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ATM से पैसे निकालने पर अब इतना लगेगा चार्ज, RBI ने बैंकों को दी मंजूरी

ATM - अगर आप अक्सर ATM से पैसे निकालते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। दरअसल आपको बता दें कि अब  आपको ATM से पैसे निकालने पर अधिक चार्ज देना होगा... भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकों को ATM शुल्क बढ़ाने की मंजूदी दे दी है। जारी इस अपडेट से जुड़ी पूरी जानकारी जानने के लिए खबर को पूरा पढ़ लें-

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ATM से पैसे निकालने पर अब इतना लगेगा चार्ज, RBI ने बैंकों को दी मंजूरी

HR Breaking News, Digital Desk- (ATM Cash withdrawal charges Hiked) अगर आप अक्सर ATM से पैसे निकालते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। 1 तारीख से, मुफ्त निकासी सीमा पार करने पर आपको ATM से पैसे निकालने के लिए अधिक शुल्क देना होगा। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंकों को मुफ्त सीमा के बाद ATM शुल्क बढ़ाने की मंजूदी दे दी है।

 

 

बैंकों ने फीस में बढ़ोतरी के लिए एटीएम चलाने के लिए बढ़ते खर्च, मेंटनेंस की लागत और दूसरे बैंको के ग्राहकों को सर्विस प्रोवाइड कराने में होने वाले खर्च का हवाला दिया है। एटीएम चार्ज बढ़ने का सीधा सा मतलब है कि आपकी जेब पर इसका बोझ ज्यादा पड़ेगा। आपको बताते हैं एटीएम चार्ज बढ़ने से आम आदमी पर होने वाले असर और इसके बचाव के बारे में…

नई गाइडलाइंस के अनुसार, ग्राहक अब हर महीने सीमित संख्या में मुफ्त एटीएम लेनदेन (free ATM transactions) कर सकते हैं। मेट्रो शहरों में 3 और नॉन-मेट्रो शहरों में 5 मुफ्त लेनदेन की अनुमति है। इन मुफ्त ट्रांजैक्शन में नकद निकासी और अन्य गैर-वित्तीय गतिविधियां दोनों शामिल हैं।

बढ़ी हुई ATM Fees का मतलब क्या है?

नई गाइडलाइंस के तहत, जो ग्राहक अब हर महीने अपने मुफ्त ट्रांजैक्शन लिमिट के अलावा एटीएम से कैश निकालेंगे तो उन्हें 23 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज (transaction charge) देना होगा। फिलहाल यह लिमिट 21 रुपये है।

हालांकि, फ्री ट्रांजैक्शन की लिमिट पहले की तरह ही है। मेट्रो शहरों (metro city) में ग्राहक, अपने बैंक के एटीएम में 5 जबकि दूसरे बैंकों के एटीएम में ग्राहक 3 ट्रांजैक्शन प्रति माह फ्री कर सकते हैं। वहीं नॉन-मेट्रो शहरों में दूसरे बैंकों के एटीएम से 5 ट्रांजैक्शन मुफ्त किए जा सकते हैं।

बता दें कि फ्री ट्रांजैक्शन लिमिट (free transaction limit) में आरबीआई ने कोई बदलाव नहीं किया है। और यह नियम सभी भारतीय बैंकों के सभी सेविंग्स अकाउंट होल्डर्स के लिए लागू होती है।

बड़े बैंकों ने दी ग्राहकों को जानकारी-

अधिकतर बड़े बैंक जैसे HDFC Bank, IndusInd Bank, PNB और कोटक महिंद्रा बैंक ने पहले ही अपने ग्राहकों को एटीएम चार्ज में हुए बदलावों के बारे में जानकारी देना शुरु कर दिया है।

एचडीएफसी बैंक ने 1 तारीख से एटीएम लेनदेन शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा की है। मुफ्त सीमा से अधिक नकद निकासी पर अब ₹23 + टैक्स का शुल्क लगेगा, जो पहले ₹21 + टैक्स था। गैर-वित्तीय लेनदेन निःशुल्क रहेंगे।

इंडसइंड बैंक (Indusind Bank) ने अपनी नीति को भी अपडेट किया है: “सभी बचत, वेतन, एनआरआई और चालू खाता ग्राहकों से 1 तारीख से प्रभावी, मुफ्त सीमा के अलावा गैर-इंडसइंड बैंक एटीएम से नकद निकासी के लिए प्रति लेनदेन 23 रुपये का शुल्क लिया जाएगा।”

छोटे बैंकों पर ज्यादा असर-

नए एटीएम चार्ज तब ही लागू होंगे जब ग्राहक अपनी फ्री मंथली ट्रांजैक्शन लिमिट (monthly transaction limit) के अलावा कैश निकालेंगे। यह बढ़ोतरी National Payments Corporation of India (NPCI) की सिफारिशों के आधार पर आरबीआई अपडेट (RBI Update) का हिस्सा है। बढ़ती ऑपरेशनल कॉस्ट के कारण बैंक और व्हाइट-लेबल एटीएम ऑपरेटर दोनों इस संशोधन पर जोर दे रहे हैं।

छोटे बैंकों पर अधिक प्रभाव पड़ने की आशंका है, क्योंकि उनके पास कम एटीएम हैं और उनके ग्राहक अक्सर बड़े बैंकों के एटीएम नेटवर्क पर निर्भर रहते हैं। परिणामस्वरूप, कई उपयोगकर्ताओं के लिए आउट-ऑफ-नेटवर्क एटीएम से नकदी निकालना या शेष राशि की जांच करना अधिक महंगा हो जाएगा।

ATM चार्ज हुआ महंगा: जान लें इससे बचने का तरीका-

जिन ग्राहकों को महीने में सिर्फ़ एक-दो बार ATM से पैसे निकालने होते हैं, उन्हें फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं है. हालांकि, जो लोग बार-बार ATM का इस्तेमाल करते हैं, वे ज़्यादा ATM चार्ज से बचने के लिए इन तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं-

-सबसे जरूरी है कि अपने बैंक के ATM का ही यूज करें
-एटीएम फ्री लिमिट में ही ट्रांजैक्शन करें
-कैश की जरूरत कम पड़ेगी तो ATM ट्रांजैक्शन भी कम होगा, इसके लिए डिजिटल पेमेंट (digital payment), UPI या मोबाइल वॉलेट जैसे ऑप्शन का ज्यादा इस्तेमाल करें।