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Business Idea : नौकरी से परेशान हाेकर खड़ा किया खुद का बिजनेस, आज बनी दुनिया की नंबर-1 कंपनी

Startup Idea : दुनिया की सबसे बड़ी E-commerce कंपनी अमेजन की शुरूआत करने वाले जैफ बेजोस आज दुनिया के टॉप उद्यमियों में से एक है। आइए नीचे खबर में जानते हैं इन्होंने कैसे सफलता हासिल की।
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HR Breaking News (नई दिल्ली) : दुनिया की सबसे बड़ी ई-कामर्स कंपनी अमेजन की शुरूआत जैफ बेजोस ने की थी. वॉल स्‍ट्रीट पर अब अमेजन दुनिया की नंबर वन कंपनी बन गई है. अमेजन ने बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ते हुए पहले नंबर पर अपनी जगह पक्‍की की है. दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के शेयर्स में सोमवार को 3.6 फीसदी की उछाल दर्ज की गई, जिसके बाद कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 797 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है.

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जैफ ने अपनी पहली नौकरी मैक्डोनाल्ड में की थी. उस समय वो 16 साल के थे. उन्हें सफाई का काम मिला. वो जमीन पर पड़े कैचप को साफ करते थे. हालांकि ये काम उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं आया. उन दिनों जेफ बेजोस नाना-नानी के साथ रहते थे और स्कूल में पढ़ रहे थे.

छुट्टियों में उन्होंने मैक्डोनाल्ड में नौकरी कर ली


इस नौकरी में उन्हें पहले ही दिन सफाई का ऐसा काम दे दिया गया, जिससे वो दुखी हो गए लेकिन यहां उन्हें जो भी सीख मिली, उसे उन्होंने आगे अपनी कंपनी अमेजन में लागू किया.


सबसे पहले समझा था ई-मार्केटिंग का भविष्य

बेजोस ने बाद में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और वो प्राइवेट नौकरी करने लगे. वॉलस्ट्रीट में वो तब बैंकर्स ट्रस्ट नाम की कंपनी में काफी अच्छे पद पर थे. काम के दौरान उन्हें अमेरिका में काफी घूमने का मौका मिला. उन दौरों में वो काफी लोगों से मिलते और उनकी खरीदारी को लेकर होने वाली समस्याओं के बारे में जानते. उन्हें समझ में आ गया कि इंटरनेट के इस बढ़ते दौर में ई-मार्केटिंग कंपनी का भविष्य काफी अच्छा रहेगा.


जैफ बेजोस ने अपनी खासी नौकरी छोड़कर गैराज से शुरू की थी अमेजन


उन्होंने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़ जब अपने पेरेंट्स के घर के गैराज में अपना खुद का काम शुरू किया तो उनके नजदीकी और दोस्त काफी हैरान भी हुए. बहुतों को लगा कि वो अपना सारा पैसा डुबो देंगे.


दरअसल उस समय उनके पास ज्यादा पैसा था भी नहीं. उन्होंने अपने नाना से इस नए प्रोजेक्ट्स में एक लाख डॉलर का निवेश कराया. चूंकि उनके पेरेंट्स का बचपन में ही तलाक हो गया था, इसलिए उनका शुरुआती जीवन नाना-नानी के ही साथ बीता. नाना संपन्न तो थे लेकिन एक इतना मोटा पैसा देते समय वो भी असमंजस में थे.

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केवल दो हफ्ते में ही उनकी कंपनी की हर हफ्ते 20 हजार डॉलर की कमाई होने लगी. 21वीं सदी के आते ही जब डॉटकॉम का गुब्बारा फूटा तो अधिकतर ऑनलाइन कंपनियां बुरी तरह प्रभावित हुई लेकिन अमेजन और मजबूत हुआ. हालांकि उनकी कंपनी को सही मायनों में प्रॉफिट कई साल बाद वर्ष 2001 से होना शुरू हुआ.