हो जाओ खुश, उत्तर प्रदेश में 2025 तक 38 प्रतिशत सस्ता हो जाएगा सोना, यह होगी कीमत
UP News : यूपी वालो के लिए गोल्ड को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। अभी फिलहाल तो सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर बनी हुई हैं, लेकिन जल्द ही सोने की कीमतों में गिरावट का सिलसिला शुरू होने वाला है। एक्सपर्ट का कहना है कि 2025 के आखिर तक सोने की कीमतों(UP Me Gold Ke Rate ) में 38 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। आइए खबर में जानते हैं कि इस गिरावट के बाद सोने की कीमतें कितनी हो जाउंगी।
HR Breaking News : (UP News) वैसे तो पिछले कुछ समय में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है, जिससे सबसे ज्यादा फायदा निवेशकों को मिला है, लेकिन अब सोने की बढ़ती कीमतों के चलते शादी-ब्याह या निजी उपभोग के लिए सोने (Gold Rate) के गहने खरीदने वालों को परेशानी उठानी पड़ रही है। अब इसी बीच सोना खरीददारो के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है, जिसके तहत सोना 2025 तक 38 प्रतिशत सस्ता हो सकता है।
कितना सस्ता हो जाएगा सोना
एक्सपर्ट का मानना है कि बढ़ती सप्लाई, घटती डिमांड और बाजार के संकेतों के चलते आने वाले सालों में यह 38 प्रतिशत तक गिर सकती है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। हालांकि, उपभोक्ताओं को आने वाले कुछ साल में बड़ी राहत मिलने के आसार है।
देशभर में इस समय में 24 कैरेट सोने का भाव (Sone Ke Bhav)1,00,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास चल रहा है और अगर इसमें 38 प्रतिशत की गिरावट आती है, तो यह भाव घटकर 62,000 से 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ जाएगा।
अमेरिकी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म के जानकार का कहना है कि सोने की कीमत (sone ki kimatesin) $1,820 प्रति औंस तक गिर सकती है। उस समय में सोना मौजूदा स्तर के मुकाबले तकरीबन 38 प्रतिशत तक कम होगा। सोने की कीमतों में यह गिरावट पिछले 12 महीनों में हुई सारी बढ़त को खत्म कर सकती है।
क्यो बढ़ रही सोने की कीमतें
अभी फिलहाल कई कारणों के चलते सोना $3,080 प्रति औंस तक पहुंच चुका है। सोने की कीमतें बढ़ने का कारण भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी अर्थव्यवस्था की अनिश्चितता और महंगाई बढ़ने की आशंका शामिल है,जिसके चलते निवेशक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट ऑप्शन की तलाश में सोने का रुख कर रहे हैं।
खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) की ट्रेड वॉर ने वैश्विक स्तर सोने की कीमतों में अस्थिरता को बढ़ाया है, जिससे सोने की कीमतों को हवा मिली है।
क्यों आएगी गोल्ड में भारी गिरावट
एक्सपर्ट का कहना है कि कई ठोस कारणों के चलते सोने के दाम (Sone Ke Damm ) में भारी गिरावट आ सकती है। आइए इन कारणों के बारे में जानते हैं।
तेजी से बढ़ रही सोने की सप्लाई
इसमे गिरावट का पहला कारण यह है कि गोल्ड की तेजी से सप्लाई बढ़ रही है। सोना महंगा होते ही ज्यादा लोग इसे माइनिंग करने लगते हैं, लेकिन 2024 की दूसरी तिमाही में सोना (Sone Ke Bhav) निकालने वालों का औसत मुनाफा $950 प्रति औंस पर पहुंच गया था, जो 2012 के बाद सबसे ज्यादा रहा है। वहीं, बीते वर्ष 2024 में दुनिया में सोने का कुल भंडार 9 प्रतिशत बढ़कर 216,265 टन हो गया है।
वहीं, कई देश, खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया, बड़े पैमाने पर सोने के उत्पादन को बढ़ा रहे हैं। इसके साथ ही, पुराना सोना भी बड़े पैमाने पर री-साइकल किया जा रहा है, जिससे बाजार में मौजुद सोने की मात्रा और बढ़ रही है। इस वजह से सोने (Gold Rate Updates )की सप्लाई ज्यादा होने से कीमतों पर दबाव बढ़ने के चलते सोना सस्ता हो सकता है।
क्या है गोल्ड की कीमतें घटने के संकेत
गोल्ड की कीमतें (Gold Rates ) घटने का दूसरा कारण सोने की डिमांड घटना हैं। बता दें कि कई सेंट्रल बैंक और निवेशक पिछली कुछ तिमाहियों से खूब सोना बॉय कर रहे हैं, लेकिन, कब तक इनकी दिलचस्पी बनी रहेगी, इस बारे में क़ुछ कहा नहीं जा सकता है।
2024 में सेंट्रल बैंकों ने 1,045 टन सोना को खरीदा है।
अब यह लगातार तीसरा साल है, जब खरीद 1,000 टन से ऊपर ट्रेड कर रही है, लेकिन वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के सर्वे में 71 प्रतिशत सेंट्रल बैंकों का कहना है कि वे अगले साल अपनी गोल्ड होल्डिंग्स (Gold Holdings) को घटा सकते हैं या ज्यों के त्यों रखेंगे। वहीं, 2020 में जब कोरोना महामारी आई थी, तब सोने की कीमतों में तेजी से इजाफा हुआ था, लेकिन जैसे ही हालात सुधरें, वैसे ही कीमतें गिरने लगी थीं।
पीक पर है गोल्ड के रेट
आपने देखा होगा कि जब किसी उद्योग में सौदों (M&A) की संख्या में इजाफा होता है, तो यह कीमतों के हाई होने का संकेत हो सकता है। बीते वर्ष 2024 में सोने के उद्योग में डीलमेकिंग 32 प्रतिशत बढ़ी, जिससे पता चलता है कि सोने का बाजार अपने उच्चतम स्तर पर हो सकता है।
साथ ही हाल के महीनों में सोने (Sone Ke Rate) से जुड़े नए निवेश फंड (ETF Investment ) में भी इजाफा हो सकता हैं, जो पहले कीमत गिरने से पहले देखे गए हैं। इन सभी फैक्टर के हिंट से पता चलता है कि गोल्ड का रेट पीक पर है और इसमें बड़ी गिरावट आ सकती है।
