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हरियाणा न्यूज : सुबह 6 बजे ही पुरूष पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं पर चलाए डंडे

हरियाणा के नरवाना के गांव रसीदां की एक बस्ती की महिलाओं ने गढ़ी थाना पुलिस पर मारपीट, घर में घुसकर तोड़फोड़, सोए हुए लोगों पर हमला करने के आरोप लगाए हैं।
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साथ ही पीड़िताओं ने कहा कि महिलाओं पर पुरुष पुलिस कर्मियों ने हाथ उठाया है। वहीं पुलिस ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि आरोपी को निशानदेही के लिए पुलिस लेकर गए थे, किसी तरह की तोड़फोड़ नहीं की गई।

 

रसीदां गांव निवासी रविना, बाला, सुमन, सन्नी ने बताया कि वह लोग सुबह अपने घरों में सोए हुए थे। सुबह लगभग 6 बजे पुलिस उनके घरों में दरवाजों पर पहुंची और जो भी आगे आया उसके साथ मारपीट की। पुलिस द्वारा गाली-गलाैज भी की गई।

जो लोग गेट नहीं खोल रहे थे उनके गेट तोड़ दिए गए। बाला, सुमन, रविना ने बताया कि पुलिस द्वारा मारपीट से उन्हें चोटें आई है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि अगर महिलाओं से पूछताछ करनी थी तो महिला पुलिस होनी चाहिए थी लेकिन पुुरुष पुलिस कर्मियों ने ही उन पर हाथ उठाया। छोटे बच्चों को भी पुलिस ने पीटा।

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  • 11 फरवरी को पुलिस टीम पर हुआ था हमला

हिसार रेंज के आईजी राकेश आर्य द्वारा रसीदां गांव से नशा और हिंसा मुक्त मेरा गांव मेरी शान अभियान की शुरुआत की थी। इसके बाद 11 फरवरी को गढ़ी थाना पुलिस रसीदां गांव में लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने पहुंची थी तो उसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया था। इसमें पुलिस की जीप का शीशा भी टूटा और पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।

इसके बाद गढ़ी पुलिस ने 8 लोगों को नामजद कर अन्य 20 लोगों के खिलाफ पुलिस पर हमला करने सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अजय निवासी रसिदां को गिरफ्तार किया था और कोर्ट के आदेश पर उसे 2 दिन के रिमांड पर लिया गया।

रिमांड के दौरान पूछताछ में अजय ने पुलिस को जो बताया कि उसकी निशानदेही के लिए पुलिस शुक्रवार सुबह रसीदां गांव में पहुंची। लेकिन शुक्रवार फिर से वहां हंगामा हो गया। इस बार आरोप पुलिस पर लगे हैं।

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पुलिस की टीम पर हमला करने वाले अजय को पुलिस ने गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया था। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर उसे दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया था। शुक्रवार सुबह अजय को निशानदेही के लिए पुलिस की टीम गांव में लेकर गई थी। लेकिन महिलाओं ने फिर उसी घटना को दोहराने का प्रयास किया। लेकिन शांति व्यवस्था को देखते हुए पुलिस वापस लौट गई थी। पुलिस द्वारा महिलाओं के साथ मारपीट करने घरों में तोड़फाेड़ करने के आरोप निराधार हैं।

--सुनील कुमार, एसएचओ, गढ़ी थाना पुलिस।