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Uttar Pradesh में इनकम टैक्स की बड़ी रेड, चारों तरफ नोट ही नोट, ट्रकों में भरकर ढोया गया कैश

Income Tax Raid : इनकम टैक्स विभाग द्वारा देशभर में हो रही ट्रांजेक्शन पर नजर रखी जाती है। ऐसे में अगर कोई विभाग द्वारा ट्रांजेक्शन की जाती है जोकि उचित नहीं है तो इस स्थिति में विभाग द्वारा रेड की जाती है। उत्तर प्रदेश में भी भी कुछ ऐसा ही हुआ है। इनकम टैक्स विभाग ने यूपी (Up Income Tax News) में दो बड़ी रेड की है। इन रेड के दौरान नोटों का भरमार पाया गया है। इनकम टैक्स विभाग को इतना कैश लेकर जाने के लिए ट्रकों को बुलवाना पड़ा है।

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Uttar Pradesh में इनकम टैक्स की बड़ी रेड, चारों तरफ नोट ही नोट, ट्रकों में भरकर ढोया कैश

HR Breaking News (Income Tax)। इनकम टैक्स विभाग द्वारा कार्रवाई के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। जब भी विभाग को किसी के पास काला धन होने का अंदेशा होता है या फिर कहीं से टीप मिलती है तो आयकर विभाग के अधिकारी पूरी टीम के साथ छापेमारी करते हैं।

यह कार्रवाई किसी फिल्म के सीन से कम नहीं होती। इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस बल भी होता है। इनकम टैक्स विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश (UP Income Tax Raid) में छापेमारी की गई। इसमें विभाग को नोटों को ढेर मिला है। इस रेड के दौरान नोटों का भंडार मिला है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।

 

 

इतने करोड़ नकदी हुई बरामद

देश में पड़े बड़े छापों की चर्चा होनी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश में एक रेड ऐसी भी रही जब एक ही शख्स के अलग-अलग ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax Department) ने 90 से अधिक छापों को मारा था। वहीं, एक छापेमारी में 250 करोड़ से अधिक की नगदी बरामद की गई थी। यहां पर इतने पासों को बरामद किया गया है, जिसके लिए ट्रक तक को बुलाना पड़ गया था। ये दो रेड इतिहास में दर्ज हो गई।

 

90 ठिकानों पर पड़ी रेड

साल 1981 में नामचीन बिजनेसमैन, पंजाब के पूर्व विधानसभा सदस्य और राज्यसभा सांसद पर की गई थी। दरअसल ये रेड सरदार इंदर सिंह के कानपुर स्थित ठिकानों पर पड़ी थी। यहां पर एक साथ 90 से अधिक इनकम टैक्स ऑफिसर्स ने रेड डाली थी। इस रेड (Income Tax Raid) में ऑफिसर्स के साथ साथ लगभग 200 पुलिस वाले भी शामिल थे। इस रेड के समय के बारे में बात करें तो रेड के दौरान सभी चीजों को बरामद करने के लिए तीन रात और दो दिन का समय लगा था।

दो बार मेयर भी बन चुके हैं इंदर सिंह

जानकारी के लिए बता दे कि इंदर सिंह दो बार कानपुर के मेयर भी बन चुके हैं। इस रेड के दौरान भारी मात्रा में छिपाई गई संपत्ति (Sardar Inder Singh Networth) और नकदी के बारे में जानकारी हासिल हुई थी, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था। कानपुर स्थित तिलक नगर, लाजपत नगर और आर्य नगर स्थित सरदार इंदर सिंह के कारोबार के ठिकानों और पनकी वह फेजलंगज में स्थित सिंह इंजीनियरिंग वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड की फैक्टरियों पर भी छापा (Raid on Sardar Inder Singh) मारा गया था।

