UP के इस जिले में अब नोएडा गुरुग्राम की तरह दौड़ेगी मेट्रो, 100 गांवों की पलटेगी किस्मत
metro line in UP :यूपी में लगातार नई नई मेट्रो लाइन का निर्माण हो रहा है। अब यहां पर एक और नई मेट्रो लाइन का निर्माण होने वाला है। ये नई मेट्रो लाइन नोएडा गुरुग्राम की तरह रहने वाली है। इस मेट्रो लाइन (new metro line in UP) के बनने की वजह से 100 गांव की किस्मत पल्टने वाली है। आइए जानते हैं इस बारे में पूरी जानकारी।
HR Breaking News (UP News)। यूपी में जहां एक ओर लगातार नई नई मेट्रो लाइन को बिछाया जा रहा है। अब यहां पर एक और नई मेट्रो लाइन विस्तारित की जाने वाली है। इस नई मेट्रो लाइन (new metro line) के बिछाये जाने की वजह से यहां पर लोगों को रोजगार के भी नए नए मौके बनने वाले हैं। यूपी में बनाई जाने वाली ये मेट्रो लाइन नोएडा और गुरुग्राम जैसी होने वाली है। खबर में जानिये इस नई मेट्रो लाइन के बारे में पूरी जजानकारी।
ट्रैक और स्टेशन का ऐसा रहेगा डिजाइन
लाइट मेट्रो का ट्रैक मुख्यतः सड़कों के समानांतर जमीन पर ही बनाया जाने वाला है। इस स्टेशन का आकार बस स्टेशन (New Metro Station Project) जैसा होने वाला है। जोकि ज्यादा जगह नहीं घेरने वाला है। इसकी वजह से शहर में ज्यादा तोड़फोड़ की जरूरत नहीं पड़ने वाली है। कम चौड़ाई वाले मार्गों पर भी संचालन संभव होने वाला है।
कनेक्टिविटी में होगा सुधार
इस परियोजना से प्रयागराज के बमरौली, झूंसी, नैनी और फाफामऊ जैसे इलाकों की कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार आने वाला है। यह ट्रैफिक जाम से राहत दिलाने वाला है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट (Public transport) पर भरोसा बढ़ने वाला है। इसके साथ ही शहर में स्मार्ट सिटी मिशन को नई पहचान मिलने वाली है।
गांव को मिलेगा चार गुना मुआवजा
बताया जा रहा है कि इस परियोजना की वजह से लगभग 100 गांव प्रभावित होने वाली है। काश्तकारों को सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने वाला है। इसके अलावा मकानों पर भी इसका प्रभाव देखा जाएगा। उनके मालिकों को दो गुना मुआवजा (compensation of land) देने की बात की जा रही थी, इसको लेकर सरकार ने भी मंजूरी दे दी है।
मेट्रो काउंसिल का गठन
भूमि अधिग्रहण (Land acquisition For New Metro in UP) और निर्माण कार्य को गति देने के लिए 30 सदस्यों की मेट्रो काउंसिल को बनाया जाने वाला है। इसमें प्रमुख सचिव नगर विकास और राज्य निर्वाचन आयुक्त समेत 10 विभागीय अधिकारी को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही 20 लोग स्थानीय स्तर पर काउंसिल का हिस्सा बनने वाला है।
इन रूटों पर होगा संचालन
जानकारी के लिए बता दें कि प्रयागराज लाइट मेट्रो का संचालन दो प्रमुख रूटों पर होने वाला है। इसका पहला रूट बमरौली से सिटी लेक झूंसी तक 23 किलोमीटर का होगा, हालांकि दूसरा रूट शांतिपुरम से छिवकी (Shantipuram to Chheoki Metro) तक 21 किलोमीटर तक का रहने वाला है। दोनों को मिलाकर 44 किलोमीटर लंबे नेटवर्क पर लाइट मेट्रो दौड़ने वाली है।
टोटल होंगे इतने शहर
दोनों रूटों पर मिलाकर कुल 39 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इनमें से 20 स्टेशन बमरौली से झूंसी रूट पर और 19 स्टेशन (Metro Station in UP) शांतिपुरम से छिवकी रूट पर होने वाले हैं। इसके मुख्य स्टेशन परेड मैदान में बनाये जाने वाले हैं। जोकि इस परियोजना का केंद्रीय केंद्र होने वाला है।
पहले फेज में ये होगा रूट
लाइट मेट्रो का पहला फेज बमरौली से झूंसी सिटी (Jhunsi City) लेक तक चलने वाला है। इस रूट पर 20 स्टेशन को शामिल किया जाएगा। जिनमें प्रयागराज जंक्शन, सिविल लाइंस, मेडिकल कॉलेज चौराहा और संगम जैसे प्रमुख स्थान शामिल किये गए हैं। इस फेज से शहर का मुख्य इलाका मेट्रो से जुड़ जाएगा।
दूसरे फेज में होगा ये काम
दूसरे फेज में लाइट मेट्रो शांतिपुरम से छिवकी तक चलने वाली है। इसपर 21 किलोमीटर लंबे रूट पर एमएनएनआईटी, यूनिवर्सिटी रोड, (University Road) परेड मैदान और नैनी बाजार जैसे महत्वपूर्ण स्थान जुड़ने वाले हैं। इसकी वजह से शैक्षणिक और औद्योगिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी मजबूत होने वाली है।
परियोजना में आएगा इतना खर्च
इस पूरी परियोजना पर लगभग 8747 करोड़ रुपये तक का खर्च आने वाला है। यह निवेश शहर के ट्रैफिक दबाव को कम करने, सार्वजनिक परिवहन को बेहतर बनाने और स्मार्ट सिटी परियोजना (New Metro Project) को सफल बनाने में सहायक रहने वाला है। बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी सृजित किये जाने वाले हैं।
जानिये क्या होती है लाइट मेट्रो
लाइट मेट्रो में तीन कोच रहते है, इसमें 200 से 300 यात्री एक साथ यात्रा कर सकते हैं। यह सुविधा सामान्य मेट्रो (New Metro Project in UP) से थोड़ी छोटी होने वाली है। हालांकि शहरी भीड़भाड़ और छोटी दूरी की यात्रा के लिए ये पूरी तरह से उपयुक्त रहने वाला है। इसका स्टॉपेज समय भी बस की तरह 1–2 मिनट होगा।
