Personal Loan लेने से पहले जरूर जान लें ये 10 हिडन चार्ज, नहीं तो लोन पड़ जाएगा महंगा
Personal Loan Charges : किसी भी फाइनेंशियल जरूरत में पर्सनल लोन आसानी से मिल जाता है। इसके लिए कागजी कार्रवाई भी कम करनी पड़ती है। कई बार ऐसा भी होता है कि बैंक ग्राहकों को इसके नियम (Personal Loan rules) और चार्ज के बारे में नहीं बताते हैं। इनमें से कुछ चार्ज हिडन चार्ज भी होते हैं। हम आपको पसर्नल लोन पर लगने वाले 10 हिडन चार्ज के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में।
HR Breaking News-(Personal Loan Hidden Charges)। आज के समय में बढ़ती जरूरतों की वजह से लोगों को लोन लेने की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में अगर आप पर्सनल लोन (personal loan tips) ले रहे हैं तो आपको कुछ ऐसी छिपी हुई लागतों का भुगतान करना पड़ता है। यह शुल्क अक्सर छुपे रहते हैं और बहुत से लोग इन्हें अनदेखा कर देते हैं। जब तक लोन की पूरी राशि चुकानी नहीं होती तब तक इन छिपे हुए चार्जेस के बारे में पता भी नहीं चलता। अगर इन शुल्कों का सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह आपकी लोन की लागत को कई ज्यादा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में अगर आप लोन लेने जा रहे हैं तो इन छुपे हुए चार्जेस को समझना बेहद जरूरी है।
1. प्रोसेसिंग फीस को देखे-
लोन प्रोसेसिंग के लिए बैंक द्वारा प्रोसेसिंग फीस (Personal Loan Processing Fees) लेते हैं, जो आमतौर पर 1 प्रतिशत से 3 प्रतिशत तक हो सकती है। यह शुल्क नॉन-रिफंडेबल होता है। अगर आपका लोन रिजेक्ट (is Processing Fees refundable) हो जाता है तो भी बैंक आपको ये पैसे वापस नहीं करता है।
2. फोरक्लोजदर चार्ज की करें जांच-
अगर आप लोन की पूरी राशि को भुगतान समय से पहले ही कर देते हैं तो बैंक द्वारा लोन की राशि पर फोरक्लोजर चार्ज (Foreclosure Charges kya h) भी लगाया जा सकता है। यह चार्ज 2 प्रतिशत से लेकर 5 प्रतिशत तक हो सकता है। इस वजह से लोन (loan Foreclosure Charges) को लेने से पहले आप इसके चार्ज के बारे में भी जरूर से जांच कर लें।
3. पार्ट-पेमेंट चार्ज भी करें चेक-
अगर आप लोन की कुछ राशि का भुगतान समय से पहले ही कर देते हैं तो कुछ बैंक इस पर पार्ट-पेमेंट चार्ज (Part-payment charges) को भी लगाते हैं। यह चार्ज 1 प्रतिशत से 3 प्रतिशत तक हो सकता है।
4. EMI बाउंस चार्ज-
अगर आपके बैंक खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं है और इसकी वजह से आपकी लोन की EMI भी बाउंस (EMI Bounce Charges in SBI) हो जाती है तो बैंक द्वारा आपसे 500 से 1000 रुपये प्रति बाउंस चार्ज किया जा सकता है।
5. डॉक्यूमेंटेशन चार्ज को देखे-
लोन प्रोसेसिंग के दौरान बैंक द्वारा आपके डॉक्यूमेंट्स की वेरिफिकेशन (Documentation Charges for personal loan) के लिए एक डॉक्यूमेंटेशन की फीस भी ली जा सकती है। आमतौर पर ये चार्ज 500 से 2000 रुपये के बीच ही होते हैं।
6. स्टाम्प ड्यूटी चार्ज भी लगता है-
कुछ राज्यों में लोन एग्रीमेंट को बनाने के दौरान स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty) लगाई जाती है, जो 0.1 प्रतिशत से 0.2 प्रतिशत तक हो सकती है। यह राज्य सरकार द्वारा तय किया जाता है।
7. लोन कन्वर्जन फीस है शामिल-
अगर आप भी अपने पर्सनल लोन की ब्याज दर को फ्लोटिंग से फिक्स्ड या फिक्स्ड से फ्लोटिंग (how to convert loan intrest rate) में तबदील करना चाहते हैं तो बैंक द्वारा इसपर आपको 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत तक का कन्वर्जन चार्ज (Floating rate kya h) वसूल कर लिया जाता है।
8. बैंक लॉगिन फीस भी करता है चार्ज-
कुछ बैंक और एनबीएफसी (Non-Banking Financial Company) द्वारा लोन का आवेदन करने के दौरान लॉगिन फीस चार्ज को भी वसूल किया जाता है। ये चार्ज 500 से 2000 रुपये तक हो सकते हैं।
9. लोन कैंसलेशन चार्ज-
अगर आपने लोन के लिए आवेदन (laon cencillation charge) कर दिया है। उसके बाद आप लोन को कैंसल कराने के बारे में सोच रहे हैं तो बैंक द्वारा आपसे लोन कैंसलेशन के तौर पर 3000 से 5000 रुपये तक का कैंसलेशन चार्ज वसूल किया जा सकता है।
10. ड्यूप्लीकेट स्टेटमेंट देने के लिए चार्ज-
अगर आपको अपनी लोन स्टेटमेंट (Loan Statement) या फिर कोई अन्य जरूरी दस्तावेज दोबारा से चाहिए, तो बैंक इसके लिए 200 से 500 रुपये प्रति स्टेटमेंट तक चार्ज करता है।
इस तरह से बचाएं हिडन चार्ज-
लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको सभी चार्ज (how to get rid out of hidden charges) के बारे में जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए। ब्याज दर के साथ अन्य शुल्कों की भी तुलना करे। लोन एग्रीमेंट को भी काफी ध्यान से पढ़ें और समय पर EMI भरें ताकि बाउंस चार्ज न लगे।
