home page

MP news : इतने पढ़े लिखे हैं MP के नए CM मोहन यादव, कर रखी है LLB, MBA और PhD

MP को अपना नया CM मोहन यादव मिल गया है और MP की लोगों के लिए ये अच्छी बात है की काफी समय बाद राज्य मे एक काफी  पढ़ा लिखा शख्श CM की कुर्सी संभालेगा, आइये जानते हैं कितने पढ़े लिखे हैं CM Mohan Yadav 

 | 
इतने पढ़े लिखे हैं MP के नए CM मोहन यादव, कर रखी है LLB, MBA और PhD 

HR Breaking News, New Delhi : मध्यप्रदेश की जनता को इस बार काफी पढ़े-लिखे मुख्यमंत्री मिलने जा रहे हैं. उज्जैन दक्षिण से भाजपा विधायक डॉ मोहन यादव एमपी के नए सीएम बनेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके मोहन यादव के पास आधा दर्जन से भी ज्यादा डिग्रियां हैं. वो पढ़ाई में अपनी विशेष रुच‍ि के साथ बीएससी, एलएलबी, एमबीए और पीएचडी जैसी डिग्र‍ियां कमा चुके हैं. 

Supreme court : इतने सालों बाद कब्ज़ा करने वाले को मिल जाएगा प्रॉपर्टी का मालिकाना हक़

उनकी शैक्षणिक योग्यता की बात करें तो वो काफी पढ़े-लिखे हैं. उन्होंने मध्यप्रदेश में ही रहकर अपनी शिक्षा पूरी की है. अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने बीएससी की, उसके बाद उन्होंने वकालत की पढ़ाई की थी. इसके बाद उन्होंने आर्ट्स की तरफ रुख करते हुए एम.ए पॉलिटिकल साइंस किया और फिर एमबीए भी किया. इसके अलावा उन्होंने पीएचडी की डिग्री भी हासिल की है.

पीएचडी की डिग्री के बाद उन्हें डॉक्टर की उपाध‍ि भी मिली. इसी के बाद से उनकी एक पहचान डॉ मोहन यादव के तौर पर भी होने लगी. अत‍ि श‍िक्ष‍ित होने के चलते उनकी विधानसभा क्षेत्र में लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं. यही नहीं मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री के पद पर कार्यरत रह चुके हैं. माना जा रहा है कि इतने पढ़े-लिखे सीएम मिलने से राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य देखने को मिलेंगे. 

मोहन यादव का निजी जीवन
भोपाल के भाजपा मुख्यालय में हुई मीटिंग में 58 वर्षीय मोहन यादव को एमपी के नए सीएम के रूप में चुन लिया गया है. यादव स्वयंसेवक संघ के करीबी भी माने जाते हैं.मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को  उज्जैन में हुआ था. उनके पिता का नाम पूनमचंद यादव है. उनकी शादी सीमा यादव से हुई थी, वो भी काफी शिक्षित हैं. उनके दो बेटे और एक बेटी है. उनके मुख्यमंत्री के तौर पर चुने जाने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है

Supreme court : इतने सालों बाद कब्ज़ा करने वाले को मिल जाएगा प्रॉपर्टी का मालिकाना हक़