Delhi NCR में कॉरिडोर के सहारे बसेगा नया शहर, व्यवसायी और आवासीय प्लॉट्स होंगे उपलब्ध
HR Breaking News (Delhi NCR) दिल्ली एनसीआर में इन दिनों नए शहर को लेकर चर्चा काफी तेज हो गई है। अब इस नए शहर को दिल्ली-एनसीआर के कॉरिडोर के सहारे बसाया जाना है। इस नए शहर के विस्तार से लोगों की जीवनशैली में काफी सुधार होने की संभावना है और साथ ही लोगोंद को आवासीय प्लॉट्स का फायदा मिल सकेगा और इस नए शहर (Delhi NCR City) को बसाए जाने के बाद रोजगार की भरमार देखने को मिलेगी।
दिल्ली में तीन बड़े हब तैयार
दिल्ली से मेरठ के बीच बने RRTS कॉरिडोर (Delhi Meerut RRTS Corridor) के दोनों तरफ ऐसी टाउनशिप तैयार करने की योजना है जहां घर, दफ्तर, बाजार और दूसरी जरूरी सुविधाएं सब एक ही जगह उपलब्ध हो सकेंगी।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (Delhi Development Authority) ने जंगपुरा, सराय काले खां और आनंद विहार को बड़े TOD हब के रूप में चुना है। इसके अलावा कड़कड़डूमा में भी एक और बड़ा हब तैयार किया जा रहा है। NCRTC के प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि जंगपुरा और सराय काले खां के लिए ज़ोनल प्लान लगभग तैयार हैं और जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे।
यूपी के शहरों में भी तेजी
यूपी में इस कॉरिडोर (UP New Corridor) के किनारे गाजियाबाद, मोदीनगर और मेरठ के लिए मास्टर प्लान तैयार हो रहे हैं। मेरठ विकास प्राधिकरण (Meerut Development Authority) की ओर से अपने मास्टर प्लान 2031 में 3,273 हेक्टेयर जमीन TOD प्रोजेक्ट्स के लिए निर्धारित किए गए हैं, जिसमे 2,442 हेक्टेयर सात जोन और दो खास विकास क्षेत्रों में बांटा गया है। इस नए शहर के बसने से घरों के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और कारोबार के लिए भी भरपूर जगह होगी।
मेरठ साउथ स्टेशन के पास जो न्यू मेरठ टाउनशिप (New Meerut Township ) बन रहा है, वो इसका सबसे बड़ा उदाहरण हो सकताहै। गाजियाबाद (Ghaziabad master plan) में GIS आधारित मास्टर प्लान 2031 बनाया गया है, जो 27 प्रतिशत बड़ा कर अब 32,000 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र को कवर कर सकता है, जिसमेमें आवास, उद्योग, कारोबार और परिवहन के लिए अलग-अलग हिस्से तय किये जाने हैं।
क्यों बढ़ रहे जमीनों के रेट
जैसे ही RRTS कॉरिडोर (RRTS Corridor) शुरू होता है तो इससे जमीन और मकानों की कीमतों पर भी सीधा असर पड़ेगा। मेरठ में RRTS स्टेशनों से तकरीबन दो किलोमीटर के दायरे में पिछले दो साल में जमीन के रेट 30 से 50 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। कई जगहों पर तो 67 प्रतिशत तक उछाल आया है। वहीं, गाजियाबाद में भी जमीन और मकान की कीमतों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है।
होगा औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार
दिल्ली में बनने वाले इस नए कॉरिडोर (Delhi New Corridor ) से मेरठ के पार्टापुर और ऋठानी जैसे जो कई उघोग क्षेत्र मौजुद है, वो खेल सामान, जूते और खाद्य प्रसंस्करण के लिए काफी फेमस हैं, अब लोग आसानी से दिल्ली के बाजारों से और तेजी से कनेक्ट हो सकेंगे। वहीं गाजियाबाद में औद्योगिक क्षेत्रों का विस्तार भी मास्टर प्लान 2031 के तहत किया जा रहा है। इस नए शहर का सबसे ज्यादा फायदा इंडस्ट्रियल हब (Industrial Hub ) को मिलेगा।
जमीन और निर्माण की बढ़ रही लागत
जानकारों का कहना है कि किफायती घरों की मांग (demand for affordable homes) को लेकर इस समय में चुनौतियां हैं। इस समय में 45 लाख रुपये तक के घरों की बिक्री में काफी कमी आई है, क्योंकि जमीन और निर्माण की लागत में लगातार इजाफा देखा जा रहा है।
कब तक बना जाएगा ये नया कॉरिडोर
दिल्ली-Meerut RRTS का ये कॉरिडोर (Delhi Meerut RRTS Corridor) जल्द ही शुरू हो जाएगा, जिसके बाद इसके स्टेशनों के आसपास नए शहर और बस्तियां को बसाया जाएगा, जो सफर को आसान बनाने के साथ ही लोगों की जीवनशैली और रोजगार दोनों को बढ़ावा देगा।
