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दो महीने में शुरू होगा हरियाणा का ये हाईवे, आधे समय में पूरा हो जाएगा सफर

HARYANA Highway:  हरियाणा प्रदेश के लोगों को इस नए हाईवे (highway) की सौगात जल्द मिलने वाली है। इस हाईवे के शुरू होने से अब सात घंटे का सफर मात्र 4 घंटे में पूरा हो जाएगा। हाईवे का 90 फिसदी काम पूरा हो चुका है। 

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HARYANA : दो महीने में शुरू होगा हरियााणा का ये हाईवे, 8 जिलों को फायदा

HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)।  अब नारनौल से चंडीगढ़ तक का सफर सात की बजाय चार घंटे में पूरा होगा। इसके लिए सिर्फ जुलाई तक का इंतजार करना होगा। केंद्र सरकार के भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बनने वाला ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेस-वे (Trans Haryana Expressway) जुलाई तक बनकर तैयार हो जाएगा। 

104 गांवों की जमीन होगी अधिग्रहीत, 1320 करोड़ की लागत से तैयारी होगी रेलवे लाइन

इस एक्सप्रेस-वे को ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (green field corridor 152d) का नाम भी दिया गया है। इसकी कुल लम्बाई 227 KM है। यह दक्षिण हरियाणा (South Haryana) को सीधे उत्तर हरियाणा (North Haryana) से जोड़ेगा। प्रदेश के 8 जिलों से होकर गुजरने वाले इस ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (ग्रीन फील्ड कॉरिडोर ) का सफर भी अत्यधिक आरामदायक रहेगा। 


8 हिस्सों में बना है ये हाईवे


इस नए हाईवे 152D का 90 प्रतिशत निर्माण पूरा हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के निर्माण को 8 हिस्सों में बांटा गया है। ऐसे में कुल 8 राष्ट्रीय व अंर्तराष्ट्रीय स्तर की कंपनियां एनएचएआई (NHAI) के तहत कार्य कर रही हैं। 
सभी कंपनियों के पास अलग-अलग से 20 से 35 KM तक का निर्माण कार्य है। पहला पैकेज इस्माइलाबाद से ढांड, दूसरा पैकेज ढांड से राजौंद, तीसरा पैकेज राजौंद से खेड़ी जींद, चौथा पैकेज खेड़ी जींद से जुलाना जींद, पांचवां जुलाना से खरकड़ा रोहतक, छठा पैकेज खरकड़ा रोहतक से चरखी दादरी, सातवां पैकेज चरखी दादरी से कनीना महेंद्रगढ़, कनीना महेंद्रगढ़ से नारनौल तक है।

नेशनल हाईवे (National Highway) नंबर-8 से मिलेगा


बता दें कि यह कि नारनौल (Narnaul) से आगे नांगल चौधरी (Nangal Choudhary) राजस्थान बॉर्डर रायमलिकपुर होते हुए नेशनल हाईवे 148बी के रूप में पनियाला मोड़ पर दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे (Delhi-Jaipur National Highway 02) नंबर-8 से मिल जाएगा। 
क्योंकि नेशनल हाईवे नंबर 148बी (Highway No. 148B) पहले ही 6 मार्गी बन रहा है इसलिए इस नए हाईवे को नारनौल बाइपास में इसी से जोड़ दिया ताकि आगे भूमि अधिग्रहण ना करना पड़े। यह पूर्णरूप से ग्रीनफील्ड नया राजमार्ग (greenfield new highway) होगा अर्थात 230 किलोमीटर की लंबाई में नई भूमि का अधिग्रहण होगा। 


यह लगभग सीधी रेखा में होगा इस वजह से नारनौल की चंडीगढ़ (Chandigarh of Narnaul) से दूरी करीब करीब 100 किलोमीटर कम हो जाएगी। दूरी कम होने से चंडीगढ़ का रास्ता यह मार्ग बनने के बाद कार से लगभग चार घंटे में तय हो जाएगा। जबकि वर्तमान में 6 से 7 घंटे तक लग जाते हैं।


2020 में शुरू हुआ था निर्माण


इस कॉरिडोर (corridor) की घोषणा 2018 में की गई थी और इसके लिए 1826 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया जिस पर 529 करोड़ रुपए खर्च आया था। 14 जुलाई, 2020 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसका शिलान्यास किया था। 
कॉरिडोर corridor() का निर्माण यूं तो 2021 के अंत तक होना था लेकिन भिवानी जिले के गांव खातीवास क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण को लेकर बने विवाद और कोरोना के कारण इसमें देरी हुई। बाद में इसके पूरे करने की डेड लाइन फरवरी 2022 रखी गई, लेकिन नवंबर और दिसंबर में एनजीटी की बंदिशों और कुछ अन्य विवादों के चलते यह माना जा रहा है कि यह कॉरिडोर अब जून में चालू होगा। इसका कुछ हिस्सा अप्रैल में चालूहोने की संभावना है।


टोल प्लाजा (toll plaza) से ही होगी एंट्री-एग्जिट


इस एक्सप्रेस-वे पर सफर करने के लिए टोल प्लाजा से ही एंट्री-एग्जिट करनी पड़ेगी। इस एक्सप्रेस-वे का मेन एंट्री टोल नारनौल में बनाया गया है। इस एक्सप्रेस-वे (expressway) की कुल लंबाई 227 किलोमीटर होगी जिसके दोनों तरफ 3 ड्राइविंग लेन बनाई गई हैं। अधिकांश जगह पर कॉरिडोर का कार्य पूरा हो चुका है। 


अब केवल तीन या चार ओवरब्रिज का कार्य अधूरा है। जिन्हें पूरा करने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। सरकार (Government) ने दो माह पूर्व खातीवास में किसानों के विरोध के बावजूद भूमि अधिग्रहण का कार्य भी पूरा कर लिया है और वहां भी काम पूरी गति पर है।

हरियाणा का राजस्थान से होगा सीधा जुड़ाव

अम्बाला-कोटपुतली कॉरिडोर (Ambala-Kotputli Corridor) तीन राज्यों में उद्योग के सामान और यात्री यातायात के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। प्रमुख शहरों में भीड़ कम करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं की योजना बनाई गई है। 


एक्सप्रेस-वे अम्बाला और जयपुर (Ambala and Jaipur) के बीच की दूरी और यात्रा के समय को भी कम करेगा, क्योंकि यह दिल्ली को छोड़कर एक वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा। भिवानी शहर के लोग इस कॉरिडोर को महम अथवा खरड़ी मोड़ से पकड़ सकते हैं। अ
धिकारियों के अनुसार इस एक्सप्रेस-वे पर गतिसीमा 120 KM प्रति घंटा रखी जाएगी। ऐसे में खरड़ी मोड़ से इस्माइलाबाद (ismailabad)तक का सफर महज एक से सवा घंटे में पूरा हो जाएगा। भिवानी से चंडीगढ़ (Bhiwani to Chandigarh) कुल ढाई से तीन घंटे के बीच में पहुंचा जाएगा, जबकि अभी 5 घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है।