कोहली की वजह से बना इन 4 क्रिकेटरों का करियर, आज हैं सबसे बड़े मैच विनर्स

केएल राहुल
केएल राहुल (KL rahul) को इन दिनों टेस्ट कप्तान बनने का दूसरा सबसे बड़ा दावेदार माना जा रहा है। पिछले कुछ टेस्ट मैचों में उन्होंने जिस तरह से बल्लबाजी की है, वो वाकई कमाल की रही है। विराट कोहली (Virat Kohli) की ही कप्तानी में केएल राहुल का टेस्ट करियर बना और इस तरह वो लोगों के सामने निखरकर आए।
साल 2014 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर केएल राहुल को टेस्ट टीम में मौका मिला था। इस दौरे पर विराट टेस्ट टीम के परमानेंट कप्तान भी बन चुके थे। शुरुआती दौर में केएल राहुल टेस्ट करियर की कई पारियों में लगातार फ्लॉप शो देते रहे।
इसके बाद उन्हें 2 साल तक टेस्ट फॉर्मेट से भी बाहर रहना पड़ा। लेकिन, पूर्व कप्तान विराट कोहली का विश्वास उन पर से डगमगाया नहीं था। पिछले साल इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने केएल को मौका दिया और इस मौके को भुनाने में लोकेश राहुल कामयाब रहे। यह बड़ा कारण है कि आज वो टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में शुमार हैं।
मोहम्मद सिराज
इस लिस्ट में पहला बड़ा नाम टेस्ट टीम के घातक गेंदबाज मोहम्मद सिराज (Mohammed Siraj) का आता है। जिन्हें 1 साल से पहले कोई नहीं जानता था। लेकिन, पिछले साल उन्हें टेस्ट फॉर्मेट में जब डेब्यू करने का मौका मिला तो उन्होंने पूरे क्रिकेट जगत को अपनी गेंदबाजी से हिलाकर रख दिया। आज के समय में सिराज टेस्ट टीम की ताकत माने जाते हैं।
लेकिन, सिराज के करियर की शुरुआत जिस तरह से हुई उससे किसी ने ये कल्पना तक नहीं की थी कि वो यहां तक पहुंच पाएंगे। उन्हें पहले वनडे और टी20 टीम में मौका दिया गया था और आईपीएल की ही तरह उन्होंने इस फॉर्मेट में जमकर रन लुटाए। आगाज के साथ ही लगा कि सिराज का करियर खत्म हो जाएगा। हालांकि विराट कोहली (Virat Kohli) ने साल 2020-21 में हुए ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर उन्हें मौका दिया। इसके बाद उनकी किस्मत ने ऐसी बाजी मारी कि अब वो टीम का एक अहम हिस्सा बन गए हैं।
ऋषभ पंत
इस लिस्ट में टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का भी नाम आता है। जिन्हें टीम इंडिया का अहम सदस्य माना जाता है। एक समय ऐसा भी था जब पंत का टेस्ट करियर खत्म होने की कगार पर था। लेकिन, उनके डूबते करियर को सहारा विराट कोहली (Virat Kohli) ने दिया। यह कहना गलत नहीं होगा कि यदि टीम के कप्तान विराट कोहली नहीं होते तो शायद ऋषभ पंत का करियर इतना अच्छा नहीं होता।
महेंद्र सिंह धोनी के बाद टीम को एक अच्छे विकेटकीपर की जरुरत थी। जिसके बाद ऋद्धिमान साहा के साथ पंत को अजमाया जाने लगा। पंत अपने करियर की शुरुआत में पूरी तरह से फ्लॉप रहे थे। लेकिन, वो कोहली का विश्वास ही था जिसने उन्हें आज इस तरह बना दिया है कि उनकी तुलना धोनी से होने लगी है।
इस वक्त ये खिलाड़ी दुनिया का सबसे घातक विकेटकीपर होने के साथ ही विस्फोटक बल्लेबाज भी है। जो टीम इंडिया का सबसे बड़ा एक्स फैक्टर माना जाता है। पंत गेम की दिशा कब पलट दें ये तो शायद वो खुद भी नहीं जानते।
जसप्रीत बुमराह
भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) का डेब्यू भले ही एमएस धोनी की कप्तानी में हुआ हो। लेकिन, टेस्ट फॉर्मेट में उन्हें पॉपुलैरिटी विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी में मिली। व्हाइट बॉल क्रिकेट में बुमराह के नाम का डंका बजने लगा था। लेकिन, उन्हें टेस्ट क्रिकेट में मौका नहीं मिला था। आज के दौर में बुमराह का नाम टेस्ट फॉर्मेट के सबसे घातक गेंदबाजों की लिस्ट में आता है।
जसप्रीत बुमराह को कोहली ने ही अपनी कप्तानी में साल 2018 में टेस्ट फॉर्मेट में डेब्यू करने का मौका दिया था। आज बुमराह उस मुकाम पर पहुंच चुके हैं कि उन्हें टेस्ट प्रारूप में कप्तानी का दावेदार माना जाता है। बुमराह के करियर को निखारने में सबसे बड़ा रोल पूर्व कप्तान कोहली का रहा है। अक्सर मैदान पर शांत स्वभाव के लिए जाने जाने वाले बुमराह अपने आक्रामक तेवर भी दिखाने लगे हैं।