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Gold Rate : सोने में अब तुफान सी तेजी, इस दिन गोल्ड हो जाएगा 1 लाख 20 हजार पार, एक्सपर्ट ने बताई वजह

Gold Rate : साल 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में खूब तेजी देखने को मिल रही है। यहां तक की अप्रैल में तो सोने ने अपने उच्चतम आंकड़े को छू लिया है। सोने की कीमतों में जोरदार उछाल के चलते एक्सपर्ट का कहना है कि सोना जल्द ही 1 लाख 20 हजार जा सकता है। हालांकि अभी सोना खरीददारों के पास सोना खरीदने का सुनहरा मौका हो सकता है। आइए जानते हैं सोने (Gold Rate) में तेजी क्यों आ रही है।
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Gold Rate : सोने में अब तुफान सी तेजी, इस दिन गोल्ड हो जाएगा 1 लाख 20 हजार पार, एक्सपर्ट ने बताई वजह  

HR Breaking News (Gold Rate) जिस हिसाब से पिछले कुछ समय में सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है। उस हिसाब से आने वाले समय में भारत में सोने का र्भाव 1.20 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।

 

आम आदमी इस बारे में चिंतित है कि आखिर सोने (Gold Price forecast)में इतनी तेजी क्यों आ रही है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि किस वजह से सेाने में तेजी आ सकती है। 

 

2026 तक कितने होंगे सोने के भाव
 

एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमतों (Sone Ki Kimatein) में आने वाले समय में बड़े उछाल की संभावना है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगले साल यानी 2026 की पहली छमाही तक गोल्ड के भाव (Gold Rate)में 18 प्रतिशत तक इजाफा हो सकता है।

देशभर में आज 20 जून को 24 कैरेट सोने का भाव (Gold Price Today) 1,01,210 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है। अनुमान के हिसाब से 2026 की पहली छमाही तक देशभर में सोने क भाव 1.20 रुपये लाख प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंचने की संभावना है। 

सोने को लेकर एक्सपर्ट का अनुमान


जेपी मॉर्गन के ग्लोबल मैक्रो रिसर्च हेड का कहना है कि सोने की कीमतों में जोरदार उछाल आ सकता है। सोने के बढ़ते भावों (Sone Ke Bhav) के चलते यह 2026 की पहली छमाही में ही $4,000 प्रति औंस तक पहुंचने के आसार है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में अभी सोने का भाव (Gold price in international market) $3,365 प्रति औंस पर है। उस हिसाब से  सोने के भाव में 18.87 प्रतिशत तक उछाल आने की संभावना है।

क्यों बढ़ रहे सोने के भाव


एक्सपर्ट का कहना है कि समय के साथ-साथ गोल्ड (Gold Rate Updates) में रैली तेज होती जा रही है, क्योंकि इस समय में दुनियाभर के सेंट्रल बैंक अब करेंसी स्टेबिलिटी और वैश्विक वित्तीय दबाव के चलते सोने में इन्वेस्टमेंट को तवज्जू दे रहे हैं।

उनके अनुसार अगर आप सोने की कीमतों के ट्रेक को देखें तो सोना 12 साल में $1,000 से $2,000 तक पहुंच सकता है। हालांकि इसके बाद $2,000 से $3,000 पहुंचने में सिर्फ 4 साल का सही समय लगेगा। इस हिसाब से देखें तो सोना (Sone Ke Rate) $3,000 से $4,000 तक जाने में एक साल से भी कम समय ले सकता है।

सेंट्रल बैंक क्यों परचेज कर रहे गोल्ड  


कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि गोल्ड पर बुलिश आउटलुक (Bullish Outlook on Gold) का बड़ा कारण यह है कि सेंट्रल बैंकों को अब चिंता सताने  लगी है कि विकसित देशों की करेंसी धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है, खासकर मौजूदा वित्तीय तनाव और अनियमितताओं के चलते करेंसी कमजोर हो सकती है।

जिस वजह से सोने  में निवेश बढ़ सककता है। उनका कहना है कि विकसित देशों के सेंट्रल बैंकों में गोल्ड का हिस्सा कुल रिजर्व का तकरीबन 20 प्रतिशत रहाहै। हालांकि उभरते बाजारों के सेंट्रल बैंकों में हिस्सा 9 प्रतिशत हो गया है, जो कि 10 साल पहले सिर्फ 4 प्रतिशत था। 

हर सेंट्रल बैंक इस वजह से खरीद रहा सोना


उन्होंने क्लियर किया है कि डेवलप और इमर्जिंग मार्केट के कुल रिजर्व में गोल्ड के हिस्सेदारी (Share of gold in reserves)को बढ़ाना कोई शॉर्ट टर्म मूव नहीं है, बल्कि यह एक तरह से फॉरेक्स रिजर्व की एक स्ट्रक्चरल रीबैलेंसिंग है, जिसमें सोने (Sone ke taja bhav) को ज्यादा स्थिर और लॉन्ग टर्म एसेट के तोर पर देखा जा रहा है।

उनके मुताबिक अब गोल्ड खरीदने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ा रही है। इसके साथ ही विकसित और विकासशील दोनों तरह के देशों के सेंट्रल बैंक सोने की होल्डिंग को इन्क्रिज कर रहे हैं।