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Delhi से सटे ये 2 शहर बने रियल एस्टेट का हब, धड़ाधड़ प्रोपर्टी खरीद रहे लोग

Delhi - दिल्ली से सटे इन दो शहरों में रियल एस्टेट की कीमतें पिछले 3 सालों में आसमान छू गई हैं. नोएडा में तो कुछ जगहों पर कीमतें 128 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं, जबकि किराए से होने वाली कमाई में केवल 66 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.... बता दें कि यहां लोग धड़ाधड़ प्रोपर्टी खरीद रहे हैं-

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Delhi से सटे ये 2 शहर बने रियल एस्टेट का हब, धड़ाधड़ प्रोपर्टी खरीद रहे लोग

HR Breaking News, Digital Desk- (Delhi) दिल्ली के पड़ोसी शहरों, नोएडा और गुरुग्राम, में रियल एस्टेट की कीमतें पिछले 3 सालों में आसमान छू गई हैं. नोएडा में तो कुछ जगहों पर कीमतें 128% तक बढ़ गई हैं, जबकि किराए से होने वाली कमाई में केवल 66% की वृद्धि हुई है.

 वहीं, गुरुग्राम में प्रॉपर्टी की कीमतें कम बढ़ी हैं, क्योंकि वहां पहले से ही दाम काफी ऊंचे हैं. यह स्थिति निवेशकों के लिए एक मिश्रित संकेत है, जहां कीमतों में तेज बढ़ोतरी तो है, लेकिन किराये से मिलने वाला रिटर्न उसके मुकाबले काफी कम है.

नोएडा के सेक्टर-150 में बीते 3 साल में घरों की कीमत में 128 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है. जबकि यहां किराये की वैल्यू में महज 66 प्रतिशत की ही वृद्धि हुई है. वहीं गुरुग्राम के सोहना रोड पर मौजूद मकानों की कीमत इस दौरान 59 प्रतिशत बढ़ी है और इस एरिया में किराये की वैल्यू भी 47 प्रतिशत बढ़ी है.

रिपोर्ट में हुआ खुलासा-

रियल एस्टेट सलाहकार फर्म एनारॉक की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 से 2024 के बीच भारत के शीर्ष 7 शहरों में संपत्ति की कीमतें और किराए दोनों में बढ़ोतरी हुई है. बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-एनसीआर और हैदराबाद जैसे शहरों में किराए की तुलना में संपत्ति की कीमतों में अधिक वृद्धि देखी गई है. इसका मतलब है कि इन शहरों में घर खरीदना, किराए पर लेने की तुलना में महंगा हो गया है. यह ट्रेंड दर्शाता है कि रियल एस्टेट निवेश इन शहरों में अधिक लाभदायक रहा है.

इसके विपरीत, पुणे, कोलकाता और चेन्नई में किराए में संपत्ति के मूल्यों की तुलना में अधिक वृद्धि हुई है. यह प्रवृत्ति संभावित खरीदारों और निवेशकों के लिए अलग-अलग शहरों में निवेश के अवसरों और बाजार की गतिशीलता को दर्शाती है.

कहां कितना हुआ अब प्रॉपर्टी का दाम?

गुरुग्राम के सोहना रोड पर 2021 के अंत से 2024 के अंत तक, प्रॉपर्टी की कीमतों में भारी उछाल आया है। औसत मकान की कीमत 6,600 रुपये से 59% बढ़कर 10,500 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। इसी दौरान, किराये में भी 47% की बढ़ोतरी देखी गई है, जो 25,000 रुपये प्रति माह से बढ़कर 36,700 रुपये हो गया है। यह डेटा इस क्षेत्र में रियल एस्टेट बाजार की मजबूत वृद्धि को दर्शाता है.

नोएडा के सेक्टर-150 में भी घरों का एवरेज प्राइस 2021 के अंत में 5,700 रुपये प्रति वर्ग फुट था, जो अब दोगुने से भी ज्यादा बढ़कर 13,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है. जबकि यहां किराया 66 प्रतिशत बढ़कर 16,000 रुपये की बजाय अब 26,600 रुपये प्रति माह हो गया है.

नोएडा और गुरुग्राम में प्रॉपर्टी के रेट इस तरह से बढ़ने को लेकर वाइटलैंड कारॅपोरेशन के डायरेक्टर सुदीप भट्ट का कहना है कि प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने की मुख्य वजह इंवेस्टर्स के बीच मजबूत रूझान रहना है. वहीं लग्जरी और हाई-एंड प्रॉपर्टी वैल्यू में इंवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न मिलने की वजह से ही इन एरिया में निवेश बढ़ा है.