1 करोड़ 10 लाख यूजर्स ने छोड़ा Reliance Jio का साथ, जानिए कारण
HR Breaking News : नई दिल्ली : Reliance Jio समेत सभी टेलीकॉम कंपनियों ने दिसंबर 2021 में टैरिफ चार्ज बढ़ा दिए थे जिसका असर रिलायंस को 2022 की पहली तिमाही में देखने को मिला।
Reliance Jio के सब्सक्राइबर्स में 1 करोड़ 10 लाख के लगभग कमी आई है। भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी ने शुक्रवार जारी किए आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
रिलायंस जियो ने बताया है कि मार्च 2022, साल की पहली तिमाही में कंपनी के स्टैंडअलोन नेट प्रोफिट में 24 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और इस तिमाही में यह प्रोफिट 4,173 करोड़ पर पहुंच गया। यह इजाफा बढ़े हुए टैरिफ, सब्सक्राइबर मिक्स और FTTH सर्विसेज के कारण हुआ है।
कंपनी ने कहा कि ऑपरेशंस के चलते इयर ऑन इयर स्टैंडअलोन रिवेन्यू 20.4 प्रतिशत बढ़ा जो कि 20,901 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, टैरिफ बढ़ाने के बाद कंपनी के कस्टमर बेस में 1 करोड़ 9 लाख की कमी आई है। जियो प्लेटफॉर्म, वह यूनिट जो टेलीकॉम और डिजिटल बिजनेस होल्ड करती है, के लिए कन्सॉलिडेटिड नेट प्रोफिट 23 प्रतिशत बढ़कर 4,313 करोड़ हो गया। मार्च 2022 वाले क्वार्टर के लिए ग्रॉस रिवेन्यू 21 प्रतिशत बढ़कर 26,139 करोड़ हो गया।
मार्च 2022 के लिए कंपनी का कुल कस्टमर बेस 41.2 करोड़ रहा। जबकि एवरेज रिवेन्यू प्रति यूनिट (ARPU) 167.7 रुपये प्रति सब्सक्राइबर प्रति महीना हो गया। यही आंकड़ा दिसंबर के लिए 151.6 रुपये प्रति सब्सक्राइबर प्रति महीना था। इयर ऑन इयर बेसिस पर देखें तो कंपनी के हिसाब से यह एआरपीयू 21.3 प्रतिशत की ग्रोथ बताता है जबकि 10.5 प्रतिशत की ग्रोथ क्वार्टर ऑन क्वार्टर बेसिस पर दिखाता है। इस पहली तिमाही के दौरान कंपनी का कुल ट्रैफिक 24.6 बिलियन GB (24 अरब 60 करोड़ GB) रहा जो कि 47.5 प्रतिशत की ग्रोथ है।
इस साल के लिए कंपनी का ग्रॉस रिवेन्यू 95,804 करोड़ रुपये है जो कि पिछले साल के मुकाबले 17.1 प्रतिशत की ग्रोथ है। FY22 के लिए जियो प्लेटफॉर्म का नेट प्रोफिट 15,487 करोड़ रुपये बताया गया जो कि पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 23.6 प्रतिशत की ग्रोथ है। कंपनी के बयान में कहा गया है कि दिसंबर में जो टैरिफ हाइक हुआ उसके बाद इसके कस्टमर बेस में 1 करोड़ 9 लाख की कमी आ गई। हालांकि कंपनी का ग्रॉस एडिशन अभी भी मजबूत बना हुआ है और इसमें 3 करोड़ 50 लाख की बढ़त हुई है। मार्च 2022 वाली तिमाही में प्रति यूजर औसत डेटा और वॉयस इस्तेमाल क्रमश: 19.7GB और 968 मिनट प्रति महीना बढ़ गया।