, “मुझे ये सब पिछले साल पता चला, पर अगर मैं उस समय कुछ कहता तो लोग मुझपर यकीन नहीं करते। मुझे 14 साल लग गए सबूत इकट्ठा में. इतने साल मैंने लोगों से बात की, एक-एक सबूत जमा किया कुछ बातें दोस्तों ने बताई, कुछ किसी और ने और ये सब कुछ मेरे बेटे के सामने हुआ है।“