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Ukraine crisis:हरियाणा के छात्राें ने सुनाई आंखों देखी, कहा- कीव से जान बचाकर पोलैंड बॉर्डर पर जा रहे हैं

यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे हरियाणा के समालखा, मतलौडा और पंचकूला के छात्रों ने आंखों देखी सुनाई।
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उन्होंने बताया कि जान बचाकर पोलैंड जाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन बस नहीं मिल रही है। रात भर धमाके की आवाज से दहशत बढ़ गई है। बैंक फ्रीज हैं तो पैसे भी नहीं बचे हैं। पेट्रोल पंप से लेकर राशन की दुकानों तक लंबी लाइन लगी है। सभी के दाम तीन गुना बढ़ गए हैं। 


कीव में फंसे मतलौडा के गांव नारा निवासी सन्नी और पंचकूला निवासी सिमरजीत ने ‘अमर उजाला’ के साथ वीडियो कॉल पर बताया कि माहौल तनावपूर्ण है। रात भर में हालात बदल गए हैं।

सुबह से अफरातफरी मची है। सनौली निवासी छात्रा श्रुति ने बताया कि वह यूक्रेन के शुमी शहर से एमबीबीएस कर रही हैं। बुधवार तक स्थिति सामान्य थी, गुरुवार से हालत बिगड़े हैं।


राशन स्टोर से लेकर पानी के लिए भी लाइन लग रही है। सड़कों पर फौजियों की गश्त बढ़ गई है। धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। लोग शहर छोड़कर जा रहे हैं। सरकार से मांग है कि उन्हें जल्द यहां से बाहर निकालें।


हवा में फैल गई है बारूद की गंध


सिमरजीत और सन्नी ने बताया कि रात को अचानक धमाकों की आवाज हुई। खिड़की- दरवाजें में कंपन होने लगा। छत पर गए तो लड़ाकू विमान उड़ते दिखे। उन्होंने बताया कि पानीपत के रहने वाले तीन और छात्र भी उनके फ्लैट के आसपास ही रहते हैं। बस यही चाहते हैं कि जल्द यहां से निकलें। 

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पोलैंड जाने के लिए नहीं मिली बस, कीव में फंसे 


सिमरजीत और सन्नी ने बताया कि उन्हें मिलाकर कुल 12 भारतीय छात्र हैं। जालंधर के सात और उत्तराखंड के तीन साथी हैं। सुबह 11 बजे भारतीय दूतावास से पता चला कि फ्लाइट रद हैं, जिसके बाद पोलैंड जाने के लिए निकले लेकिन छह घंटे के इंतजार के बाद भी बस नहीं मिली। अब कीव में फंस गए हैं। 


राशन की दुकानों पर लंबी लाइन, तीन गुना हुए दाम 


छात्रों ने बताया कि राशन की दुकानों पर लंबी लाइन लगी है। घंटों इंतजार के बार राशन मिल रहा और वह भी तीन गुना दाम पर। ज्यादा रुपये भी नहीं हैं।  उन्होंने बताया कि बैंकों एवं एटीएम में लंबी लाइन लगी है। कई बैंकों में खाते भी सीज कर दिए गए हैं, जिससे आर्थिक दिक्कत आ रही है। 


पापा हम निकलने की कोशिश कर रहे हैं


समालखा निवासी हर्ष गांधी ने अपने पिता मनोहर गांधी को कॉल कर बताया कि यूक्रेन के हालात बेहद भयावह हो चुके हैं। आसमान में लड़ाकू विमान मंडरा रहे हैं। लोगों में भय का माहौल है।

किसी भी तरह से लोग यहां से निकलना चाहते हैं। हर्ष ने बताया कि पापा हम भी यहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं। भगवान ने चाहा तो सब ठीक होगा। बेटे हर्ष गांधी को लेकर पूरा परिवार चिंतित है। परिवार से सरकार से मांग की है कि जल्द बच्चों को यूक्रेन से निकालें।