Delhi NCR के इस शहर में बढ़े प्रोपर्टी रेट, 20 से 30 लाख बढ़ गई कीमत
Delhi NCRमें प्रोपर्टी खरीदना लगातार महंगाई का सौदा होता जा रहा है। एनसीआर के अलग अलग शहरों में लोग रोजगार व सुविधाओं के लिए आवास खरीद रहे हैं। परंतु, अब प्रोपर्टी खरीदना दिन प्रतिदिन महंगा होता जा रहा है। राजधानी दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में लगातार जमीनों के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
HR Breaking News (Delhi NCR Property rates) दिल्ली एनसीआर में प्रोपर्टी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। एक बार फिर से प्रोपर्टी के दामों को लेकर बड़ा अपडेट आया है। दिल्ली एनसीआर के बड़े शहर में प्रोपर्टी के दाम रिवाइज किए गए हैं। यहां के सर्किल रेट बढ़ा दिए गए हैं। सर्किल रेट बढ़ने से प्रोपर्टी खरीदने वालों को काफी महंगाई का सामना करना पड़ेगा।
लोगों पर बढ़ेगा आर्थिक दबाव
सर्किल रेट बढ़ने से लोगों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा। सर्किल रेट (Circle rate increase) बढ़ जाने से मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के खरीदारों पर महंगाई की मार पड़ेगी। जमीन के रेट तो बढ़ेंगे ही, साथ में स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन शुल्क भी ज्यादा देना पड़ेगा। इससे लोगों को काफी नुकसान होगा।
प्रोपर्टी मार्केट पर पड़ेगा असर
दिल्ली एनसीआर में एक तो प्रॉपर्टी के रेट (Property Rates) पहले से ही आसमान छू रहे हैं, दूसरी तरफ सर्किल रेट बढ़ाए जाने से प्रोपर्टी के रेट और ज्यादा बढ़ेंगे। रियल एस्टेट पर भी इस संशोधन का असर पड़ेगा। इससे हो सकता है कि लोग प्रोपर्टी खरीद की बजाय किराए की प्रोपर्टी को परेफरेंस देना शुरू कर दें।
कब हुआ था आखिरी संशोधन
दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) के इस शहर में सर्किल रेट का आखिरी बार संशोधन 1 दिसंबर 2024 को हुआ था। सरकार ने विभिन्न इलाकों में 10% से 30% तक सर्किल रेट (Circle Rate) में इजाफा किया। इससे लोगों की जेब पर असर पड़ा, जबकि सरकार के राजस्व में फायदा हुआ।
82 हजार से 90 हजार हुए दाम
दरअसल, हरियाणा सरकार की ओर से सर्किल रेट (Gurugram Circle Rates) बढ़ाए गए हैं। सरकार के फैसले के बाद गुरुग्राम की साउथ सिटी 1 में हरियाणा की सबसे महंगी जमीन हो गई है। यहां पर सर्किल रेट के हिसाब से जमीन का रेट 82 हजार रुपये प्रति वर्ग गज से बढ़कर 90 हजार रुपये प्रति वर्ग गज हो गया है।
इस वर्ग पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
सर्किल रेट (circle rate in UP) बढ़ने का असर कई वर्गां पर पड़ेगा। इसमें मध्यम और निम्न-मध्यम वर्ग के खरीदारों पर ज्यादा असर पड़ेगा। आम तौर पर मध्यम वर्ग लोन के साथ भी एक से दो करोड़ का घर खरीद पाता है। सर्किल रेट बढ़ने से ऐसे लोगों को स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस (Stamp Duty and Registration Fees) भी बढ़ी हुई देनी पड़ेगी।
इसके चलते प्रीमियम सोसायटीज भी 2 बीएचके तक खरीदने में चुनौती का सामना करना होगा। 1 करोड़ रुपये में गुरुग्राम में घर (property rates in Gurugram) लेना सपना बन चुका है। सर्किल रेट बढ़ने से डेवलपर्स फ्लैट्स की कीमतें बढ़ा देंगे तो दोहरी मार पड़ेगी। बाजार मूल्य अक्सर सर्किल रेट से अधिक होते है।
20 से 30 लाख रुपये की बढ़ रही लागत
गुरुग्राम के पॉश इलाकों में तो जमीन खरीदना एक सपना बन जाएगा। डीएलएफ (DLF) फेज 1 से 5 तक में जमीन खरीदना लोगों का सपना होगा। इसी प्रकार साउथ सिटी, सुशांत लोक और गोल्फ कोर्स रोड पर तो प्रीमियम दो बीएचके (BHK) के रेट भी दो से तीन करोड़ रुपए हो सकते हैं।
वहीं, द्वारका एक्सप्रेसवे, सेक्टर 84, 85, 103 जैसे महंगे क्षेत्र में 2020 से 2024 तक दोगुनी कीमत हो चुकी है। यहां भी दो से तीन करोड़ के दायरे में घर मिल रहे हैं। अगर रेट इसी प्रकार बढ़ते गए तो दो से तीन करोड़ की बजट से भी लोगों की खरीद बाहर हो जाएगी। बाजार मूल्य ₹50000 प्रति वर्ग फुट से ऊपर चल रहा है।
10 से 73% की वृद्धि सर्किल रेट (Circle rate gurugram) में की गई है। 4 साल में द्वारका एक्सप्रेसवे पर तो कीमत दोगुनी हो चुकी है। वहीं, स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क के 10 से 20% बढ़ाए गए हैं। इससे कुल लागत 20 से 30 लाख रुपये बढ़ सकती है।
