smart electricity meter हरियाणा के इन जिलों में लगेंगे स्मार्ट बिजली मीटर, अब सीधा फोन पर आएगा बिल
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, हरियाणा को स्मार्ट बिजली मीटर से लैस करने की योजना कछुआ चाल से चल रही है। यही वजह है कि अब तक प्रदेश में स्मार्ट मीटर योजना को सफल नहीं बनाया जा सका है। हाल ही में आयोजित हरियाणा विद्युत नियामक आयोग की बैठक में इस बात का खुलासा भी हो गया, जब ईईएसएल के एमडी रजनीश राणा ने धीमी रफ्तार से चल रही योजना को स्वीकार कर लिया।
उन्होंने कहा कि अब तक प्रदेश में 45500 मीटर लगाए जाने के टारगेट को पूरा कर लिया जाना चाहिए था, मगर इसके एवज में केवल 7173 मीटर ही लगाए जा सके हैं। इस बैठक में श्री राणा ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में यह कार्य रफ्तार पकड़ लेगा। दिसंबर 2023 तक पूरे हरियाणा प्रदेश में स्मार्ट लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
ये जिले होंगे स्मार्ट मीटर से लैस
इस बैठक में बताया गया है कि इस योजना को पंख लगाने के लिए प्लानिंग तैयार की गई है। चार जिलों का चयन किया गया है, जिनमें नए कनेक्शन देने एवं जले हुए मीटर लगाने की एवज में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। यानि कि इन चार जिलों में अब जो भी नए या जले हुए मीटर लगाए जाएंगे, वह स्मार्ट मीटर परियोजना के अंतर्गत ही लगाए जाएंगे। अगले महीने यानि कि सितंबर माह से फरीदाबाद, गुरूग्राम, पंचकूला और करनाल में पांच लाख स्मार्ट मीटर लगाने का टारगेट सैट कर लिया गया है। अभी तक इन जिलों में साढे तीन लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।
फोन पर मिलेंगे बिजली के बिल
बैठक में यह जानकारी भी उपलब्ध करवाई गई है कि अब अधिक से अधिक बिजली के बिल ईमेल, वाट्सअप और एसएमएस के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। ताकि लोगों की यह शिकायत खत्म हो जाए कि उन्हें टाईम पर बिजली के बिल नहीं मिल रहे हैं। हालांकि एनर्जी एफिशिंएसी सर्विसेज लिमिटेड को इस साल के अंत तक प्रदेश भर में दस लाख मीटर लगाने का लक्ष्य मिला हुआ है, पंरतु जिस रफ्तार से यह काम चल रहा है,
इस टारगेट को पूरा करना नामुमकिन दिखाई दे रहा है। इसी बीच हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के ऊपर से जा रही बिजली की तारों को बदलने की योजना तैयार कर ली गई है। इस काम के लिए बिजली कंपनियों को बजट भी दे दिया गया है। इस काम के लिए 96 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। शहरों में कालोनियों के ऊपर से गुजरने वाली 11 केवी की लाईनों को भी शिफ्ट करने के लिए सहमति प्रदान कर दी गई है।