Success Story- छात्रों ने कि मांग तो IAS ने शेयर की 10वीं की मार्कशीट, अब हो रही वायरल
HR Breaking News, Digital Desk- एक आईएएस अधिकारी ने हाल ही में ट्विटर पर अपनी कक्षा 10वीं की मार्कशीट शेयर की है. वायरल हो रही मार्कशीट आईएएस शाहिद चौधरी (IAS Shahid Choudhary) की है, जिन्होंने 1997 में जम्मू-कश्मीर स्टेट बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा फर्स्ट डिवीजन से पास किया था. शाहिद ट्विटर पर अपने फॉलोवर्स के बीच काफी लोकप्रिय हैं. ट्वीट पर मार्कशीट की तस्वीर शेयर करने के बाद लोगों ने इसे शेयर भी किया और इसपर अपनी प्रतिक्रिया भी दी. नीचे डिटेल में पढ़े.
आईएएस शाहिद चौधरी ने ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, "On students' demand, here's my Class-X Mark-sheet which has remained “classified” since 1997 ! 339/500. मार्कशीट में शाहिद चौधरी द्वारा अंग्रेजी, गणित, हिंदी / उर्दू, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन में प्राप्त अंकों को दिखाया गया है. उन्हें अंग्रेजी में 70, गणित में 55, हिंदी/उर्दू में 71, विज्ञान में 88 और सामाजिक अध्ययन में 55 अंक मिले थे. 10वीं में उन्होंने कुल 500 अंको में से 339 अंक प्राप्त किए थे.
देखें ट्विटर पर क्या ट्वीट किया था आईएएस शाहिद ने-
ट्वीट कुछ दिन पहले ही शेयर किया गया था. तब से इसे 6,000 से अधिक लाइक्स मिल चुके हैं और इसे 400 से अधिक लोग रीट्वीट कर चुके हैं. इस पोस्ट पर उन लोगों ने भी रिएक्शन दिया जो इस पोस्ट से प्रेरित और प्रभावित हुए.
On students’ demand, here’s my Class-X Mark-sheet which has remained “classified” since 1997 😄! 339/500 pic.twitter.com/9ga6tJRkHU
— Shahid Choudhary (@listenshahid) July 20, 2022
एक व्यक्ति ने कमेंट करते हुए लिखा कि, "यह साबित हो गया है कि अंक मायने नहीं रखते. केवल कड़ी मेहनत और समर्पण मायने रखता है." "आपके स्कोर कार्ड की कोई ज़रूरत नहीं है, सर. आपका काम सार्वजनिक रूप से बोलता है! आप एक जबरदस्त लोक सेवक के रूप में हमेशा लोगों के दिलों में रहते हैं!"
वहीं दूसरे ने लिखा, "सर, बाकी सब तो ठीक है, लेकिंग मैथ्स और सोशल साइंस में हाथ तंग था," इसपर रिप्लाई करते हुए शाहिद ने लिखा कि, “मैथ्स में दोस्त काफी मददगार साबित हुए! सोशल स्टडीज का बदला फिर UPSC में सोशियोलॉजी चूज करके लिया.”
एक और व्यक्ति ने लिखा कि, “ये कोई बहुत अधिक मार्क्स नहीं थे पर आपने सिविल सर्विसेज की परीक्षा क्रैक करके ये साबित कर दिया कि जीवन में सफलता के लिए मार्क्स मायने नहीं रखते.