IAS Success Story : गांव में रहकर IAS बने Anshuman, बताए सक्सेस के राज
HR Breaking News : (ब्यूरो) : यूपीएससी (UPSC) की तैयारी करने वाले तमाम युवा प्रतिबंधों के कारण गांव या कस्बों में हैं. उनमें से अधिकतर लोगों को ऐसा लगता है कि छोटी जगह पर आकर तैयारी करना मुश्किल होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. आज आपको आईएएस अंशुमन राज (Anshuman Raj) की कहानी बताएंगे, जिन्होंने कई साल पहले भी अपने गांव में बैठकरसि विल सेवा (Civil Services) की तैयारी की. वे तैयारी के लिए कभी बड़े शहर में नहीं गए और उन्होंने सफलता हासिल कर ली. आज आपको उनकी कहानी और जरूरी टिप्स के बारे में बताएंगे.
ऐसा रहा Anshuman का शुरुआती सफर
अंशुमान राज बिहार के बक्सर जिले के रहने वाले हैं. यह उन जगहों में शुमार है, जहां बेहद सीमित संसाधन हैं. इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद वे ग्रेजुएशन (Graduation) के लिए कोलकाता चले गए. ग्रेजुएशन (Graduation) के बाद उन्होंने अपने गांव लौटने का फैसला किया और यहीं रहकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. उन्होंने कभी यह नहीं सोचा कि बड़े शहर में जाकर तैयारी की जाए, क्योंकि उन्हें भरोसा था कि वह सही रास्ते पर आगे बढ़ेंगे तो यहां रहकर भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने ऐसा ही किया और अपने घर में एक कमरा स्टडी रूम बना लिया. उस कमरे में इंटरनेट का कनेक्शन कर लिया और अपनी तैयारी शुरू कर दी.
smart work करने से मिलती है सफलता
अंशुमन के मुताबिक यूपीएससी (UPSC) में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अपनी तैयारी सही प्लानिंग के साथ करनी चाहिए. इसका सिलेबस इतना व्यापक होता है कि बिना प्री-प्लानिंग के आप सालों तक मेहनत करने के बाद भी कंप्लीट नहीं कर पाएंगे. वे कहते हैं कि कड़ी मेहनत के साथ स्मार्ट वर्क बेहद जरूरी होता है. सीमित किताबों के साथ तैयारी करनी चाहिए. जरूरत पड़ने पर इंटरनेट का सहारा लें. उनके मुताबिक आज के दौर में हर जरूरी चीज आपको इंटरनेट पर मिल जाएगी, चाहें आप गांव में हों या शहर में हों. वे सफलता के लिए स्मार्ट वर्क को काफी जरूरी मानते हैं.
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अन्य उम्मीदवारों को यह सलाह देते हैं अंशुमन
अंशुमन कहते हैं कि UPSC की तैयारी के दौरान आपको दृढ़ संकल्प और समर्पित होकर कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है. यह मायने नहीं रखता कि आप दिल्ली या मुंबई में बैठे हैं या फिर एक गांव में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं. बस आपको एक सही प्लानिंग के साथ आगे बढ़ने की जरूरत होती है. अंशुमन कहते हैं कि सबसे पहले आप सिलेबस को अच्छी तरह दिमाग में बैठा लें और उसके अनुसार प्लानिंग करें और किताबें इकठ्ठा करें. जहां भी आपको परेशानी हो वहां इंटरनेट की मदद लें. कड़ी मेहनत, ज्यादा से ज्यादा रिवीजन और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस करके आप सफल हो सकते हैं.