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Dearness - टमाटर, प्याज के बाद दो और चीजें होने वाली है महंगी, फटाफट कर लें स्टॉक

Dearness - आम जनता को बढ़ती महंगाई का एक और झटका लगने वाला है। आपको बता दें कि टमाटर, प्याज के बाद दो और चीजें के दामों में भयंकर बढ़ोतरी होने वाली है.... ऐसे में आप भी फटाफट स्टॉक कर लें...
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HR Breaking News, Digital Desk- महंगाई से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. आने वाले दिनों में तिलहन और दलहन की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है. इससे आम जनता के ऊपर महंगाई का बोझ और बढ़ जाएगा. कहा जा रहा है कि अगस्त में औसत से काफी कम बारिश हुई है और सितंबर तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी.

यानि कि अगले महीने भी मानसून कमजोर ही रहेगा. ऐसे में दलहन और तिलहन की पैदावार पर असर पड़ेगा, जिससे उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है. ऐसे में आने वाले दिनों में दलहन और तिलहन की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, इस साल अगस्त में पिछले 8 सालों में औसत से काफी कम बारिश हुई है. लेकिन, El Nino फैक्टर की वजह से अगले महीने भी औसत से कम ही बारिश होने की संभावना है. हालांकि, देशभर में दलहन और तिलहन की बुआई हो चुकी है. अब कुछ दिनों के बाद फसलों में फुल आने शुरू हो जाएंगे. ऐसे में फसलों की सिंचाई की ज्यादा जरूरत पड़ती है. लेकिन पानी की कमी की वजह से दलहन और तिलहन की पैदावार पर असर पड़ेगा, जिससे उत्पादन में गिरावट भी आ सकती है.

उत्तर पश्चिम हिस्से में ही अच्छी बारिश दर्ज की गई है-

मौसम विभाग का कहना है कि केवल देश के उत्तर पश्चिम हिस्से में ही अच्छी बारिश दर्ज की गई है. इन इलाकों में पिछले साल के मुकाबले 6 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. वहीं, मध्य भारत में औसत से 7 फीसदी कम, पूर्व उत्तर भारत में 15 फीसदी कम और दक्षिण भारत में औसत से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. ऐसे में मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगस्त महीने के दौरान पूरे देश में पिछले साल के मुकाबले 35 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है. अधिकारियों की माने तो अगर सितंबर में सामान्य से अधिक भी बारिश होती है तो भी अगस्त महीने की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है.

खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य 332 मिलियन टन रखा गया है-

हालांकि, फसल सीजन 2022-23 में देश में खाद्यान्न उत्पादन में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. भारत का खाद्यान्न भंडार330.5 मिलियन टन पर पहुंच गया था. जबकि, इस साल खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य 332 मिलियन टन रखा गया है.