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Delhi का यमुना रिवर फ्रंट होगा बेहद सुंदर, 9 एकड़ भूमि में लगाए जाएंगे फूल

Delhi - राजधानी दिल्ली के यमुना रिवरफ्रंट परियोजना (Yamuna Riverfront Project) में अब फूलों का एक मैदान मुख्य आकर्षण होगा, जो रंग-बिरंगे फूलों से भरा रहेगा। बता दें कि डीडीए द्वारा यमुना वाटिका परियोजना के तहत लगभग नौ एकड़ भूमि पर फूल लगाए गए हैं जिनमें स्थानीय और आयातित प्रजातियां शामिल हैं-

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Delhi का यमुना रिवर फ्रंट होगा बेहद सुंदर, 9 एकड़ भूमि में लगाए जाएंगे फूल

HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi) राजधानी दिल्ली के यमुना रिवरफ्रंट परियोजना (Yamuna Riverfront Project) में अब फूलों का एक मैदान मुख्य आकर्षण होगा, जो रंग-बिरंगे फूलों से भरा रहेगा। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के निर्देश पर, डीडीए (DDA) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। रिवरफ्रंट के इस हिस्से की पहली झलक अगले डेढ़ से दो महीनों में दिखाई देगी। यह मैदान लोगों के लिए एक खूबसूरत और शांत जगह प्रदान करेगा।

गौरतलब है कि फूलों के मैदान, जिन्हें अक्सर फूलों की घाटी कहा जाता है, देश भर के विभिन्न राज्यों में पाए जाते हैं। कश्मीर, सिक्किम (sikkim), नागालैंड (nagaland), ऊटी, महाराष्ट्र (maharashtra) और उत्तराखंड उल्लेखनीय हैं। दिल्ली में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राजधानी में भी इसी तरह का एक क्षेत्र विकसित करने के प्रयास चल रहे हैं।

दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के अधिकारियों के अनुसार, 264.4 एकड़ (लगभग 107 हेक्टेयर) भूमि को "यमुनावाटिका" के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह भूमि समाधि परिसर के पीछे यमुना तट के पास स्थित है। इस परियोजना का एक हिस्सा, लगभग नौ एकड़, विशेष रूप से "फूलोंकेमैदान" के लिए नामित किया गया है। यह विकास कार्य पर्यावरण और सौंदर्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

यहां फूलों की खेती की गई है, जो साल भर विभिन्न मौसमों में खिलते हैं। गीता कॉलोनी पुल (Geeta Colony Bridge) पार करते हुए भी ये रंग-बिरंगे फूलों के खेत दिखाई देंगे, जो दिल्लीवासियों के लिए एक मनमोहक और आकर्षक दृश्य प्रस्तुत करेंगे।

बताया जा रहा है कि लगाए जा रहे ज़्यादातर फूलदार पौधे स्थानीय और स्थानीय प्रजाति के हैं, जैसे सूरजमुखी (sunflower), गेंदा (marigold), गुलाब (rose) और पलाश (palaash)। कुछ पौधे आयातित भी किए जा रहे हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि हर महीने कुछ प्रजातियों के फूल खिलें, पौधों के अनुपात पर सावधानीपूर्वक नजर रखी जा रही है।