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चुनावों से पहले दुष्कर्मी बाबा राम रहीम को क्यों मिली पैरोल, जानिए क्या है वजह

पंजाब में चुनावों के आते ही सरकार को दुष्कर्मी बाबा गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) की याद आने लगी और सोमवार को दुष्कर्मी बाबा गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) को 21 दिन की पैरोल मिल गई। अब पैरोल मिलने की पीछे क्या वजह रही और इससे पंजाब में चुनावों पर क्या असर पड़ेगा । आइए जानते है पूरा मामला
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दुष्कर्म और हत्या के केस में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim)  को पैरोल पर जेल से रिहा किया जाएगा। गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim)  हरियाणा की रोहतक जेल में बंद है। उसे पंजाब में चुनाव से 13 दिन पहले जेल से छोड़ा जा रहा है।

पंजाब के 23 जिलों में 300 बड़े डेरे हैं, जिनका सीधा दखल सूबे की राजनीति में है। ये डेरे पंजाब के माझा, मालवा और दोआबा क्षेत्र में अपना वर्चस्व रखते हैं।

डेरा सच्चा सौदा हरियाणा के सिरसा जिले में स्थित है। इसका पंजाब के मालवा रीजन की करीब 69 सीटों पर प्रभाव है। गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) की रिहाई के मद्देनजर सुनारिया जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सिरसा डेरा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) का 21 दिन की फर्लो (छुट्टी) का आवेदन हरियाणा जेल विभाग मंजूर कर चुका है। रोहतक के कमिश्नर के दस्तखत के बाद उसे जेल से बाहर लाया जाएगा।


गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) को लेने सिरसा डेरे से निकला काफिला
गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) को पैराेल मिलने की जानकारी सिरसा डेरा को भी मिल गई है। वहां मौजूद श्रद्धालु खुशियां मनाने लगे हैं। वहां से एक काफिला भी गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) को लेने के लिए रोहतक की सुनारिया जेल के लिए रवाना किया गया है। गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) दो साध्वियों के रेप और दो हत्याओं के आरोप में सुनारियां जेल में सजा काट रहा है।

दो दिन पहले मंत्री ने कहा था- पैरोल हर कैदी का हक
हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला ने दो दिन पहले बयान दिया था कि पैरोल लेना हर कैदी का अधिकार है। इसके बादगुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) को 21 दिन की पैरोल मिल गई। उसे आज सुबह ही रोहतक के सुनारिया जेल से निकाला है। पैरोल के दौरान एक कड़ी शर्त यह रखी गई कि वह 21 के 21 दिन पुलिस की निगरानी में रहेगा। उसका अधिकांश समय डेरे में ही व्यतीत होगा।


8 महीने में दूसरी बार जेल से बाहर आएगा गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim)
साध्वियों के यौन शोषण मामले में सजा काट रहे डेरा प्रमुख ने 17 मई 2021को मां की बीमारी का हवाला देकर 21 दिन की इमरजेंसी पैरोल की मांग की थी। इस आवेदन पर उसे 21 मई 2021 को 12 घंटे की पैरोल मिली थी। इस तरह पिछले 8 महीने में राम रहीम को दूसरी बार जेल से रिहाई मिल रही है।

डेरे की राजनीतिक विंग 2006-07 में बनी
डेरे की स्थापना 1948 में शाह मस्ताना ने की थी। 1960 में शाह सतनाम डेरे की गद्दी पर बैठे। इसके बाद 1990 में 23 साल की उम्र में गुरमीत राम रहीम (Baba Ram Rahim) डेरे की गद्दी पर बैठा था। साल 2006-07 में डेरा सच्चा सौदा ने राजनीतिक विंग बनाई। इसमें डेरा प्रमुख के विश्वासपात्र लोग शामिल हैं। साथ ही हर राज्य की 45 सदस्यीय कमेटी भी गठित की।

इन चुनावों में रही डेरे की भागीदारी
साल 2007, 2012, 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में डेरे ने पूरी तरह से भागीदारी की। 2014 के लोकसभा चुनाव और हरियाणा विधानसभा चुनाव में डेरा प्रमुख ने PM के स्वच्छ भारत मिशन की सराहना करते हुए समर्थन दिया। सभी नेता वोटों की राजनीति के लिए डेरे में माथा टेकने पहुंचते हैं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह भी विधानसभा चुनावों से पहले पत्नी और परिवार के साथ डेरे में पहुंच चुके हैं। बादल परिवार भी डेरे में हाजिरी लगा चुका है