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State bank of India : क्या आपके खाते में से भी कट गए हैं 147 रूपए, जानिए इसके पीछे की वजह

इन दिनों बहुत सारे ग्राहकों के पास ये SMS आ रहा है के उनके खाते  से 147 रूपए कट गए हैं, क्या आपके पास भी आया है कोई ऐसा SMS , अगर हाँ तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं इसके पीछे की वजह।  

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HR Breaking News, New Delhi : हम सभी लोग बैंक में अकाउंट खुलवाते हैं, ताकि अपनी जमा पूंजी वहां जमा कर सकें. इसके अलावा सैलरी अकाउंट और अन्य जरूरतों के लिए भी सेविंग बैंक अकाउंट खुलवाते हैं. इन अकाउंट में रुपये जमा रहने पर हमें ब्याज भी मिलता है. बैंक की तरफ से हमें रुपये निकालने के लिए ATM कार्ड भी दिया जाता है. अगर आप भी ऐसे शख्स हैं जिसके बैंक से आने वाले हर SMS पर कान खड़े हो जाते हैं तो आपने देखा होगा कि बैंक समय-समय पर आपके अकाउंट से कुछ रुपये काट लेता है. अगर आपका अकाउंट भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में है तो आपके पास भी 147.5 रुपये कटने का मैसेज आया होगा.

चिंता न करें, यह बैंक ने बिना वजह आपके अकाउंट से रुपये नहीं काटे हैं और न ही आपके बैंक अकाउंट में कोई धांधली हुई है. दरअसल यह 147.5 पैसे जो बैंक ने काटे हैं वह आपके डेबिट कार्ड का चार्ज है. SBI हर साल आपके अकाउंट से 147.5 रुपये काट लेता है. यह चार्ज बैंक डेबिट या एटीएम कार्ड की सालाना मैंनटेनेंस और सर्विस फीस के नाम पर साल में एक बार लेता है. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों को कई तरह के डेबिट और मुहैया कराता है. इसमें क्लासिक, सिल्वर, कॉन्टैक्टलेस और ग्लोबल डेबिट कार्ड शामिल हैं.

125 रुपये है मैनटेनेंस फीस
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया आपसे एटीएम/डेबिट कार्ड की मैंनटेनेंस और सर्विस चार्ज के तौर पर 125 रुपये लेता है. अब आपका प्रश्न होगा कि फिर मेरे अकाउंट से 147.5 रुपये क्यों काटे गए. बता दें कि 125 रुपये की फीस पर बैंक 18 फीसद GST भी वसूल करता है. यानी आपसे कुल 22.5 रुपये GST के रूप में लिए जाते हैं. इस तरह से अगर आप पूरी गणना करेंगे तो 125+22.5=147.5 रुपये आपसे लिए जाते हैं. अगर आप अपना डेबिट कार्ड बदलना चाहते हैं या रिप्लेस करवाना चाहते हैं तो बैंक इसके लिए भी आपके 300 रुपये + GST 54 रुपये भी वसूल करता है. इसके साथ ही आपको सालाना 147.5 रुपये फीस तो चुकानी ही होगी.


स्टेट बैंक का मैंनटेनेंस चार्ज
Debit Card Rules: हम सभी लोग बैंक में अकाउंट खुलवाते हैं, ताकि अपनी जमा पूंजी वहां जमा कर सकें. इसके अलावा सैलरी अकाउंट और अन्य जरूरतों के लिए भी सेविंग बैंक अकाउंट खुलवाते हैं. इन अकाउंट में रुपये जमा रहने पर हमें ब्याज भी मिलता है. बैंक की तरफ से हमें रुपये निकालने के लिए ATM कार्ड भी दिया जाता है. अगर आप भी ऐसे शख्स हैं जिसके बैंक से आने वाले हर SMS पर कान खड़े हो जाते हैं तो आपने देखा होगा कि बैंक समय-समय पर आपके अकाउंट से कुछ रुपये काट लेता है. अगर आपका अकाउंट भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में है तो आपके पास भी 147.5 रुपये कटने का मैसेज आया होगा.

सिर्फ SBI अन्य बैंक भी करते हैं ऐसा
अगर आपका बैंक अकाउंट SBI में नहीं है तो आपको खुश होने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि अन्य बैंक भी एटीएम/डेबिट कार्ड की एनुअल मैंनटेनेंस फीस वसूल करते हैं. उदाहरण के लिए प्राइवेट क्षेत्र के ICICI बैंक को ही ले लें. ICICI बैंक अपने कोरल डेबिट कार्ड के लिए 499 रुपये की ज्वाइनिंग फीस और हर साल मैंनटेनेंस के नाम पर भी इतना ही चार्ज आपसे करता है. हालांकि, अन्य डेबिट कार्ड के लिए ICICI बैंक की तरफ किसी तरह की सालाना फीस नहीं ली जाती है.

डेबिट कार्ड के साथ इंश्योरेंस भी मिलता है
आपमें से बहुत से लोगों को पता नहीं होगा कि डेबिट कार्ड के साथ बैंक अपने ग्राहकों को पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी भी देते हैं. इसके तहत ग्राहकों को 50 हजार से लेकर 10 लाख तक की कवरेज दी जाती है. आपको कितनी इंश्योरेंस कवरेज मिलेगी, यह आपके कार्ड के प्रकार पर निर्भर करता है. किसी एक्सीडेंट में कार्डधारक की मृत्यु होने पर उनके परिवार को यह इंश्योरेंस क्लेम दिया जाता है. इसके लिए जरूरी है कि एक्सीडेंट से 90 दिन पहले तक कम से कम एक बार कार्ड से किसी तरह का ट्रांजेक्शन किया गया हो. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने बैंक में बात करनी चाहिए.