UP के इन जिलों में बदल जाएगी जिंदगी, एक्सप्रेसवे से जुड़ेगी ये जगहें
UP News : यूपी में पिछले काफी दिनों से प्रगति कार्य रफ्तार पकड़ रहा है। अब यूपी में कुछ और जिलों की जिंदगी बदलने वाली है। जानकारी के लिए बता दें कि यूपी में इन जगहों को एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) से जोड़ा जाने वाला है। ऐसे में ये यूपी के लोगों के लिए राहत की खबर हो सकती है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (Expressway in UP)। हाल ही में योगी सरकार ने अपडेट जारी करते हुए बताया कि अब यूपी के इन जिलों की जमीन को एक्सप्रेसवे (UP Expressway) से जोड़ा जाने वाला है।
सरकार को इस फैसले की वजह से यहां के लोगों को काफी राहत मिलेगी। वहीं प्रॉपर्टी की कीमतों में भी इसकी वजह से बूम आने वाला है। ऐसे में आइए जानते हैं यूपी में बनाए जाने वाले इस एक्सप्रेसवे के बारे में पूरी डिटेल।
सफर में होगी आसानी
देश में एक्सप्रेस-वे बनाए जाने का सिलसिला फिलहाल जारी है। यूपी में सात एक्सप्रेस-वे का कार्य फिलहाल चालू हैं। वहीं 5 एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। 9 नए एक्सप्रेस-वे (9 new expressways) बनने का प्रस्ताव फाइनल कर दिया गया है।
यूपी में 21 एक्सप्रेस वे हो जाने पर सफर करना बहुत ही आसान हो जाएगा। गांवों से महानगरों की दूरी चंद घंटों में ही तय हो जाएगी। इन एक्सप्रेस वे बनने से सफर में आसानी होगी।
इतनी लंबाई वाला रहेगा एक्सप्रेसवे
यूपी ने एक्सप्रेस-वे बनाने की स्पीड को बढ़ाया जाने वाला है। प्रदेश में अभी 6 एक्सप्रेस-वे (NHAI Highway Project) बनाये जाने वाले हैं। जिनमें सिर्फ एक NHAI ने बनाया है। बाकि सभी यूपीडा ने तैयार किए हैं।
इसके अलावा प्रस्तावित नौ एक्सप्रेसवे में से सात यूपीडा और दो एनएचएआई (NHAI News) ( गोरखपुर-सिलीगुढ़ी एक्सप्रेसवे व गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे) तैयार किये जाने वाले हैं।
नौ नए एक्सप्रेसवे तैयार होने के बाद यूपी में एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 4374 किलोमीटर हो जाएगी। इस रिकार्ड (Expresway Project) के आसपास आने में भी अन्य राज्यों को लगभग पांच साल का समय लगने वाला है।
रोजगार के भी बढ़ेंगे मौके
चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेस वे, मेरठ-हरिद्वार एक्सप्रेसवे और लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे के अलावा गोरखपुर सिलीगुढ़ी एक्सप्रेसवे और गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Shamli Expressway) प्रमुख रहने वाले हैं।
इन एक्सप्रेसवे पर लगभग 20 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होने वाले हैं। इस एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से यहां पर रोजगार के भी नए अवसर पैदा होने वाले हैं।
औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार
यूपीडा के एसीईओ ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश को हर जिले के साथ देश के हर हिस्से से जोड़ने की मंशा के तहत यूपी में एक्सप्रेसवे (Expressway in UP) का निर्माण और तेज किया जा रहा है। नौ नए एक्सप्रेसवे इसी प्रक्रिया के तहत बनाए जाने वाले हैं। इनसे औद्योगिक विकास को तीव्र गति मिलेगी।
इन एक्सप्रेस वे पर शुरू है संचालन
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, जिसकी लंबाई 24.53 किलोमीटर तक का रहने वाला है। यमुना एक्सप्रेस-वे, 165 किमी., आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे, (Agra Lucknow Expressway) 302 किलोमीटर, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, 341 किमी. यह यूपी का अभी तक संचालित होने वाला सबसे बड़ा एक्सप्रेस वे बनाया जाने वाला है। वहीं बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे, 296 किमी. मेरठ - दिल्ली एक्सप्रेसवे की लंबाई 96 किमी है।
