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Delhi-NCR Property Rates : दिल्ली-एनसीआर के इन इलाकों में प्रोपर्टी खरीदने वालों की मौज, 1 साल में इतने बढ़े रेट

Delhi-NCR Property Rates - दिल्ली-NCR एक बार फिर रियल एस्टेट निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है. आपको बता दें कि उन निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है जिन्होंने पहले ही यहां निवेश किया था. जो लोग अब निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है, क्योंकि यहां की प्रॉपर्टी मार्केट में तेजी जारी है-

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Delhi-NCR Property Rates : दिल्ली-एनसीआर के इन इलाकों में प्रोपर्टी खरीदने वालों की मौज, 1 साल में इतने बढ़े रेट

HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi NCR Property Rates) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-NCR) एक बार फिर रियल एस्टेट निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है. पिछले एक साल में यहां प्रॉपर्टी की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, कुछ इलाकों में यह 13% तक पहुंच गई है.

 

इससे उन निवेशकों को अच्छा रिटर्न मिला है जिन्होंने पहले ही यहां निवेश किया था. जो लोग अब निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक सुनहरा मौका है, क्योंकि यहां की प्रॉपर्टी मार्केट में तेजी जारी है.

गुरुग्राम में सबसे तेज़ बढ़े रेट-

अंतरराष्ट्रीय रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की दूसरी तिमाही में दिल्ली-एनसीआर का रियल एस्टेट बाज़ार (real estate market) तेज़ी से बढ़ा है. गुरुग्राम (gurugram) और नोएडा जैसे प्रमुख शहरों ने निवेशकों को सबसे ज़्यादा आकर्षित किया है, जिससे इन इलाकों में कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान, मांग और बुकिंग्स में भी लगातार तेज़ी देखने को मिली है, जो बाज़ार की मज़बूती को दर्शाता है.

गुरुग्राम में मिड-सेगमेंट हाउसिंग मार्केट (Mid-segment housing market in Gurugram) ने सबसे तेज ग्रोथ दिखाई है. बीते 12 महीनों में यहां इस श्रेणी की प्रॉपर्टी की कीमतों में औसतन 13% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यही नहीं, लग्जरी सेगमेंट (luxuary segment) की बात करें तो वहां भी 12% की बढ़त देखी गई है. यह आंकड़े इस बात की ओर इशारा करते हैं कि गुरुग्राम सिर्फ ऑफिस और कॉरपोरेट सेंटर नहीं रह गया, बल्कि एक मजबूत रेजिडेंशियल मार्केट (residential market) के रूप में भी उभर रहा है.

नोएडा में प्रॉपर्टी कीमतों में करीब 9% की बढ़ोतरी-

नोएडा में प्रॉपर्टी मार्केट में बड़ा बदलाव आ रहा है. जहां नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से मिड और हाई-एंड सेगमेंट की कीमतों में करीब 9% की बढ़ोतरी हुई है, वहीं यह बदलाव नोएडा को एक नई पहचान दे रहा है. एयरपोर्ट (airport) के शुरू होने के बाद कनेक्टिविटी बढ़ेगी, जिससे यहां रहने और निवेश करने की मांग भी तेजी से बढ़ेगी.

 

 

 

दिल्ली-NCR बना निवेश का पसंदीदा ठिकाना-

दिल्ली-NCR की इस रफ्तार के पीछे कुछ बड़े कारण हैं. सबसे अहम है बेहतर कनेक्टिविटी और विकसित हो रहा इंफ्रास्ट्रक्चर. मेट्रो नेटवर्क, एक्सप्रेसवे, नए टाउनशिप प्रोजेक्ट्स और सरकारी योजनाओं ने इस क्षेत्र को देश के बाकी हिस्सों से कहीं ज्यादा मजबूत बनाया है. साथ ही, बढ़ती आबादी और निजी डेवलपर्स की भागीदारी ने रियल एस्टेट बाजार को स्थिरता भी दी है.

आज रियल एस्टेट निवेशक सिर्फ दाम बढ़ने की उम्मीद में प्रॉपर्टी नहीं खरीदते, बल्कि वे यह भी देखते हैं कि भविष्य में किराया कितना मिलेगा, कितना समय में रीसेल हो सकेगा और निवेश पर कितनी रिटर्न (ROI) मिल सकती है. दिल्ली-NCR इन सभी मानकों पर फिलहाल बेहतर स्थिति में नजर आ रहा है.

किसके लिए है ये सही मौका?

जो लोग पहली बार घर खरीदने की सोच रहे हैं या निवेश के उद्देश्य से प्रॉपर्टी लेना चाहते हैं, उनके लिए यह समय उपयुक्त है. गुरुग्राम में कई प्रोजेक्ट्स उपलब्ध हैं, जबकि नोएडा में प्रस्तावित एयरपोर्ट के कारण विकास की प्रबल संभावनाएं हैं. इन दोनों शहरों में निवेश करने से भविष्य में बेहतर रिटर्न मिल सकता है, क्योंकि दोनों ही शहर आने वाले समय में निवेश के लिहाज़ से और भी मजबूत बन सकते हैं.

हालांकि, रियल एस्टेट (real estate) में निवेश करने से पहले यह जरूरी है कि आप इलाके की मौजूदा कीमतों, डेवलपर की साख, कानूनी स्थिति और प्रोजेक्ट की डिलीवरी टाइमलाइन जैसे पहलुओं की अच्छी तरह जांच करें. क्योंकि जितना मुनाफा इस सेक्टर में हो सकता है, उतना ही जोखिम भी.

बहरहाल, 2025 की दूसरी तिमाही के ये आंकड़े साफ बताते हैं कि दिल्ली-NCR में प्रॉपर्टी बाजार एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है और जो निवेशक समय रहते सही जगह को चुन लेंगे, उन्हें आने वाले कुछ वर्षों में अच्छे रिटर्न की उम्मीद जरूर हो सकती है.