मेरी कहानी: पत्नी होने के बाद भी पति का दूसरी शादीशुदा महिलाओं के करीब जाने का करता था मन, पत्नी ने बताई पीड़ा
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली,सवाल: मैं 32 साल का एक विवाहित व्यक्ति हूं। मेरी शादी को दो साल हो चुके हैं। मेरी शादीशुदा जिंदगी में तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन मुझे एक बहुत ही अजीब समस्या है। दरअसल, शादी से पहले मेरे कई विवाहित महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध रहे हैं। यही एक वजह भी है कि मैं अभी भी दूसरों की पत्नियों को देखते ही उनके प्रति आकर्षित हो जाता हूं। मेरा न केवल उनके करीब आने का मन करता है बल्कि उनके साथ मेरे दूसरे तरीके के रिश्ते हों ऐसा मन भी करता है। हालांकि, मेरी पत्नी बहुत ही आकर्षक और अच्छी इंसान है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि मैं उसके प्रति यौन रूप से आकर्षण महसूस नहीं करता।
इतना ही नहीं, जब हम दोनों एक-दूसरे के करीब आने की कोशिश करते हैं, तब भी मैं दूसरी महिलाओं के बारे में कल्पना करने लगता हूं। ऐसा नहीं है कि मैंने इस आदत को नियंत्रित करने की कोशिश नहीं की है। लेकिन हर बार मैं इसमें बुरी तरह विफल रहा हूं। अपनी शादी को बचाने के लिए मैंने कई काउंसलर से सलाह भी ली है। लेकिन इसका भी कोई फायदा नहीं हुआ। क्या मैं एक बुरा इंसान हूं? मैं अपनी पत्नी को धोखा देने की वजह से हर दिन दोषी महसूस कर रहा हूं। मैं वास्तव में एक अच्छा पति बनना चाहता हूं। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पा रहा हूं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मुझे क्या करना चाहिए? क्या मुझे अपनी पत्नी को सब कुछ बता देना चाहिए?
एक्सपर्ट का जवाब
मुंबई में रिलेशनशिप काउंसलर रचना अवत्रामणि कहती हैं कि हर किसी की अपनी प्राथमिकताएं और यौन कल्पनाएं होती हैं। लेकिन जरूरी नहीं है कि उनमें से सभी स्वीकार्य हों। जैसा कि आपने बताया कि शादी से पहले आपके कई विवाहित महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध रहे हैं। यही एक वजह भी है कि आप अभी भी दूसरों की पत्नियों के प्रति आकर्षित हो जाते हैं।
ऐसे में मैं आपसे यही कहूंगी कि कुछ दिनों तक अपनी यौन इच्छाओं पर काबू रखें। एक ऐसे काउंसलर से मिलें, जो यौन जीवन के आसपास की भावनाओं को दूर करने और इससे निपटने में आपकी मदद कर सकता है।
पत्नी के करीब आने की कोशिश करें
आपने यह भी कहा कि आप अपनी पत्नी के प्रति कुछ भी महसूस नहीं करते हैं। ऐसे में मैं केवल आपको एक सलाह देना चाहती हूं कि ज्यादा से ज्यादा अपनी पार्टनर के साथ कनेक्शन बनाने की कोशिश करें। यदि आप अपने किए के लिए खुद को दोषी मान रहे हैं, तो इसका मतलब यह है कि कहीं न कहीं आप जो कुछ भी कर रहे हैं, उसमें आप बिल्कुल भी ठीक नहीं हैं।
ऐसे में एक तो आपको विवाहित महिलाओं के बारे में कल्पना करने से खुद को रोकना होगा। वहीं जब आप अपनी पत्नी के साथ होंगे, तो पूरा ध्यान उन्हीं पर लगाना होगा। शादी बहुत ही नाजुक बंधन है। अगर आप इसमें जरा भी गलती करते हैं, तो इसके टूटने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं।
सोच-समझकर लें कोई भी फैसला
जैसा कि आपने पूछा क्या इस सब के बारे में आपको अपनी पत्नी को बता देना चाहिए, तो यह पूरी तरह से आपकी पसंद है। ऐसा इसलिए क्योंकि आप एक ऐसी स्थिति में हैं, जहां आपके निर्णय चीजों को बनाने और बिगाड़ने का काम कर सकती हैं। ऐसे में स्थिति के पक्ष और विपक्ष के बारे में अच्छे से सोच लें।
अगर आपको लगता है कि आप अकेले ही अपनी आदतों में सुधार ला सकते हैं, तो अपनी पत्नी को इस बारे में बताने की कोई जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका उन पर बुरा असर पड़ सकता है। वहीं आपको लग सकता है कि अकेले इस तकलीफ से बाहर निकलना आपके लिए मुश्किल है, तो उनकी मदद जरूर लें।