लॉकर्स भी हुए थे ओपन

रेड के दौरान बरामद की गई चीजों को सील कर दिया गया था। कानपुर, मसूरी और दिल्ली में स्थित लॉकर्स को भी ओपन कराया गया था। जानकर हैरानी होगी कि रेड के पहले दिन ही कानपुर में 92 लाख रुपये नकद को बरामद किया था। नकद के अलावा सोना, (Income tax news) गहने और फिक्स्ड डिपॉजिट को भी सील किया गया था। इस रेड का दायरा दिल्ली तक पहुंचा तो 72 हजार रुपये नकद, 1.1 लाख रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट की रसीद भी हासिल की गई।

इतने करोड़ की राशि बरामद

इन सबके अलावा रेड में 1.3 करोड़ रुपये की राशि को बरामद किया गया था। अगले दो दिनों में 30 लाख रुपये कीमत की सोने की छड़ें बरामद की गई थीं। इन सबकी काउंटिंग में बैंक को 18 घंटे तक का समय लगा था। इस रेड में बरामद हुई रकम उस समय में काफी बड़ी थी। राजनीतिक गलियारों ही नहीं, पूरे देश में इसको लेकर हल्ला मच गया था।

पीयूष जैन के ठीकानों पर पड़ी रेड

सरदार इंदर सिंह के बाद कानपुर (Income tax raid UP) में एक बड़ी रेड इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां पर भी रेड हुई थी। पीयूष जैन के किदवईनगर स्थित आवास पर दिसंबर 2021 में रेड पड़ी थी। बता दें कि पीयूष जैन (Raid on Piyush Jain) बेहद ही लो प्रोफाइल से रहा करते थे। पीयूष जैन का कारोबार वैसे तो कन्नौज में था पर वह कानपुर में निवास करते थे। उनके यहां जैसे-जैसे कार्रवाई में बढ़ौतरी हुई, वैसे वैसे अफसरों के होश उड़ गए।

250 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश हुआ बरामद

पीयूष जैन के आवास से 250 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी को बरामद किया गया था। हालांकि पीयूष जैन खुद एक पुराने स्कूटर को चलाया करते थे। इसके अलावा तमाम संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज (Income tax Raid on Piyush Jain) भी बरामद किये गए थे। अफसरों को नकदी गिनने के लिए बड़ी संख्या में मशीनें को मंगाना पड़ा था। यहां पर बड़े-बड़े बक्सों में भर कर रुपये को ट्रकों से ढोया गया था।

टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किये गए थे पीयूष जैन

पीयूष जैन के यहां हुई रेड में लगे समय के बारे में बात करें तो इनके यहां से सारे सबूत इकठ्ठा करने में कुल 120 घंटे से भी ज्यादा का समय लगा था। 120 घंटों के दौरान 16 संपत्तियों के दस्तावेजों के बारे में जानकारी हासिल की गई थी। संपत्तियों (Piyush Jain Property) के दस्तावेजों में पाया गया कि इनकी कई प्रॉपर्टी दुबई में स्थित थी। इस रेड के बाद जांच आगे बढ़ी तो पीयूष जैन को टैक्स चोरी के आरोपों में सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था।  

कब और क्यों पड़ती है इनकम टैक्स विभाग की रेड


वित्त मंत्रालय के तहत आने वाली एजेंसियां जैसे आयकर विभाग, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और प्रवर्तन निदेशायल (ED) ऐसे लोगों पर नजर रखती हैं जो टैक्स नहीं भरते हैं। उन लोगों पर भी नजर रखी जाती है जिनकी टैक्स और कमाई में अंतर होता है या जिन पर टैक्स (Tax) चोरी का शक होता है। वहीं कई बार इन एजेंसियों को कहीं से टिप भी मिलती है कि कोई शख्स टैक्स चोरी कर रहा है या काला धन जमा किए हुए है। ऐसे में उस पर नजर रखी जाती है और फिर सही मौका पाकर उस पर रेड की जाती हैद्ध।