UP में बिछाया जाएगा एक्सप्रेसवे का जाल, इन जिलों में बनेंगे 5 नए एक्सप्रेसवे
UP News - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब नए भारत की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यूपी में अब तक 7 एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो चुके हैं, जिन पर गाड़ियां तेज गति से चल रही हैं, और 5 नए एक्सप्रेस-वे पर काम तेजी से जारी है-
HR Breaking News, Digital Desk- (UP News) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब नए भारत की तस्वीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य में बन रही सड़कों का विशाल नेटवर्क यात्रा को सुगम बना रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों को भी विकास से जोड़ रहा है। यूपी में अब तक 7 एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो चुके हैं, जिन पर गाड़ियां तेज गति से चल रही हैं, और 5 नए एक्सप्रेस-वे पर काम तेजी से जारी है।
ये हैं वो एक्सप्रेस-वे, जो बनकर तैयार हो चुके हैं-
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे (24.53 किमी)।
यमुना एक्सप्रेस-वे (165 किमी)।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे(302 किमी)।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (341 किमी)।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (296 किमी)।
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे (96 किमी)।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे (91 किमी।
ये हैं वो एक्सप्रेस-वे, जिन पर अभी काम जारी है-
गंगा एक्सप्रेस-वे-
गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबा छह लेन का एक्सप्रेस-वे है, जिसे 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। यह एक्सप्रेस-वे भारतीय वायुसेना के लिए एक एयरस्ट्रिप भी बनाएगा। यह परियोजना उत्तर प्रदेश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
12 जिलों से होकर गुजरेगा-
गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) प्रदेश के 12 जिलों से होकर गुजरेगा। इन जिलों में मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज शामिल
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे-
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे (Chitrakoot Link Expressway)15.2 किलोमीटर लंबा है। यह बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को सीधे चित्रकूट से जोड़ेगा।
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेस-वे-
दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे (Delhi-Saharanpur Expressway) की लंबाई लगभग 210 किलोमीटर है। यह दिल्ली से बागपत, शामली होते हुए सहारनपुर तक जाएगा।
बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे-
बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे (Ballia Link Expressway) 114 किलोमीटर लंबा है। इसका लक्ष्य पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को बलिया से जोड़ना है। यह लिंक एक्सप्रेस-वे बलिया के लिए एक वरदान साबित होगा, क्योंकि यह उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से में स्थित है और यहां की बुनियादी सड़क संरचना कमजोर है। यह एक्सप्रेस-वे बलिया और आसपास के क्षेत्रों को राजधानी लखनऊ (lucknow) और अन्य प्रमुख शहरों से सीधे जोड़ेगा, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास होगा।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे-
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे (Lucknow-Kanpur Expressway) 63 किलोमीटर लंबा है। यह प्रदेश की दो सबसे अहम औद्योगिक और शैक्षणिक नगरी लखनऊ और कानपुर को जोड़ता है। यह परियोजना अपने अंतिम चरण में है। इसके बनने से लखनऊ और कानपुर के बीच सफर काफी तेज और सुविधाजनक हो जाएगा।
इन सभी एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई लगभग 1087 किलोमीटर है-
क्यों खास हैं ये एक्सप्रेस-वे?
इन सड़कों का मकसद सिर्फ तेज यात्रा ही नहीं, बल्कि संतुलित विकास भी है। बुंदेलखंड, तराई और पूर्वांचल जैसे इलाकों में जब बेहतर सड़कें पहुंचेंगी, तो वहां उद्योग आएंगे, कारोबार बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
2000 किलोमीटर से ज्यादा का रोड नेटवर्क-
आज यूपी वो राज्य है, जहां 2000 किमी से ज्यादा के एक्सप्रेस-वे नेटवर्क पर एक साथ काम हो रहा है। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को जबरदस्त रफ्तार मिलेगी और हर क्षेत्र को बराबरी का अवसर मिलेगा।
