home page

Delhi NCR में 5 हजार एकड़ में बसाया जाएगा नया शहर, जमीन बेचने के लिए 31 अगस्त करें अप्लाई

Delhi NCR City : दिल्ली-एनसीआर में आज के समय में हर सुविधा मौजुद है। बीते कुछ समय में दिल्ली-एनसीआर प्रॉपर्टी खरीदने के लिए लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। अब जल्द ही दिल्ली में 5 हजार एकड़ में नया शहर बनाने को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अब इस नए शहर (Delhi NCR City ) को बसाने के लिए  भूमि बेचने के लिए आमंत्रण मांगे गए हैं। आप जमीन बेचने के लिए 31 अगस्त तक अप्लाई कर सकते हैं।

 | 
Delhi NCR में 5 हजार एकड़ में बसाया जाएगा नया शहर, जमीन बेचने के लिए 31 अगस्त करें अप्लाई

HR Breaking News (Delhi NCR City) दिल्ली-एनसीआर में अब नए शहर को बसाने को लेकर कवायद चल रही है। अब जल्द ही में दिल्ली-एनसीआर में नया औद्योगिक शहर बनने वाला है। दिल्ली एनसीआर में इस नए शहर (Delhi NCR New City ) के बसने से औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

 

 

इस नए शहर को बसाने के लिए आवेदन करने वालों की ही जमीन सरकार की ओर से खरीदी जाएगी। जमीन बेचने के लिए आप 31 अगस्त तक अप्लाई कर सकते हैं।

 

 

कहां बसेगा ये नया औद्योगिक शहर 


आपको बता दें कि रेवाड़ी-रोहतक हाईवे (Rewari-Rohtak Highway) के पास मौजुद गांवों में ये नया औद्योगिक शहर बनाया जाएगा।  इस नए शहर को बसाने के लिए हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास निगम (HSIDC) ने 5000 एकड़ जमीन खरीदने के लिए आवेदन की मांग की हैं जिसकी आखिरी तारीख 31 अगस्त 2025 है।

सरकार की ओर से ई-भूमि पोर्टल (e-Bhoomi Portal) के माध्यम से जमीन की खरीदी की जाएगी, जिसमें औद्योगिक और आवासीय क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। विधायक की ओर से इस पहल के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

प्रदेश सरकार ने किया ऐलान


बता दें कि रेवाड़ी-रोहतक नेशनल हाईवे से सटे तकरीबन सात गांवों की पांच हजार एकड़ से ज्यादा भूमि पर इस नए शहर को बसाया जाएगा। हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट कारपोरेशन (Haryana State Industrial and Infrastructure Development Corporation) की तरफ से कोसली, पाल्हावास और रेवाड़ी तहसीलों को मिलाकर एक नई इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (Industrial Model Township) बनाया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इसको लेकर ऐलान कर दिया है।


यहां कर सकते हैं जमीन बेचने के लिए अप्लाई


दरअसल, हरियाणा राज्य औद्योगिक विकास (Haryana State Industrial Development) निगम ने ई-भूमि पोर्टल पर गांवों में पांच हजार एकड़ भूमि खरीदने के लिए अप्लाई मांगे हैं। इन गावों में कोसली, आलमपुर, पाल्हावास, पहराजवास, कुतुबपुर जागीर, सुर्खपुर आदि गांवों का नाम शामिल है।

जहां पहले सरकार जमीन का अधिग्रहण करती थी, लेकिन वहीं, अब सरकार जमीन अधिग्रहण की बजाय जमीनें खरीदती है। इसके लिए किसानों को सरकार के ebhoomi.jamabandi.com.nic.in पर अप्लाई करना होगा और आवेदन करने वालों की ही जमीन की सरकार खरीदी करेगी।

रिहायशी कॉलोनियां होंगी विकसित


बता दें कि इस नए प्रस्तावित टाउनशिप (New proposed townships) में नए उद्योग व रिहायशी कॉलोनियां का विकास किया जाएगा। यह रेवाड़ी जिले के दो औद्योगिक क्षेत्र धारूहेड़ा और बावल पहले से विकसित है।

बता दें कि बावल में तो 15 साल पहले ही आईएमटी का ऐलान हो चुका है और इन दोनों ही औद्योगिक क्षेत्र में तकरीबन 1500 छोटी-बड़ी औद्योगिक इकाईयां मौजुद हैं।

इसके साथ ही रेवाड़ी शहर के बाहरी इलाकों में काफी औद्योगिक इकाईयां पहले से स्थापित हो चुकी हैं। हालांकि अभी तक कोसली विधानसभा क्षेत्र औद्योगिक विकास के मामले में पिछड़ा हुआ था।


दिखेंगी कोसली की आधुनिक तस्वीरें


अब यहां आईएमटी (IMT)बनने से ये तेजी से विकसित होंगे। आज से तकरीबन 5 माह पहले कोसली में रैली करने आए मुख्यमंत्री नायब सैनी के सामने विधायक ने आईएमटी बनाने की मांग रखी थी।

सीएम की ओर से विधायक को यह आश्वासन दिया कि उनकी ओर से इसे बनवाने की कोशिश की जाएगी। विधायक का कहना है कि एक बड़ी विकास परियोजना की सौगात देने और मांग मंजूरी के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का आभार प्रकट किया है।

उस इलाके के किसानों को टाउनशिप (Delhi NCR New Township) में जमीन देने के लिए पूरा उत्साह दिखाना चाहिए और इसके लिए आवेदन करना चाहिए। जैसे ही यह परियोजना पूरी होती है तो उसके बाद कोसली की आधुनिक तस्वीर सामने आएगी।