home page

Ratan Tata : मशहूर बिजनेसमैन रतन टाटा सीनियर सिटीजन को करेंगे सपोर्ट, इस STARTUP में किया निवेश

बुजुर्गों को स्पोर्ट करने के लिए देश के मशहूर बिजनेसमैन रतन टाटा ने पहल की है। रतन टाटा ने इस STARTUP में निवेश करने का फैसला किया है। जिससे सीनियर सिटीजनंस को मदद मिलेगी। चेक करें पूरी डिटेल।
 
 | 

HR Breaking News : नई दिल्ली : मशहूर बिजनेसमैन  रतन टाटा (Ratan Tata) ने वरिष्ठ नागरिकों को सेवा के रूप में सहयोग प्रदान करने वाली स्टार्टअप गुडफेलोज (Goodfellows) में निवेश की घोषणा की है हालांकि, निवेश की राशि का खुलासा नहीं किया गया है।
पीटीआई की खबर के मुताबिक, टाटा समूह से रिटायर होने के बाद टाटा लगातार स्टार्टअप कंपनियों का समर्थन करते रहे हैं।

वह अबतक 50 से ज्यादा कंपनियों में निवेश कर चुके हैं. इस नई कंपनी की स्थापना शांतनु नायडू ने की है. कॉर्नेल विश्वविद्यालय से शिक्षित 30 वर्षीय नायडू, टाटा के कार्यालय में एक महाप्रबंधक हैं और 2018 से उनके साथ जुड़े हैं।


ये खबर भी पढ़ें : Share Market Today : LIC मुनाफे में लेकिन शेयर चल रहा डाउन, जानिए क्या है कारण


1.5 करोड़ सीनियर सिटीजंस को मिलेगा फायदा

टाटा ने विवाह नहीं किया है. 84 वर्षीय टाटा ने कहा कि आप तब तक यह समझ सकते हैं कि अकेले रहना कैसा होता है, जबतक कि आप खुद अकेले रहते हैं और साथ चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी हासिल करना भी एक चुनौती है. नायडू ने टाटा (Ratan Tata) को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में 1.5 करोड़ बुजुर्ग हैं, जो अकेले हैं।


ये खबर भी पढ़ें : LIC को तिमाही में हुआ 682.9 करोड़ रुपये का मुनाफा, जानें शेयर पर क्या पड़ा प्रभाव

इन बड़े शहरों में शुरू की जाएगी सेवाएं 

स्टार्टअप वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों के साथी के रूप में ‘काम’ करने के लिए युवा स्नातकों को काम पर रखता है. आम तौर पर, एक साथी सप्ताह में तीन बार ग्राहक से मिलने जाता है, और चार घंटों तक रहता है।

एक महीने की फ्री सेवा के बाद कंपनी एक महीने का 5,000 रुपये का मासिक शुल्क लेती है. कंपनी (Goodfellows) आर्थिक राजधानी में बीटा चरण में पिछले छह महीनों से 20 बुजुर्गों के साथ काम कर रही है और आगे पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु में सेवाएं देने की योजना बना रही है।

रतन टाटा को बताया casual investor

नायडू (Shantanu Naidu) ने बताया कि उन्होंने मनोवैज्ञानिकों की मदद से एक वरिष्ठ नागरिक के साथी के रूप में काम करने के लिए सही उम्मीदवार का चयन करने को एक मॉडल विकसित किया है।

नायडू ने टाटा (Ratan Tata) को सहज निवेशक बताया है, जो किसी कंपनी का समर्थन करने से पहले एक व्यापक समुदाय या समाज के लिए एक व्यावसायिक विचार की प्रासंगिकता को देखता है।