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Success Story - IAS ने अपनी बेटी का सरकारी स्कूल में करवाया दाखिला, पेश की मिसाल

आज के समय में अगर कोई अच्छा कमा रहा है तो ये सवाल ही नहीं उठता कि वह अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाएं. लेकिन आज हम आपको अपनी इस खबर में बता रहे हैं एक ऐसी आईएएस अधिकारी ने अपनी बेटी दाखिला सरकारी स्कूल में करा मिसाल पेश की है।  
 
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HR Breaking News, Digital Desk-  छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर (कवर्धा जिले के कलेक्टर) अवनीश कुमार शरण ने प्रदेश के अफसरों के लिए एक मिसाल पेश की है। उन्होंने अपनी 6 साल की बेटी का दाखिला कवर्धा जिले के ही सरकारी स्कूल में कराया है। इससे पहले आईएएस अफसर अवनीश कुमार शरण जब छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कलेक्टर थे तो वहां भी रहते हुए उन्होंने अपनी बेटी का दाखिला सरकारी स्कूल में कराया था। वहीं कलेक्टर के इस फैसले की लोगों ने जमकर तारीफ की और सराहा।

दरअसल, छत्तीसगढ़ में 18 जून से सरकारी स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई शुरू हो गई है। कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने अपनी पांच वर्षीय बेटी का दाखिला सरकारी स्कूल में कराया है। उन्होंने अपनी बेटी की प्राथमिक स्तर की पढ़ाई के लिए सरकारी प्राथमिक विद्यालय को चुना है।

अवनीश कुमार शरण हमेशा से ही शिक्षा के स्तर को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं। इन्होंने न तो कभी शिक्षा में लापरवाही बर्दाश्त की और न ही कभी शिक्षकों को कोताही बरतने दी है। इसे लेकर वे राजधानी रायपुर में भी अपनी तैनाती के दौरान सुर्खियों में रहे हैं। अवनीश शरण दूसरों के लिए मिसाल बनते हुए पिछले साल अपनी बेटी का दाखिला बलरामपुर के सरकारी स्कूल में कराया था।

इसके बाद कवर्धा कलक्टर रहते हुए अपनी इस अनूठी पहल को जारी रखते हुए कवर्धा में उन्होंने इस बार भी अपनी बेटी का दाखिला एक सरकारी स्कूल में ही करवाया। आमजन की सरकारी स्कूलों की सोच को बदलने के लिए इस उच्च अधिकारी की इस पहल को सराहनीय माना जा रहा है।

कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने नगर के शासकीय प्रमुख प्राथमिक शाला में बेटी वेदिका का एडमिशन पहली कक्षा में करवाया है। इस मौके पर प्रमुख प्राथमिक शाला के सभी शिक्षक और अधिकारी उपस्थित रहे। बता दें कि यह वही स्कूल है जहां से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी अपनी पढ़ाई की शुरुआत की।