यूपी के निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे-91 किमी, गंगा एक्सप्रेसवे- 594 किमी, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे- 15.20 किमी, दिल्ली-सहारनपुर एक्सप्रेसवे- 210 किमी, बलिया लिंक एक्सप्रेसवे (Ballia Link Expressway) - 114 किमी, लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे-63 किमी, गंगा एक्सप्रेस वे यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे बनया जाने वाला है।
फिलहाल इन एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव जारी
लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे- 49.96 किमी, यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे तक बनेगा। फर्रुखाबाद - लिंक एक्सप्रेसवे 90.84 किमी गंगा एक्सप्रेसवे से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे (Agra-Lucknow Expressway) तक, जेवर लिंक एक्सप्रेसवे - 74.30 किमी, यमुना एक्स से गंगा एक्स वाया बुलन्दशहर, झांसी लिंक एक्सप्रेसवे- 118.90 किमी, विन्ध्य एक्सप्रेसवे - 320 किमी, मेरठ - हरिद्वार लिंक एक्सप्रेसवे-120 किमी, चित्रकूट से रीवा लिंक एक्सप्रेसवे (Chitrakoot to Rewa Link Expressway) -70 किमी, गोरखपुर - सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे- 519 किमी, गोरखपुर - शामली एक्सप्रेसवे- 700 किमी एक्सप्रेसवे पर फिलहाल काम चल रहा है।
औद्योगिक विकास में आएगी तेजी
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA New Project) द्वारा राज्य में छह प्रमुख एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक गलियारों का विकास किया जा रहा है।
इन परियोजनाओं के लिए 5,500 हेक्टेयर से अधिक भूमि का अधिग्रहण किया जाने वाला है। इसमें गंगा, बुंदेलखंड, आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे को शामिल किया गया है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे होगा औद्योगिक कॉरिडोर विकसित
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर विकसित किया जाने वाला है। इसके तहत अब तक 42 करोड़ रुपये की भूमि (Land acquisition) किसानों से खरीदी जा चुकी है। इस पहल का उद्देश्य पिछड़े गांवों में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और वहां की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है।
8 सालों में इतने लोगों को मिला रोजगार
राज्य सरकार की नीतियों के चलते पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसरों में बंपर वृद्धि देखी गई है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDC Latest Update) के प्रयासों से 2017-18 में 11,570 लोगों को रोजगार मिला था, जो 2024-25 में बढ़कर 51,761 तक पहुंच गया है, जो लगभग 347 प्रतिशत तक की वृद्धि है।
इसके अलावा, चित्रकूट धाम मंडल में 3,600 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना की योजना (UP New Project) के तहत स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान मिल रहे हैं। इस पहल के अंतर्गत अब तक 500 युवाओं को रोजगार प्राप्त हो चुका है।
रक्षा और तकनीकी उद्योग में भी होगा विस्तार
उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा (UPDIC) परियोजना ने महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है, इसमें 96 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण (Land acquisition in UP) के काम को पूरा किया जा चुका है। यह परियोजना लखनऊ, कानपुर, झांसी, आगरा, अलीगढ़ और चित्रकूट में फैली हुई है और इसका उद्देश्य राज्य को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है।
इसके अलावा, नोएडा के पास यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA Latest Update) क्षेत्र में HCL और Foxconn द्वारा एक सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई स्थापित की जा रही है, जोकि प्रति माह 3.6 करोड़ डिस्प्ले ड्राइवर चिप्स का उत्पादन करने वाली है और लगभग 2,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेगी।
