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Delhi के नजदीक 33,715.22 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा नया शहर, 16 प्रतिशत होगा ग्रीन एरिया

New City : दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या एक गंभीर मुद्दा है, जो न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाती है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे है दिल्ली के नजदीक बसाए जाने वाले उस शहर के बारे में जिसका 16 प्रतिशत एरिया ग्रीन होगा, आइए खबर में जानते है Delhi के नजदीक बसाए जाने वाले इस नए शहर के बारे में विस्तार से।
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Delhi के नजदीक 33,715.22 हेक्टेयर जमीन पर बसाया जाएगा नया शहर, 16 प्रतिशत होगा ग्रीन एरिया

HR Breaking News, Digital Desk - जैसा की आप लोग जानते है की Delhi-NCR के साथ प्रदूषण की समस्या बीते कुछ सालों में इस तरह चिपक चुकी है, जैसे शर्ट में लगे वेलक्रो के दोनों साइड। ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के शहरों में ग्रीनरी बढ़ाने पर काफी जोर है और अब एक नया शहर (new green city) भी यहां बसाया जा रहा है। 

 

जी हां, ग्रेटर नोएडा के फेज-2 के विस्तार को मंजूरी मिल चुकी है। क्या आप जानते हैं कि ये शहर आखिर कितना ग्रीन होने वाला है। ग्रेटर नोएडा फेज-2 के जिस डेवलपमेंट प्लान को मंजूरी मिली है, उसके हिसाब से ये नया शहर मौजूदा ग्रेटर नोएडा (Greater Noida News)से लगभग डेढ़ गुना बढ़ा होगा। ये कुल 33,715.22 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसमें उद्योग, आवास, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के साथ-साथ ग्रीन और फॉरेस्ट एरिया के लिए भी योजना बनाई गई है।


आखिर इस शहर का कितना एरिया ग्रीन होगा?


ग्रेटर नोएडा फेज-2 के डेवलपमेंट के लिए मास्टर प्लान-2041 बनाया गया है। 33,715.22 हेक्टेयर में से 25 प्रतिशत जमीन को सिर्फ उद्योग के लिए रखा गया है। यानी 14,192 हेक्टेयर एरिया में यहां पर उद्योग लगेंगे। जबकि आवास के लिए 9,736.74 हेक्टेयर, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के लिए 5,812.97 हेक्टेयर और कमर्शियल के लिए 2,773 हेक्टेयर एरिया डेवलप करने का प्लान किया गया है।

 


अगर इस नए शहर की ग्रीनरी (New City Greenery)की बात की जाए तो ग्रेटर नोएडा-2 का 16 प्रतिशत यानी 7,908.60 हेक्टेयर ग्रीन एरिया होगा। वहीं 1,073.96 हेक्टेयर एरिया में फॉरेस्ट एरिया डेवलप किया(Forest Area Develop) जाएगा। वहीं एजुकेशनल पर्पज के लिए अलग से 1,422.20 हेक्टेयर में ग्रीन एरिया विकसित किया जाएगा। इस पूरी ग्रीनरी (Environmental Design) को मिलाकर देखें तो ये इस शहर में बनने वाले आवासीय एरिया से ज्यादा इस शहर में ग्रीन एरिया होगा।
वहीं शहर में परिवहन सेवाओं और सड़कों के लिए भी सिर्फ 7,380.56 हेक्टेयर जमीन पर डेवलपमेंट का काम होना है। इस नए शहर का ग्रीन एरिया (Green Spaces) इससे भी ज्यादा है।

 

 

ऐसा होगा नया ग्रेटर नोएडा (Eco-Friendly City)


अगर आप ग्रेटर नोएडा के फेज-2 को देखें, तो यहां सबसे ज्यादा जोर पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर होगा। इस शहर को दादरी में बनने जा रहे मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब, मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब और मेट्रो का विस्तार होगा। वहीं इस शहर को नोएडा में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट, नोएडा एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख सड़कों से जोड़ा जाएगा।इस शहर का विस्तार हापुड़, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, हापुड़ और गाजियाबाद के 140 गांव तक होगा।