Success Story - 19 साल के लड़को को मिला सबसे बड़ा जॉब ऑफर, एक दिन की सैलरी 1 लाख 66 हजार रुपए
HR Breaking News, Digital Desk- उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद भी कई युवा बेरोजगार रह जाते हैं, मगर इस मामले में रचित अग्रवाल की कहानी सबसे जुदा और युवा पीढ़ी को प्रेरित करने वाली है। रचित अग्रवाल वो शख्स है, जिसे 6 करोड़ सालाना पैकेज की नौकरी मिली है। वो भी पढ़ाई खत्म होने के साथ ही। संभवतया रचित अग्रवाल राजस्थान का वो पहला युवा है, जिसे इतनी तगड़ी तनख्वाह वाली जॉब ऑफर हुई है।
कोटा के व्यवसायी का बेटा है रचित बता दें कि रचित अग्रवाल राजस्थान के कोटा शहर के शक्तिनगर निवासी व्यवसायी राजेश अग्रवाल व संगीता अग्रवाल का बेटा है। इनके पिता कोटा में फूड पैकेजिंग का काम करते हैं। बेटे को छह करोड़ सालाना यानी को 50 लाख रुपए महीना की नौकरी मिलने पर खुशी का माहौल है। यह वेतन प्रतिदिन एक लाख 66 हजार रुपए बैठता है।
पहले कोटा, फिर यूएस से पढ़ाई करोड़ों की नौकरी पाने वाले रचित अग्रवाल की शुरुआती शिक्षा कोटा के ही निजी स्कूल से हुई। इंजीनियरिंग की परीक्षा की तैयारी करते समय रचित ने यूएस के विश्वविद्यालय से पढ़ाई की ठानी और स्कॉलेस्टिक एप्टीयूड टेस्ट दिया, जो एक स्टेंडर्ड का एग्जाम है। इसी के जरिए यूएस के कॉलेजों में दाखिला मिलता है।
दो करोड़ की स्कॉलरशिप मिली-
स्कॉलेस्टिक एप्टीयूड टेस्ट पास करने के बाद रचित अग्रवाल को दो करोड़ की स्कॉलरशिप मिली, जिससे इन्होंने आर्लिंगटन में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में दाखिला लिया और कंप्यूटर साइंस के साथ इकोनॉमिक्स औरदर्शन शास्त्र इसके लिए चार साल तक न्यूनतम मार्क्स मेंटेन करने होते थे। पढ़ाई के दौरान रचित ने कई कोडिंग प्रतियोगिताएं भी जीतीं।
तीन स्टार्ट अप भी शुरू किए-
रचित ने यूएस में पढ़ाई के दौरान तीन स्टार्ट अप शुरू किए। उनमें से दो के लिए धन जुटाया और प्रमुख क्रिप्टो कंपनियों में कुल मिलाकर पांच इंटर्नशिप की। रचित की पढ़ाई इसी साल मई में पूरी हुई। डिग्री मिलने पर इन्होंने कई कंपनियों में जॉब के लिए आवेदन किया। एक बड़ी कंपनी ने इन्हें निगोशिएशन के बाद सालाना 8 लाख यूएस डॉलर करीब 6 करोड़ की जॉब ऑफर की है।
सॉफ्टवेयर कोडिंग टीम का हिस्सा होंगे रचित-
बता दें कि यूएस मल्टीनेशनल कंपनी में रचित अग्रवाल सॉफ्टवेयर कोडिंग टीम का हिस्सा होंगे। ऑफर लेटर मिल चुका है। कंपनी की पॉलिसी की वजह कंपनी का नाम सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया। रचित कंपनी मुख्यालय पहुंच चुके हैं। अगले माह ज्वाइन करेंगे।