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NCR में बसाया जाएगा नया शहर, यूपी के इन जिलों को होगा बड़ा फायदा

NCR - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि एनसीआर में एक नया शहर बसाया जाएगा। यमुना प्राधिकरण के विस्तार के तहत मास्टर प्लान -2031 को योगी आदित्यनाथ सरकार से मंजूरी मिल गई है... ऐसे में आइए नीचे खबर में जान लेते है कि आखिर यूपी के कौन से जिलों को इसका फायदा होगा-

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NCR में बसाया जाएगा नया शहर, यूपी के इन जिलों को होगा बड़ा फायदा

HR Breaking News, Digital Desk- (NCR) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राया के पास एक नया आधुनिक शहर बसाने के लिए राया अर्बन सेंटर (Raya Urban Centre) के मास्टर प्लान-2031 को मंजूरी दे दी है। यह नया शहर यमुना प्राधिकरण के विस्तार के दूसरे चरण का हिस्सा है, जो 11,653.76 हेक्टेयर में फैला होगा और इसमें सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। भविष्य में इसका और विस्तार भी किया जा सकेगा।

शासन की मंजूरी के बाद यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) आगरा, मथुरा, अलीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में तीन नए शहर बसाने की तैयारी में है। ये शहर राया, टप्पल-बाजना और आगरा के पास विकसित किए जाएंगे, ताकि स्थानीय लोगों को नौकरी और व्यवसाय के लिए दूर न जाना पड़े। इसके लिए जमीन अधिग्रहण और अन्य प्रक्रियाएं जल्द शुरू होंगी, साथ ही आरक्षित भूमि का निर्धारण भी कर लिया गया है।

उत्तर प्रदेश शासन ने मास्टर प्लान-2031 के तहत राया अर्बन सेंटर के लिए संशोधित योजना को मंजूरी दे दी है। इस नए शहर का प्रस्तावित क्षेत्रफल 9366.2 हेक्टेयर से बढ़ाकर अब 11,653.76 हेक्टेयर कर दिया गया है। इस विस्तार के साथ, प्राधिकरण का कार्यक्षेत्र यमुना एक्सप्रेसवे के दाहिनी ओर बरेली-मथुरा मार्ग (Bareilly-Mathura Road) तक फैल गया है, जिससे क्षेत्र में विकास के नए द्वार खुलेंगे।

मास्टर प्लान में औद्योगिक (Industrial), आवासीय, व्यावसासिक, ऑफिस, मिश्रित सहित सभी तरह के सेक्टर (sector) विकसित किए जाएंगे। सबसे ज्यादा आवासीय क्षेत्र होगा। पर्यटन के विकास पर भी जोर रहेगा।

राया अर्बन सेंटर (raya urban centre), यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर तीन-तीन किलोमीटर तक विकसित किया जाएगा। यह मास्टर प्लान-2031 का हिस्सा है, जिसमें राया हेरिटेज सिटी (heritage city) भी शामिल है. इस परियोजना के लिए कितने गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी, यह गणना के बाद ही तय हो पाएगा।

बिना मंजूरी संशोधन नहीं कर सकेंगे-

राया अर्बन सेंटर मास्टर प्लान-2031 में कोई भी परिवर्तन और संशोधन शासन की अनुमति के बिना नहीं किया जाएगा। मास्टर प्लान को लागू करते समय प्रभावी सभी नियमों और प्राविधानों को अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।

हरित क्षेत्र नौ फीसदी होगा-

शहरों में प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए इस नए शहर में 8.98 फीसदी जमीन हरित क्षेत्र के लिए आरक्षित होगी। 1046.48 हेक्टेयर में हरित क्षेत्र होगा। इससे प्रदूषण की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी। रिवर फ्रंट का विकास भी किया जाएगा।

पर्यटन के विकास पर जोर-

यमुना एक्सप्रेसवे के किनारे राया अर्बन सेंटर के नाम से बसाया जाने वाला नया शहर मथुरा, वृंदावन व आगरा के नजदीक होने की वजह से यहां पर्यटन की संभावनाएं सबसे ज्यादा हैं। इसको देखते ही 1520.21 हेक्टेयर जमीन पर्यटन के विकास के लिए आरक्षित की गई है, जो कुल क्षेत्रफल का 13.5 प्रतिशत है।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के मुताबिक राया अर्बन सेंटर मास्टर प्लान-2031 को सरकार की मंजूरी मिल गई है। इस योजना के तहत यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के पास राया में एक नया शहर बसाया जाएगा। जमीन अधिग्रहण (land acquisition) की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, जिससे यहां लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

किसका, कितना क्षेत्र होगा-

आवासीय- 2216.25 हेक्टेयर

व्यावसायिक- 701.68 हेक्टेयर

उद्योग- 853.46 हेक्टेयर

रिवर फ्रंट विकास- 505.65 हेक्टेयर

हरित क्षेत्र- 1046.48 हेक्टेयर

पार्क और खेल मैदान- 586.87 हेक्टेयर

पर्यटन का विकास- 1520.51 हेक्टेयर