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Dairy Loan देसी नस्ल की गायों की डेयरी खोलने पर मदद करेगा प्रशासन, मिलेगा लोन

प्रशासन की ओर से हाईटेक डेयरी स्थापित करने के लिए विशेष आर्थिक मदद दी जाएगी। तीन से पांच छह से 10 11 से 20 देसी गायों की डेयरी स्थापित करने के लिए प्रशासन आर्थिक मदद देगा। लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि ब्याज पर अनुदान के रूप में दी जाएगी।
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HR Breaking News, रोहतक : ग्रामीण बेरोजगार युवाओं के स्वरोजगार के लिए विशेष योजना लाई गई है। प्रशासन की ओर से हाईटेक डेयरी स्थापित करने के लिए विशेष आर्थिक मदद दी जाएगी। तीन से पांच, छह से 10, 11 से 20 देसी गायों की डेयरी स्थापित करने के लिए प्रशासन आर्थिक मदद देगा।

लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि ब्याज पर अनुदान के रूप में दी जाएगी। इसके अतिरिक्त भेड़, बकरी पालन के लिए भी 25 प्रतिशत अनुदान का प्रावधान है।


वहीं, एससी समुदाय के ग्रामीण अंचल के बेरोजगार युवाओं को दो से तीन दुधारू पशुओं की डेयरी, सुअर पालन व भेड़ -बकरी पालन के लिए 50 प्रतिशत अनुदान की योजना बनाई गई है। पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग के माध्यम से इन योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। सरकार के देसी गायों की नस्लों के संरक्षण एवं संवर्धन के तहत प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।

 

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योजना के तहत हरियाणा नस्ल की आठ से 10 किलोग्राम दूध देने वाली गायों के पशुपालकों को 10 हजार रुपये, 12 किलोग्राम तक दूध देने वाली गायों के पशुपालकों को 15 हजार रुपये और 12 किलोग्राम से अधिक दूध देने वाली गायों के गोपालकों को 20 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। साहिवाल नस्ल की 10 से 12 किलोग्राम दूध देने वाली गाय के गोपालक को 10 हजार रुपये, 12 से 15 किलोग्राम तक दूध देने वाली गाय के गोपालक को 15 हजार रुपये और 15 किलोग्राम से अधिक दूध देने वाली गाय के गोपालकों को 20 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।

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इसके अलावा मुर्राह नस्ल की भैंसो की दुग्ध प्रतियोगिता कराई जाती है। जिसमें 18 से 22 किलोग्राम तक दूध देने वाली भैंस के पालक को 15 हजार रुपये, 22 से 25 किलोग्राम तक दूध देने वाली भैंसों के पशुपालकों को 20 हजार रुपये और 25 किलोग्राम से अधिक दूध देने वाली भैंसों के पालकों को 30 हजार रुपये ईनाम स्वरूप दी जाती है। योजनाओं की जानकारी के लिए विभाग के उपनिदेशक कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।

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पशुधन के प्रति लाेगों को जागरूक करने। देसी गाय की नस्ल के संवर्धन के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। बीमा सुविधा भी दी जा रही है। पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग पशुधन बीमा योजना के अंतर्गत पशुओं का बीमा करता है। इस योजना में एससी व्यक्ति निशुल्क एवं अन्य सभी वर्गों के व्यक्ति 100 रुपये प्रति बड़े पशु और 25 रुपये प्रति छोटे पशु के हिसाब से बीमा करवा सकते है। विभाग कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा पशु संस्थाओं में 30 रुपये प्रति पशु की दर से और पशुपालक के घर पर 100 रुपये की दर से उपलब्ध करवाई जा रही है।

- कैप्टन मनोज कुमार, उपायुक्त, रोहतक।