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Tech Layoffs : हर रोज़ 2700 से भी ज्यादा लोगों की जा रही है नौकरी, जल्दी देश में बढ़ जाएगी बेरोज़गारी

वैश्विक मंदी में बड़ी बड़ी कंपनियां कर्मचारियों को जॉब से निकाल रही है ऐसे में एक डाटा सामने आया जिसमे पता चलता है के 2700 से ज्यादा लोग हर रोज़ अपनी नौकरी गंवा रहे हैं।  
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HR Breaking News, New Delhi : साल 2023 में आर्थिक मंदी की आशंका के कारण दुनियाभर में कई बड़ी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. जनवरी के शुरुआत के बाद से ही कई टेक कंपनियों, यूनिकॉर्न और स्टार्टअप ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. डाटा के मुताबिक जनवरी से अब तक कुल मिलाकर इन कंपनियों ने 1.53 लाख लोगों की छंटनी की है.
साल शुरुआत से अब तक हर दिन 2700 लोगों ने हर दिन अपनी नौकरी गंवाई है. वहीं जो लोग छंटनी से बच गए हैं उन्हें सैलरी में कटौती या सैलरी में न बढ़ोतरी की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

साल 2023 में हर दिन 2732 लोगों ने गंवाई नौकरी
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आई अस्थिरता, बढ़ती महंगाई और वैश्विक चुनौतियों के कारण अभी अनिश्चितता का माहौल है. ऐसे में इसका असर कंपनियों और नौकरियों पर पड़ रहा है. वैश्विक मंदी की आशंका के कारण कंपनियां इस समय कम से कम पैसे खर्च करना चाहती हैं और ऐसे में वह बड़े पैमाने पर छंटनी कर रही है. इसके साथ ही कई कंपनियां नए कर्मचारियों की भर्ती से भी बच रही हैं. Trueup.io data के मुताबिक साल 2023 में अबतक कुल 534 टेक कंपनियों ने छंटनी का ऐलान किया है. इस कारण कुल 1.53 लाख लोगों ने इस साल नौकरी गंवाई है. ऐसे में कुल 2,732 लोगों को हर दिन नौकरी से निकाला है. वहीं साल 2022 की बात करें तो कुल मिलाकर 2.41 लाख टेक वर्कर्स यानी हर दिन 1,535 लोगों को नौकरी से निकाला गया था.  

कई कंपनियों ने हजारों इंप्लाइज को नौकरी से निकाला
बड़ी टेक कंपनियां जैसे फेसबुक के पेरेंट कंपनी मेटा, गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर आदि ने बड़े पैमाने पर अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. मेटा ने जहां 11,000 लोगों की छंटनी की थी. वहीं गूगल ने अपने 12,000 यानी 6 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. इसके अलावा अमेजन ने 18,000 और ट्विटर ने आधे इंप्लाइज की छंटनी कर दी थी. इसके अलावा डेल (Dell) ने 6,650 लोगों की छंटनी कर दी थी. हाल ही में McKinsey ने 2,000 और टेलीकॉम कंपनी Ericsson ने कुल 8,500 कर्मचारियों की छंटनी की है. ऐसे में  Trueup.io data