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Home Loan EMI : होम लोन वालों को बड़ी राहत, 50 लाख के लोन पर 3.5 लाख रुपए की होगी बचत

Home Loan EMI : हर किसी की चाहत अपने घर की होती है। कोई भी नौकरी पेशा हो या बिजनेश मैन अपना घर खरीदना चाहता है। आज के समय में अपने घर के सपने को साकार करने में होम लोन (Home Loan) बड़ी भूमिका अदा करता है। परंतु, होम लोन की ब्याज दरें बहुत लोगों को यह कदम उठाने से रोकती है। हर कोई सस्ते होम लोन की तलाश में रहता है, ऐसे लोगों के लिए होम लोन (Home Loan EMI Calculator) लेने का अच्छा अवसर है। 50 लाख के होम लोन पर 3.5 लाख रुपए की मोटी बचत होगी। 

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होम लोन वालों को बड़ी राहत, 50 लाख के लोन पर 3.5 लाख रुपए की होगी बचत

HR Breaking News (Home Loan EMI) किसी को मकान बनाना है तो होम लोन (Home Loan) लेते हैं, वाहन खरीदना है तो ऑटो लोन (Auto Loan) लेते हैं। दोनों ही लोन लेने वालों के लिए आरबीआई की ओर से बड़ी खुशखबरी आई है। आरबीआई ने बैंकों की ब्याज दरों को कम कर दिया है।

इससे बैंक से लोन (Home Loan EMI) लेने वाले उपभोक्ताओं को भी काफी लाभ होगा। बैंक लोन उपभोक्ताओं को पचास लाख के लोन पर साढ़े तीन लाख रुपये तक की बचत होगी।

होम लोन इसलिए हो रहा सस्ता


जिन के लोन अकाउंट रेपो रेट से लिंक हैं, उनके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से खुशखबरी है। आरबीआई की ओर से रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की गई है। इससे रेपो रेट 6.50 फीसदी से कम होकर 6.25 फीसदी रह गई है। रेपो रेट के कम होने से होम और ऑटो लोन की ईएमआई (Home Loan EMI) भी कम हो गई है।

फिर जिन्होंने फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लिया है, तो आपका लोन भी सस्ता होगा। वहीं, आपके पास ऑपश्न होगा कि आप अपनी ईएमआई (Home Loan EMI) कम कराएं या लोन की अवधि। लोन की अवधि कम कराने से बचत ज्यादा होती है। 

3.5 लाख की होगी मोटी बचत, समझें पूरा कैलकुलेशन


आप 50 लाख रुपये का होम लोन ले रहे हैं और उसपर इंटरेस्ट रेट 8.5 फीसदी है तो 20 साल के होम लोन की ईएमआई 43,391 रुपए बनेगी। रेपो रेट में .25 की कटौती का मतलब है आपकी ब्याज दर (Home Loan EMI) में भी 0.25 की कटौती। ऐसे में आपकी ब्याज दर 8.25 फीसदी रह जाएगी। अगर आप अपनी ईएमआई (Home Loan EMI) को कम नहीं करवाकर ब्याज की अवधि घटाएंगे तो यह दस महीने कम हो जाएगी। यानी आपको कुल ब्याज में 3.5 लाख रुपए की सीधी सीधी बचत होगी। 

ऑटो लोन पर भी पाइए 15 हजार की बचत


वहीं, किसी ने वाहन खरीदने के लिए 10 लाख का ऑटो लोन (Auto loan EMI) लिया है और उसकी ब्याज दर 10 फीसदी है तो 5 साल की ईएमआई 21,247 रुपये बनेगी। वहीं, रेपो रेट कम होने पर ब्याज दर 9.75 फीसदी रह गई है। ऐसे में अवधि कम कराने पर 3 महीने पहले आपका लोन खत्म हो जाएगा। यानी आपको 15,000 रुपए की ब्याज की बचत होगी।

ईएमआई (EMI) कम करवाएं या समय अवधि घटाएं


अब सवाल आता है कि रेपो रेट कम होने पर सवाल आता है कि ईएमआई (Home Loan EMI) कम करवाएं या फिर रेपो रेट को कम करवाएं। बहुत लोग ईएमआई में कमी कराना पसंद करते हैं, जिससे उनकी मंथली इनकम में बचत बढ़ जाए, लेकिन लोन की अवधि कम करना उपभोक्ताओं के लिए ज्यादा फायदेमंद रहता है। इससे ब्याज ज्यादा बचता है। 

लोन रिफाइनेंस कराना चाहिए या नहीं


वहीं कई लोग लोन रिफाइनेंस करने के बारे में सोचत हैं, तो इसपर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आपका होम लोन रेपो रेट (Home Loan EMI) से लिंक है और लोन अक्टूबर 2019 के बाद लिया है रेपो रेट की कटौती आपके लोन पर लागू हो जाएगी। ऐसे में अगर आपकी ब्याज दर कटौती के बाद भी 8.30 प्रतिशत रहती या ज्यादा रहती है तो आप रिफाइनेंसिंग या बैलेंस ट्रांसफर पर सोच सकते हैं। इससे आपको रिफाइनेंसिंग से फायदा हो सकता है। 

रिफाइनेंसिंग से होगा ये लाभ


अगर आपका लोन (Home Loan EMI) रिफाइनेंसिंग होता है तो फायदेमंद तब ही होगा जब आपका लोन टेन्योर या बकाया लोन आधे से भी ज्यादा रहता हो। रिफाइनेंसिंग में भी चार्ज लगते हैं तो आप उसको कुछ ही समय में रिकवर कर लेंगे। लेकिन आगे आपको लोन सस्ता पड़ जाएगा।