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उत्तर प्रदेश में बसेगी न्यू सिटी, 80 गांवों में भूमि अधिग्रहण कर होगा विकास

UP News : उत्तर प्रदेश को योगी सरकार की ओर से लगातार डेवलप किया जा रहा है। प्रदेश को प्रगति के पथ पर लेकर जाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में विभिन्न इलाकों में विकास के साथ अब नए शहर भी बसाए जा रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश में बसेगी न्यू सिटी, 80 गांवों में भूमि अधिग्रहण कर होगा विकास

HR Breaking News (New City in UP) यूपी में नए शहरों का विकास किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर अभी ऐसे ही अग्रसर रहने वाला है। यूपी में लोगों को बेहतर सुविधाओं के साथ एक न्यू सिटी डेवलप करके दी जाएगी। यह शहर 80 गांवों में विकसित होगा। 

 


सहमति से होगा जमीन का अधिग्रहण

 

नए शहर के नए सेक्टर और न्यू सिटी (DNGIR Kya h) के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। नोएडा प्राधिकरण ने किसानों की सहमति के आधार पर जमीन अधिग्रहण करने के लिए सलाहकार कंपनी ‘टीला’ को नियुक्त कर दिया है। हाल ही में कंपनी के सलाहकारों और प्राधिकरण के अधिकारियों के बीच बैठक हुई है। इसमें भूमि अधिग्रहण (New Noida City) की प्रक्रिया पर चर्चा की जा रही है।


इतने क्षेत्र में घूमेगा विकास का पहियां

प्रक्रिया के तहत सबसे पहले सेक्टर-161 में भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) के लिए किसानों से बातचीत की जाने वाली है। इसके बाद न्यू नोएडा के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रकिया न्यू नोएडा को करीब 209 वर्ग किमी क्षेत्रफल में बसाने की प्लानिंग है।

अधिग्रहण की शुरुआत ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (Eastern Peripheral Expressway) के पास स्थित गांवों से की जाने वाली है। इसमें जोखाबाद और सांवली जैसे गांव को शामिल किया गया है। इन गांवों में अस्थाई कार्यालय भी स्थापित किए जाने वाले हैं। यहां पर किसानों और अधिकारियों के बीच सहमति बनाई जाने वाली है।

80 गांवों की भूमि का होगा अधिग्रहण 

न्यू नोएडा परियोजना के तहत 80 गांवों की जमीन (Land acquisition New City) पर शहर को बसाने की प्लानिंग की जा रही है। पहले चरण में 15 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाने वाला है। इसमें 3,165 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है। इसमें कुल चार चरणों में मास्टर प्लान को 2041 तक पूरा किया जाने वाला है। अगले चरणों में 2027 से 2032 तक 3,798 हेक्टेयर, 2032 से 2037 तक 5,908 हेक्टेयर (Land acquisition For New Noida) और 2037 से 2041 तक 8,230 हेक्टेयर जमीन विकसित की जाने वाली है।


2041 का है मास्टर प्लान

न्यू नोएडा मास्टर प्लान 2041 के मुताबिक, इस क्षेत्र में 40 प्रतिशत जमीन औद्योगिक विकास के लिए, 13 प्रतिशत हाउसिंग के लिए और 18 प्रतिशत ग्रीन एरिया (green area in UP) और मनोरंजक गतिविधियों के लिए आरक्षित की जाने वाली है। गौतमबुद्ध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों को मिलाकर बनाये जाने वाले इस शहर की अनुमानित जनसंख्या लगभग 6 लाख होने वाली है।


किसानों से ली जाएगी सहमति


प्राधिकरण और ‘टीला’ कंपनी के अधिकारी लगातार किसानों से बातचीत कर रहे हैं। इसकी वजह से उनकी सहमति से भूमि अधिग्रहण (Land acquisition) किया जाने वाला है। हर गांव में औसतन 200 किसान परिवारों से बातचीत की जा रही है। यह प्रक्रिया पारदर्शी और आपसी सहमति के आधार पर होने वाली है।

न्यू नोएडा परियोजना से क्षेत्र में औद्योगिक और आवासीय विकास (residential development) को गति मिलने वाली है। ये शहर न सिर्फ आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा, बल्कि पर्यावरण और ग्रीन एरिया पर भी ध्यान केंद्रित करने वाला है।