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Delhi NCR से UP की राजधानी लखनऊ की दूरी होगी कम, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का रास्ता साफ

Noida-Lucknow Greenfield Expressway :यूपी में पिछले काफी समय से लगातार नए नए हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। अब यूपी में एक और एया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने की वजह से Delhi NCR (Delhi NCR  News) से UP की राजधानी लखनऊ तक की दूरी कम होने वाली है। इस एक्सप्रेसवे को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।

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Delhi NCR से UP की राजधानी लखनऊ की दूरी होगी कम, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का रास्ता साफ

HR Breaking News (Greenfield Expressway In UP)। नोएडा से लखनऊ तक जाने वाले लोगों को अब आसानी होने वाली है। अब यहां पर एक ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway) को बनाया जाने वाला है। इसकी वजह से यहां के लोगों को रोजगार के भी नए नए मौके मिलने वाले हैं।

 

इसके अलावा, प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार होने वाला है। इसके अलावा राज्य के एक कोने से दुसरे कोने तक पहुंचना आसान होगा। आइए जानते हैं यूपी (UP News) में बनाये जा रहे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बारे में।

 


नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का होगा निर्माण


नोएडा से लखनऊ तक का सफर अब जल्दी और आसान होने वाला है। उत्तर प्रदेश सरकार एक नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway in UP) पर काम किया जा रहा है।

 

इसके लिए आने वाली लागत के बारे में बात करें तो ये 45,000 करोड़ रुपये रहने वाली है। यह सड़क 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगी और नोएडा से लखनऊ की दूरी को 8-9 घंटे से घटाकर सिर्फ 3-4 घंटे में होने वाली है।


यात्रियों को होगा लाभ


इस एक्सप्रेसवे की वजह से न सिर्फ यात्रियों को लाभ होगा। इसके अलावा व्यापार, इंडस्ट्री और पर्यटन को भी नई रफ्तार मिलने वाली है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश (Uttar Pardesh News) के लिए एक बड़ा कदम है, जो पूरे राज्य को और विकसित बनाएगी।


यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह से एक्सेस-कंट्रोल्ड रहने वाला है, इसका मतलब है कि इसमें कोई ट्रैफिक सिग्नल को नहीं बनाया जाएगा। यहां पर गाड़ियां बिना रुके तेजी से चलने वाली है। इसमें स्मार्ट टोलिंग सिस्टम (Noida to Lucknow Expressway) बनाया जाएगा। इसकी वजह से टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ने वाली है।


रुकावटों से मुक्त होगा रस्ता


इसके अलावा, सर्विस लेन, ओवरब्रिज, अंडरपास और ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर जैसी सुविधाएं दी जाने वाली है। यह सड़क नई जमीन पर बनाई जाने वाली है। इसको ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट (Greenfield expressway project) के नाम से जाना जाता है। इसका मतलब है कि यह पूरी तरह से नया रास्ता होगा, जो जाम और रुकावटों से मुक्त रहेगा।


धार्मिक स्थलों तक पहुंचना होगा आसान


इस एक्सप्रेसवे की वजह से व्यापार को बहुत ज्यादा लाभ होने वाला है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के उद्योगों से सामान लखनऊ (Noida to Lucknow Expressway) और आसपास के बाजारों तक जल्दी पहुंचने वाली है। इसकी वजह से लॉजिस्टिक्स की लागत कम होने वाली है और व्यापारियों को मुनाफा होगा।


इसके साथ ही, औद्योगिक पार्क और वेयरहाउस हब बनने से नए निवेश के रास्ते खुलने वाले हैं। इसके अलावा पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने वाला है। इसकी वजह से लखनऊ, कानपुर (Kanpur news) और आसपास के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा।


जल्द शुरू होगी जमीन की खरीदी


इस सड़क के बनने की वजह से हजारों लोगों को नौकरियां मिलने वाली है। निर्माण के दौरान सामग्री, इंजीनियरिंग और दूसरी सेवाओं की जरूरत पड़ने वाली है। इसकी वजह से स्थानीय लोगों को रोजगार (Job Opportunities in UP) मिलने वाला है। रास्ते में पड़ने वाले कस्बों और शहरों में रियल एस्टेट और छोटे-मोटे बिजनेस भी बढ़ाया जाने वाला है। 


उत्तर प्रदेश सरकार और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI Latest Project) इस प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करने के लिए तेजी से काम करना शुरू कर दिया गया है। इसकी वजह से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो रही है और जमीन खरीदने का काम भी जल्द शुरू होगा।


यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिये जाएंगे ये फैसले


यह एक्सप्रेसवे पर्यावरण के लिए भी अच्छा होने वाला है। इसके किनारे लाखों पेड़ लगाए जाने वाले हैं। वहीं सोलर लाइटिंग (UP News) का यूज किया जाने वाला है। बारिश का पानी जमा करने की व्यवस्था भी होगी, इसकी वजह से भूजल स्तर बढ़ने वाला है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी कॉल बॉक्स और एम्बुलेंस की सुविधा मिलने वाली है।


हर 30-40 किलोमीटर पर ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट लगाई जाने वाली है। वहीं हर 100 किलोमीटर पर फ्यूल स्टेशन और रेस्ट एरिया होने वाला है। यह सड़क दिल्ली-मुंबई (Delhi-Mumbai Highway) और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ा रहने वाला है। इसकी वजह से पूरे उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और मजबूत होने वाली है।